Fact Check : लालकृष्ण आडवाणी के नाम पर फर्जी ट्वीट किया जा रहा है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यह बात साबित होता है कि पीएम मोदी, गृह मंत्री और संघ के खिलाफ वायरल ट्वीट लालकृष्ण आडवाणी ने नहीं किया। यह फर्जी है।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में भाजपा के वरिष्‍ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के नाम से एक फर्जी ट्वीट वायरल हो रहा है। इस फेक ट्वीट के हवाले से दावा किया जा रहा है कि आडवाणी ने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर इस ट्वीट के जरिए हमला किया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि लालकृष्ण आडवाणी का कोई ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल ट्वीट पूरी तरह फेक है। इस बात की पुष्टि स्‍वयं आडवाणी के सचिव दीपक चोपड़ा ने विश्‍वास न्‍यूज से की।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर संदीप सोलंकी ने फेक ट्वीट का स्‍क्रीनशॉट लगाते हुए दावा किया : ‘आडवाणी जी का जमीर जाग गया तुम्हारा कब जागेगा’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी खूब इसे वायरल कर रहे हैं। इसे आप यहां देख सकते हैं। आडवाणी के नाम से वायरल दो ट्वीट कंटेंट कुछ यूं हैं…

पहला फेक ट्वीट

“मेरी की सबसे बड़ी गलती मेरा आरएसएस जैसे निर्दया संघ को अहमियत देना, मैनें आरएसएस की हमेशा सेवा की, मैं राजनिति में उन लोगों को आगे लेकर आया जो संघ से जुड़े चेहरे थे, मैनें देश की भलाई के बारे में सोचा हमेशा! लेकिन मुझे नहीं पता था की मेरी एक भूल देश को नरक में धकेल देग।!”

दूसरा फेक ट्वीट

“मैनें मोदी-शाह का यह सोचकर विरोध नहीं किया, की ये मेरे हाथों में पले बढ़े मेरें बच्‍चे देश को विश्‍वगुरू बनायेगें, लेकिन आज देश की हालात दन दोनों की जोड़ी नें ऐसी कर दी है की जनता को श्‍वांस तक नसीब नहीं हो रही है, मुझे ऐसा पता होता तो मैं इन व्‍यापारियों को कभी देश नहीं सौंपता!”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे वायरल ट्वीट को ध्‍यान से देखा। इसमें आडवाणी की तस्‍वीर के साथ @LK_Adwani नाम के ट्विटर अकाउंट का जिक्र था। विश्‍वास न्‍यूज ने जब इस अकाउंट को खोजना शुरू किया तो हमें यह मिला। इसे आप यहां देख सकते हैं।

इस अकाउंट को दिसंबर 2020 को बनाया गया था। यहां किए गए ट्वीट की भाषा से ही अंदाजा लग रहा था कि यह आडवाणी जैसे वरिष्‍ठ नेता का अकाउंट नहीं हो सकता है। यह अकाउंट वेर‍िफाइड भी नहीं था। मतलब साफ है कि अकाउंट फर्जी है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने लालकृष्ण आडवाणी के सचिव दीपक चोपड़ा से बात की। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज से बात करते हुए बताया कि आडवाणी जी का कोई भी ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल ट्वीट्स फर्जी है।

तहकीकात को आगे बढ़ाते हुए हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। सोशल स्‍कैनिंग से पता चला कि फेसबुक यूजर संदीप पाटिल एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में यह बात साबित होता है कि पीएम मोदी, गृह मंत्री और संघ के खिलाफ वायरल ट्वीट लालकृष्ण आडवाणी ने नहीं किया। यह फर्जी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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