Fact Check: व्यंग्य में लिखी गई रिपोर्ट को सच मानकर शेयर कर रहे सोशल मीडिया यूजर्स

विश्वास न्यूज़ ने उत्तर प्रदेश सरकार को लेकर वायरल स्क्रीनशॉट की जांच और अपनी पड़ताल में पाया कि यह कोई असली घटना नहीं, बल्कि हास्य-विनोद के मकसद से लिखे गए काल्पनिक आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है। इस आर्टिकल को ‘द फॉक्सी’ नाम की वेबसाइट पर छापा गया था। यह वेबसाइट केवल काल्पनिक और व्यंग्यपूर्ण कहानियां प्रकाशित करती है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक रिपोर्ट के स्क्रीनशॉट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक के हिजाब विवाद को खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक अहम फैसला लिया है। स्क्रीनशॉट पर मौजूद खबर में लिखा हुआ है कि सीएम योगी ने प्रदेश में भगवा हिजाब के उत्पादन का फैसला किया है। खबर में आगे बताया गया है कि सरकार का कहना है कि ऐसा करने से दोनों तरफ की समस्याओं का समाधान हो जाएगा।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा फर्जी निकला। वायरल पोस्ट एक व्यंग्य है और उसका सच्चाई से कोई वास्ता नहीं है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह कोई असली घटना नहीं, बल्कि हास्य-विनोद के मकसद से लिखे गए काल्पनिक आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है। इस आर्टिकल को ‘द फॉक्सी’ नाम की वेबसाइट पर छापा गया था। यह वेबसाइट केवल काल्पनिक और व्यंग्यपूर्ण कहानियां प्रकाशित करती है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Thakur Pushpendra Jadoun ने वायरल स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए लिखा है कि ‘बाबा जी ने समस्या ही खत्म कर दी। भगवा लहराएंगे,जय हो योगी महाराज की।’ पोस्‍ट में एक तरफ योगी आदित्‍यनाथ की तस्‍वीर है तो दूसरी ओर आरेंज कलर का हिजाब पहने हुए एक युवती को देखा जा सकता है।

यूजर द्वारा शेयर की गई पोस्ट के कंटेंट को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आकाईव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है। ट्विटर पर भी यूजर्स इस दावे को जमकर शेयर कर रहे हैं।

https://twitter.com/Bhilai/status/1493572174296219649

पड़ताल –

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने स्क्रीनशॉट को गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी असली रिपोर्ट द फॉक्सी की वेबसाइट पर 14 फरवरी 2022 को प्रकाशित मिली। असली रिपोर्ट को पढ़ने के बाद हमें पता चला कि यह लेख हास्य-विनोद के मकसद से लिखा गया एक काल्पनिक आर्टिकल है। खबर के अंत में मजाकिया अंदाज में लिखा गया है कि यह एक डेवलपिंग स्टोरी है और हमारे रिपोर्टर हिजाब पहनकर कर्नाटक में इस मामले की छानबीन करने में लगे हुए है।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज़ ने द फॉक्सी की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। वेबसाइट के अबाउट सेक्शन को खंगालने पर हमने पाया कि द फॉक्सी एक व्यंग्य वेब पोर्टल है। इस वेबसाइट पर प्रकाशित सभी खबरें और रिपोर्ट सिर्फ मनोरंजन के मकसद से लिखी गई है। इनमें किसी भी तरह की कोई सच्चाई नहीं है। वेबसाइट द्वारा लिखे गए लेखों को सच न समझें।

वायरल स्क्रीनशॉट को लेकर हमने यूपी बीजेपी के प्रवक्ता अवनीश त्यागी से संपर्क किया। उन्होंने इस दावे को फर्जी बताते हुए बीजेपी और योगी के खिलाफ दुष्प्रचार करार दिया।

पूरी तरह से पुष्टि करने के लिए हमने ट्विटर के जरिए द फॉक्सी से संपर्क किया। द फॉक्सी ने हमें बताया कि हमारी वेबसाइट पर प्रकाशित सभी रिपोर्ट्स मजाकिया तौर पर मनोरंजन के लिए लिखी गई है। सारी पोस्ट केवल हास्य के लिए डाली गई है और इन्हें गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।

विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। यूजर के फेसबुक पर तीन हजार पांच सौ से ज्यादा फ्रेंड्स मौजूद हैं। Thakur Pushpendra Jadoun उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला है। यूजर फेसबुक पर अगस्त 2014 से सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ ने उत्तर प्रदेश सरकार को लेकर वायरल स्क्रीनशॉट की जांच और अपनी पड़ताल में पाया कि यह कोई असली घटना नहीं, बल्कि हास्य-विनोद के मकसद से लिखे गए काल्पनिक आर्टिकल का स्क्रीनशॉट है। इस आर्टिकल को ‘द फॉक्सी’ नाम की वेबसाइट पर छापा गया था। यह वेबसाइट केवल काल्पनिक और व्यंग्यपूर्ण कहानियां प्रकाशित करती है।

False
Symbols that define nature of fake news
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