Fact Check: बिहार चुनाव से पहले सवर्ण मतदाताओं के खिलाफ तेजस्वी यादव के नाम से वायरल हो रहा बयान फर्जी और मनगढ़ंत है

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के साथ जहां राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं, वहीं सोशल मीडिया पर दलों के खिलाफ अफवाहों को फैलाए जाने का सिलसिला भी जोर पकड़ता जा रहा है। वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने सवर्ण मतदाताओं के खिलाफ बयान देते हुए कहा है कि वह हमारे मतदाता नहीं हैं, इसलिए हम उनका समर्थन नहीं करते हैं।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत और तेजस्वी यादव के खिलाफ दुष्प्रचार साबित हुआ। तेजस्वी यादव के नाम से सवर्ण मतदाताओं के खिलाफ वायरल हो रहा बयान फर्जी और मनगढ़ंत है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

सोशल मीडिया यूजर ‘Santosh Kumar’ ने तेजस्वी यादव के नाम से वायरल हो रहे पोस्ट को शेयर (आर्काइव लिंक) किया है।

कई अन्य यूजर्स ने इस बयान को सच मानते हुए तेजस्वी यादव को चुनाव में सबक सिखाए जाने की अपील करते हुए समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल हो रहे एक पोस्ट में हिंदी न्यूज चैनल ABP का कथित ब्रेकिंग प्लेट नजर आ रहा है, जिस पर तेजस्वी यादव के हवाले से लिखा हुआ है, ‘स्वर्ण हमार वोटर नही, जो हम समर्थन करते।’

किसी भी न्यूज चैनल के ब्रेकिंग न्यूज प्लेट की अपनी एक डिजाइन और शैली होती है। जिसमें सामान्य तौर पर फॉन्ट की एकरूपता होती है, लेकिन वायरल हो रहे प्लेट में अलग-अलग तरह के फॉन्ट को देखा जा सकता है, जिससे इसके वास्तविक होने का संदेह पैदा होता है।

न्यूज ब्रेकिंग प्लेट में इस्तेमाल किया गया अलग-अलग फॉन्ट जिससे एडिटिंग की पुष्टि होती है

दूसरा, न्यूज चैनल्स के ब्रेकिंग खबर में व्याकरण और वर्तनी की अशुद्धियां नहीं होती है, जबकि वायरल हो रहे ब्रेकिंग प्लेट में लिखी गई खबर में व्याकरण और वर्तनी की बड़ी गलतियां नजर आ रही है। इसलिए इसकी सच्चाई पर यकीन करना मुश्किल है।

ब्रेकिंग प्लेट में नजर आ रही वर्तनी की अशुद्धियां

इन दो आकलन के आधार पर कहा जा सकता है कि तेजस्वी यादव के बयान वाला ब्रेकिंग प्लेट फर्जी और एडिटेड है। इस ब्रेकिंग प्लेट की तुलना हम जब ABP के वेरिफाइड ट्विटर हैंडल पर मौजूद ब्रेकिंग प्लेट से करते हैं तो स्थिति साफ और स्पष्ट हो जाती है। वायरल हो रहा ब्रेकिंग प्लेट फर्जी और एडिटेड है, जिसे गलत मंशा के साथ वायरल किया जा रहा है।

नीचे दी गई तस्वीरों में आप इसे साफ-साफ देख सकते हैं। ABP के ओरिजिनल ब्रेकिंग प्लेट में जहां फॉन्ट की एकरूपता है, वहीं वायरल हो रहे ब्रेकिंग प्लेट में अलग-अलग फॉन्ट का इस्तेमाल किया गया है।

इससे पहले यही ब्रेकिंग प्लेट नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ वायरल हुआ था, जिसमें उनके नाम से सवर्ण विरोधी बयान का जिक्र किया गया था। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में इसे फर्जी और दुष्प्रचार प्रेरित पाया था।

गौरतलब है कि चुनाव आयोग बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर चुका है। 243 सीटों वाले बिहार विधानसभा में इस बार तीन चरणों 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को चुनाव होगा और चुनाव के नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।

न्यूज सर्च में हमें hindi.news18.com की वेबसाइट पर नौ फरवरी 2019 को प्रकाशित एक आर्टिकल मिला। इसके मुताबिक, तेजस्वी यादव ने सवर्ण आरक्षण की संवैधानिकता पर सवाल उठाते हुए आबादी के अनुपात में आरक्षण दिए जाने की मांग उठाई थी।

सर्च में हमें ऐसा कोई आर्टिकल नहीं मिला, जिसमें उन्होंने सवर्ण मतदाताओं के खिलाफ कोई बयान दिया हो। विश्वास न्यूज ने इसे लेकर आरजेडी के प्रवक्ता मुत्युंजय तिवारी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘यह बयान सीधे-सीधे दुष्प्रचार है। तेजस्वी यादव ने ऐसा कभी कुछ नहीं कहा। उनका हमेशा से कहना रहा है कि आरजेडी सभी वर्गों की पार्टी है और हमार लक्ष्य सभी को साथ लेकर चलना है।’

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को बिहार का रहने वाला बताया है। इस प्रोफाइल से विचारधारा विशेष से प्रेरित बातें शेयर की जाती है।

निष्कर्ष: सवर्ण मतदाताओं के खिलाफ तेजस्वी यादव के नाम से वायरल हो रहा बयान फर्जी और उनके खिलाफ चलाया जा रहा दुष्प्रचार है।

False
Symbols that define nature of fake news
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