Fact Check : राहुल गांधी ने नहीं किया यह विवादित ट्वीट, वायरल पोस्‍ट फर्जी है

विश्‍वास न्‍यूज की तहकीकात में राहुल गांधी के नाम से वायरल ट्वीट पूरी तरह फर्जी है। उन्‍होंने कभी भी ऐसा ट्वीट नहीं किया।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एक फर्जी बयान वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने एक आपत्तिजनक ट्वीट करते हुए स्‍वीकार किया है कि उनके पूर्वजों का एजेंडा हमेशा से इस्‍लामिक कंट्री का रहा है। वे कभी भारत को हिंदू राष्‍ट्र नहीं बनते देख सकते। हमारी जांच में यह ट्वीट फर्जी निकला। राहुल गांधी ने कभी ऐसा कोई ट्वीट नहीं किया।

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि न्‍यूज चैनल के लोगो और राहुल गांधी की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करके फेक ट्वीट तैयार किया गया। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर जितेंद्र कुमार ने 23 मई को I Support Narendra Modi, Yogi Ji & RSS नाम के ग्रुप पर एक पोस्‍ट की। इस पोस्‍ट में राहुल गांधी के फर्जी ट्वीट को वायरल करते हुए लिखा गया : जागो हिंदू जागो, एबीपी न्‍यूज टीवी चैनल पर भी दिखाए गए पप्‍पू के इस टवट को देखने के बाद भी जो कांग्रेस का समर्थन करेगा वो वास्‍तव में अपने देश तथ धर्म से गददारी करेगा। अभी-अभी राहुल गांधी वायनाड से ट्वीट किए हैं आप सभी ग्रुप के मेंबर यह ट्वीट जरूर पढ़ना।

इसमें लिखा गया कि राहुल गांधी का ट्वीट : नागरिकता बिल पास करा कर बीजेपी हिंदू राष्‍ट्र के एजेंडे पर चल रही है हमारे पूर्वजों का एजेंडा हमेशा से इस्‍लामिक कंट्री पर रहा है इसलिए हमने दो इस्‍लामिक कंट्री बनाएं पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश अब हम भारत को हिंदू राष्‍ट्र बनते नहीं देख सकते।

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें। विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले राहुल गांधी के नाम से वायरल ट्वीट को ध्‍यान से देखा। इसमें हिंदी की कई गलतियां थीं। इसके अलावा राहुल गांधी की तस्‍वीर भी अलग से चिपकाई गई थी। एबीपी न्‍यूज चैनल का लोगो लगाकर इस पोस्‍ट को तैयार किया गया है। गूगल सर्च में हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई बताती हो।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने एबीपी न्‍यूज के एक सीनियर एडिटर से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल पोस्‍ट में जिस ट्वीट का हवाला दिया जा रहा है, वह कभी उनके न्‍यूज चैनल पर नहीं दिखाया गया है। यह पोस्‍ट फेक है।

इसी तरह विश्‍वास न्‍यूज ने कांग्रेस के प्रवक्‍ता अखिलेश प्रताप सिंह से भी संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि राहुल गांधी हमेशा से ट्रोल्‍स आर्मी के निशाने पर रहे हैं। यह फेक ट्वीट भी इसी का उदाहरण है।

अब बारी थी फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक यूजर जितेंद्र कुमार एक खास विचारधारा से प्रभावित हैं। इनके अकाउंट को मई 2014 को बनाया गया। यूजर दिल्‍ली के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की तहकीकात में राहुल गांधी के नाम से वायरल ट्वीट पूरी तरह फर्जी है। उन्‍होंने कभी भी ऐसा ट्वीट नहीं किया।

False
Symbols that define nature of fake news
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