विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई का कोई वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल स्क्रीनशॉट रंजन गोगोई के नाम से बने पैरोडी ट्विटर अकाउंट का है। इसे कुछ लोग सच मानकर वायरल कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश व वर्तमान राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई के ट्वीट के नाम से एक फर्जी ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल हो रहा है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई का कोई वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल स्क्रीनशॉट रंजन गोगोई के नाम से बने पैरोडी ट्विटर अकाउंट का है। इसे कुछ लोग सच मानकर वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर संजय कुमार रणवां ने 4 जुलाई को रंजन गोगोई के ट्वीट के नाम से वायरल स्क्रीनशॉट को पोस्ट किया। इसमें उनकी एक तस्वीर का इस्तेमाल किया गया था। स्क्रीनशॉट में लिखा गया : ‘अरब देशों को भारत पर हमला करने के लिए निमंत्रण देने वाली दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग का अध्यक्ष जफरूल इस्लाम देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होने पर माफी मांग रहा है। लेकिन हमें माफ नहीं करना चाहिए और न ही विश्वास करना चाहिए, क्योंकि इसकी मानसिकता भारत विरोधी है।’
वायरल पोस्ट को दूसरे यूजर्स भी शेयर कर रहे हैं। फेसबुक पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है। फेसबुक के अलावा यह ट्विटर पर भी वायरल है।
विश्वास न्यूज ने वायरल ट्वीट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले वायरल स्क्रीनशॉट में मौजूद ट्विटर हैंडल @SGBJP को खंगालना शुरू किया। स्कैनिंग में पता चला कि इस नाम से रंजन गोगोई का किसी ने एक फैन पेज बनाया हुआ है।
इस हैंडल को अगस्त 2020 को बनाया गया था। इसे 633 लोग फॉलो करते हैं। अब तक की स्कैनिंग में यह साफ हो गया कि रंजन गोगोई के नाम पर बने इस हैंडल में कोई सच्चाई नहीं है।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए ट्विटर पर रंजन गोगोई के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को सर्च करना शुरू किया। हमें वहां उनका कोई वेरिफाइड हैंडल नहीं मिला।
रंजन गोगोई के नाम पर वायरल फेक ट्वीट को लेकर सुप्रीम कोर्ट कवर करने वालीं दैनिक जागरण की विशेष संवाददाता माला दीक्षित कहती हैं कि उनके नाम पर पहले भी ऐसे कई फेक ट्वीट वायरल हो चुके हैं। रंजन गोगोई ट्विटर पर मौजूद नहीं हैं।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल में अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर संजय कुमार रणवां की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर को नौ हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। फेसबुक पर इनके पांच हजार फ्रेंड हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई का कोई वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट नहीं है। वायरल स्क्रीनशॉट रंजन गोगोई के नाम से बने पैरोडी ट्विटर अकाउंट का है। इसे कुछ लोग सच मानकर वायरल कर रहे हैं।
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