विश्वास न्यूज की पड़ताल में पंचायत चुनाव की तारीखों के नाम पर वायरल पोस्ट फर्जी निकली। अभी तक चुनाव को लेकर किसी शेड्यूल की घोषणा नहीं की गई है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव में भले ही अभी वक्त हो, लेकिन सोशल मीडिया में इसे लेकर झूठ फैलना शुरू हो चुका है। फेसबुक और वॉट्सऐप पर प्रधान चुनाव के नाम पर फर्जी शेड्यूल वायरल हो रहा है। इसमें चार चरणों में 11 अप्रैल से चुनाव का दावा किया गया है।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। हमें पता चला कि वायरल पोस्ट फर्जी है। पड़ताल किए जाने तक (3 मार्च) चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है।
फेसबुक यूजर सुशील कुमार प्रजापति ने एक शेड्यूल अपने अकाउंट पर अपलोड किया। इसमें प्रधान चुनाव बेकिंग लिखा गया। साथ में दावा किया गया कि पहला चरण का चुनाव 11 अप्रैल को होगा। जबकि दूसरा और तीसरा चरण 18 और 23 अप्रैल को संपन्न कराया जाएगा। अंतिम और चौथे चरण का चुनाव 29 अप्रैल को होगा।
वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
यूपी के पंचायत चुनाव की तारीख के नाम पर वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने सबसे पहले राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। हमें यहां से पता चला कि यूपी में पंचायत चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग तैयारियां कर रहा है, लेकिन हमें कहीं भी चुनाव का शेड्यूल नहीं मिला। यदि निर्वाचन आयोग कोई शेड्यूल जारी करता तो यह वेबसाइट पर जरूर अपलोड होता।
इसके बाद हमने गूगल सर्च की मदद ली। इसमें हमने ‘प्रधान चुनाव यूपी’ टाइप करके सर्च किया तो हमें कई खबरें मिलीं। इन खबरों में बताया गया कि अभी यूपी पंचायत आरक्षण लिस्ट ही जारी की गई है।
जागरण डॉट कॉम पर तीन मार्च को पब्लिश एक खबर में बताया गया कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। वाराणसी, गोरखपुर उन्नाव, देवरिया समेत कई जिलों में ग्राम प्रधान, ब्लॉक प्रमुख व वार्ड सदस्य पदों के लिए आरक्षण की अंतिम सूची जारी की गई। जिन जिलों में मंगलवार को किसी कारण से लिस्ट जारी नहीं हो सकी है, वहां इसे बुधवार को जारी किया जाएगा। आरक्षण आवंटन के साथ ही आपत्तियां लेने का कार्य आठ मार्च तक किया जाएगा। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।
जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने लखनऊ में संपर्क किया। दैनिक जागरण के यूपी प्रभारी धर्मेंद पांडेय ने हमें बताया कि पंचायत चुनाव के शेड्यूल के नाम पर वायरल पोस्ट फर्जी है। अभी तो आरक्षण की लिस्ट जारी हुई है। चुनाव में वक्त लग सकता है।
पड़ताल के अंतिम चरण में हमने यह जानना था कि फर्जी खबर फैलाना वाला कौन है। हमें फेसबुक यूजर सुशील कुमार प्रजापति के अकाउंट की जांच से पता चला कि यह एक राजनीतिक दल से जुड़ा व्यक्ति है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पंचायत चुनाव की तारीखों के नाम पर वायरल पोस्ट फर्जी निकली। अभी तक चुनाव को लेकर किसी शेड्यूल की घोषणा नहीं की गई है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।