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Fact Check : ग्‍वार की पुरानी खबर से छेड़छाड़ करके बनाई ‘शिक्षक वीर’ की झूठी पोस्‍ट

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। शिक्षकवीर वाली बात कोरी बकवास है। अखबार की एक साल पुरानी कटिंग के साथ छेड़छाड़ करके झूठ फैलाया गया है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग वायरल हो रही है। इसमें राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए दावा किया गया कि अग्निवीर की तरह एक सितंबर से शिक्षकों की भी भर्ती होगी। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। दावा बेबुनियाद साबित हुआ। पड़ताल में पता चला कि एक अखबार की ग्‍वार से जुड़ी एक खबर के साथ छेड़छाड़ करके वायरल पोस्‍ट तैयार की गई है। इसमें सच्‍चाई नहीं है। एक साल पुराने अखबार की कटिंग से छेड़छाड़ करके वायरल पोस्‍ट तैयार की गई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर जितेंद्र वर्मा मंडेला ने 22 अगस्‍त को एक कोलाज अपने अकाउंट पर अपलोड किया। इसमें राष्‍ट्रपति की एक तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए लिखा गया : ‘शिक्षक वीरों के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। देश के नए नए आयाम छूता हुआ अब 1 सितंबर 2022 से शिक्षकों की भर्ती भी अब शिक्षक वीर के पद पर होगी। महामहिम जी ने शिक्षक वीरों की दी मंजूरी। सभी शिक्षक वीरों को हार्दिक बधाई और शुभकमानाएं।’

इसके बाद अखबार की कटिंग जोड़ी गई। इसके ऊपर लिखा गया : शिक्षक भर्ती नई नियमावली राष्‍ट्रपति की मंजूरी। B.Ed वालों के लिए बड़ी खुशखबरी अग्निवरी की तर्ज पर भर्ती। 4 गुना शिक्षक लिए जाएंगे। 1 सितंबर से नया नियम। 10 साल होगी शिक्षक नौकरी।

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को यहां हूबहू लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी अभी का मानकर वायरल कर रहे हैं। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल ओपन सर्च का इस्‍तेमाल करके यह जानना चाहा कि क्‍या सरकार की ओर से ऐसा कोई निर्णय लिया गया है क्‍या, जैसा कि वायरल पोस्‍ट में दावा किया जा रहा है। गूगल सर्च में हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल दावे की पुष्टि कर सके।

जांच को आगे बढ़ाते हुए वायरल पोस्‍ट में इस्‍तेमाल की गई अखबार की कटिंग को ध्‍यान से देखा। इसमें हेडिंग के ऊपर लिखा था : ‘उछाल : जुलाई में चार हजार से कम थे ग्‍वार के दाम, अब औसत भाव 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल से अधिक।’ इसका मतलब साफ था कि ओरिजनल खबर ग्‍वार की कीमतों से जुड़ी हुई थी।

विश्‍वास न्‍यूज ने संबंधित कीवर्ड के आधार पर गूगल सर्च किया। इससे जुड़ी खबर हमें भास्‍कर डॉट कॉम पर मिली। यह खबर एक साल पहले हनुमानगढ़ से पब्लिश की गई थी।

विश्‍वास न्‍यूज ने इसके आधार पर दैनिक भास्‍कर के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। वायरल पोस्‍ट की ओरिजनल अखबार की कटिंग हमें हनुमानगढ़ संस्‍करण में मिली। 23 अगस्‍त 2021 को यह खबर पब्लिश हुई थी। इसे नीचे देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, दिल्‍ली में एजुकेशन बीट कवर करने वाले वरिष्‍ठ पत्रकार अरविंद पांडेय से संपर्क किया। उनके साथ वायरल पोस्‍ट को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है। वायरल पोस्‍ट फेक है।

पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर जितेंद्र वर्मा मंडेला के करीब 5 हजार दोस्‍त हैं। यूजर बलिया के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। शिक्षकवीर वाली बात कोरी बकवास है। अखबार की एक साल पुरानी कटिंग के साथ छेड़छाड़ करके झूठ फैलाया गया है।

  • Claim Review : B.Ed वालों के लिए बड़ी खुशखबरी अग्निवरी की तर्ज पर भर्ती। 4 गुना शिक्षक लिए जाएंगे। 1 सितंबर से नया नियम। 10 साल होगी शिक्षक नौकरी।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर जितेंद्र वर्मा मंडेला
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