विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाई गई। दरअसल असम सरकार से जुड़ी एक पुरानी खबर को कुछ लोग यूपी सरकार के नाम पर फेक वायरल कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। देशभर में 10वीं और 12वीं के रिजल्ट घोषित किए जा चुके हैं। लेकिन इसी के साथ इसे लेकर कुछ फर्जी खबरें भी सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। अब सोशल मीडिया में यूपी सरकार को लेकर एक दुष्प्रचार वायरल हो रहा है।
इसमें एक वेबसाइट की खबर को यह बताते हुए वायरल किया जा रहा है कि यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने नया फरमान निकाला है। जिसके तहत अब 10वीं व 12वीं में प्रमोट होने वाले स्टूडेंट्स को सरकारी नौकरी के लिए विशेष परीक्षा देना होगा।
विश्वास न्यूज की जांच में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। यूपी सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश नहीं निकाला गया है। असम सरकार से जुड़ी एक पुरानी खबर को कुछ लोग यूपी सरकार से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। हालांकि, बाद में असम सरकार ने भी अपना फैसला वापस ले लिया।
फेसबुक पर राम अवतार नाम के एक यूजर ने 6 अगस्त को एक पोस्ट लिखते हुए टाइप किया क्या बात है। पोस्ट में अपलोड खबर में हेडिंग में लिखा गया : ’10 वीं 12 वीं में प्रमोट होने वाले स्टूडेंट्स को सरकारी नौकरी के लिए देना होगा स्पेशन एग्जाम।’
इसके आगे लिखा गया : आदेश के मुताबिक कोविड के दौरान बिना परीक्षा दिए अगली क्लास में प्रमोट होने वाले 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स की मार्कशीट सरकारी नौकरियों के लिए मान्य नहीं है।
खबर के स्क्रीनशॉट में योगी आदित्यनाथ की तस्वीर अलग से चिपकाई गई। इससे यह बताने का प्रयास किया गया कि खबर यूपी सरकार से जुड़ी हुई है। हालांकि, यह झूठ निकला।
फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल पोस्ट में इस्तेमाल की गई खबर के स्क्रीनशॉट की हेडिंग ’10वीं, 12वीं में प्रमोट होने वाले स्टूडेंट्स को देना होगा स्पेशल एग्जाम’ को गूगल में सर्च करना शुरू किया। शुरुआती सर्च में हमें न्यूज 18 की वेबसाइट पर ओरिजनल खबर मिली। इस खबर में इसे असम की बताया गया। पूरी खबर यहां पढ़ सकते हैं।
जांच में हमें पता चला कि असम की पुरानी खबर के स्क्रीनशॉट पर योगी आदित्यनाथ की तस्वीर लगाकर वायरल किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज को अब यह जानना था कि क्या असम सरकार की ओर से ऐसा कोई आदेश जारी किया गया है क्या? इसके लिए हमने फिर से गूगल सर्च की मदद ली। हमें टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर 9 जुलाई को पब्लिश एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि असम सरकार की भर्ती के लिए होने वाली कक्षा 10 और 12वीं के बोर्ड परीक्ष को कैंसल कर दिया गया है। पूरी खबर यहां पढ़ें।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार से संपर्क किया। उन्होंने बताया, “वायरल पोस्ट का यूपी से कोई संबंध नहीं है। यहां ऐसा कोई भी आदेश नहीं निकाला गया है।”
इसके बाद हमने असम हायर सेकंडरी एजुकेशन काउंसिल के जनसंपर्क अधिकारी लुइट पाठक से भी संपर्क किया। उन्होंने भी साफ किया कि असम में फिलहाल ऐसा कोई आदेश लागू नहीं है।
जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने गुवाहाटी के ईस्टमोजो के पत्रकार नीलुत्पल तिमसीना से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि असम में सरकारी नौकरियों के लिए वायरल पोस्ट जैसी बात हुई थी। लेकिन विरोध के बाद सरकार की ओर से इसे आगे नहीं बढ़ाते हुए कैंसल कर दिया।
पड़ताल के अंत में अब हमें यह जानना था कि यूपी सरकार को लेकर फेक पोस्ट करने वाला यूजर कौन है। सोशल स्कैनिंग में हमें पता चला कि फेसबुक यूजर राम अवतार यूपी के पीलीभीत का रहने वाला है। प्रोफाइल में दी गई जानकारी के अनुसार, यूजर कई संगठनों से जुड़ा हुआ है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाई गई। दरअसल असम सरकार से जुड़ी एक पुरानी खबर को कुछ लोग यूपी सरकार के नाम पर फेक वायरल कर रहे हैं।
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