Fact Check: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का फर्जी बयान गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर हुआ वायरल

विश्वास टीम ने इस वायरल पोस्ट की जांच की और पाया कि यह ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट एडिटेड है। योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो चुका है। इसी के साथ ही सूबे में सियासी पारा भी चढ़ चुका है। इसी बीच सोशल मीडिया पर सीएम योगी को लेकर एक ग्राफिक प्लेट का स्क्रीनशॉट इन दिनों तेजी से वायरल हो रही है। ग्राफिक प्लेट पर लिखा हुआ है कि योगी ने कहा, ठाकुरों का खून गर्म है, इसलिए ठाकुरों से गलती हो जाती हैं। विश्वास टीम ने इस वायरल पोस्ट की जांच की और पाया कि यह ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट एडिटेड है। योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Kailash Kailash Is ने वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा है कि ऐसे शर्मनाक बयान देकर प्रदेश में बहन बेटियों की इज्जत  से खेलने वाले लोगों के प्रति ऐसी सोच से प्रतीक होता है कौन सी मानसिकता के लोग हैं

पड़ताल –

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने ब्रेकिंग प्लेट को ध्यान से देखा। गौर करने पर हमने पाया कि वायरल हो रहे स्क्रीनशॉट पर हिंदी न्यूज चैनल आजतक का कथित लोगो लगा हुआ है। प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने यूट्यूब पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल पोस्ट से जुड़ा एक वीडियो आजतक के ट्विटर हैंडल पर 2 अक्टूबर 2020 को अपलोड मिला। वीडियो बुलेटिन में हूबहू वायरल ब्रेकिंग प्लेट जैसी झलक देखी जा सकती हैं पर उस न्यूज़ बुलेटिन में कहीं भी योगी के हवाले से ऐसा कोई बयान नहीं लिखा गया था। जिसके बाद ये साफ होता है कि ब्रेकिंग प्लेट के साथ छेड़छाड़ की गई है,  वायरल ब्रेकिंग प्लेट एडिटेड है। असली ब्रेकिंग प्लेट और वायरल ब्रेकिंग में फर्क नीचे देखा जा सकता है।

पड़ताल के दौरान हमें आजतक के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर वायरल पोस्ट से जुड़ा एक ट्वीट प्राप्त हुआ। 3 अक्टूबर 2020 को किया गया ट्वीट में आजतक द्वारा स्पष्ट किया कि उनके चैनल के नाम से एडिटेड और फर्जी ब्रेकिंग प्लेट वायरल हो रही है।

अधिक जानकारी के लिए हमने बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बिजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। सीएम योगी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। विपक्षी पार्टियां उनकी छवि खराब करने के लिए इस तरह के गलत दावे फैला रही हैं।

साल 2020 में भी यह दावा खूब वायरल हुआ था। उस दौरान भी विश्वास न्यूज ने इस दावे का फैक्ट चेक कर सच्चाई सामने रखी थी। विश्वास न्यूज ने उस समय आजतक के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई से सम्पर्क किया था। राजदीप ने उस वक्त वायरल प्लेट को देखकर विश्वास न्यूज को बताया था कि यह प्लेट फर्जी है।

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Kailash Kailash Is  की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर एक खास विचारधारा से प्रभावित है। यूजर का फेसबुक पर अकाउंट अक्टूबर 2018 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने इस वायरल पोस्ट की जांच की और पाया कि यह ब्रेकिंग न्यूज़ प्लेट एडिटेड है। योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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