Fact Check : राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से वायरल की गई अखबार की फर्जी क्लिप
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। कटिंग फर्जी साबित हुई। इंटरनेट पर मौजूद एक वेबसाइट के माध्यम से काल्पनिक न्यूज तैयार की गई है।
- By: Ashish Maharishi
- Published: Mar 3, 2023 at 02:48 PM
- Updated: Mar 6, 2023 at 04:31 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को लेकर सोशल मीडिया पर अखबार की एक क्लिप वायरल हो रही है। इस कटिंग में खबर के फार्मेट में दावा गया कि है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे को बोस्टन में ड्रग के कारण अरेस्ट किया गया था। इस क्लिप को सच मानकर सोशल मीडिया यूजर्स राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार की मंशा से वायरल कर रहे हैं। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। कटिंग फर्जी साबित हुई। इंटरनेट पर मौजूद एक वेबसाइट के माध्यम से काल्पनिक न्यूज तैयार की गई है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर सुनील कुमार ने 27 फरवरी को अखबार की क्लिप के साथ एक पोस्ट लिखा। इसमें अंग्रेजी में लिखा गया : “When Rahul Gandhi was arrested back in Boston for drugs. He was released after intervention by PM Vajpeyee. Soniya begged and large hearted Vajpeyee spoke to US authorities. Now such shabby character wants to be PM. One can check newspaper clipping of Boston(USA).”
पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच करने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल की मदद से खोज को शुरू किया। सर्च में वायरल पोस्ट की पुष्टि करने वाली एक भी ऐसी मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें यह साबित हो सके कि राहुल गांधी को बोस्टन एयरपोर्ट पर अरेस्ट किया गया हो। चूंकि वायरल न्यूज कटिंग में समाचार एजेंसी एएफपी का जिक्र किया गया है, इसलिए हमने उससे जुड़ी सभी वेबसाइट पर जाकर सर्च किया। एएफपी फैक्ट चेक की वेबसाइट पर सर्च करने से हमें वायरल कटिंग की फैक्ट चेक रिपोर्ट मिली। 8 जनवरी 2020 को पब्लिश इस रिपोर्ट में साफ-साफ बताया गया कि इसे न्यूजपेपर क्लिपिंग जेनरेटर वेबसाइट फॉडी.कॉम के माध्यम से बनाया गया है। एएफपी की फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए फॉडी.कॉम को लॉगइन किया। यहां हमें अखबार का नाम, तारीख, हेडिंग और कंटेंट लिखने का ऑप्शन मिला। इसके माध्यम से नीचे दी गई इमेज बनाई गई। जांच में अब तक यह साबित हो चुका था कि इसका दुरुपयोग दुरुप्रयोग करके राहुल गांधी के खिलाफ वायरल खबर को तैयार किया गया।
कांग्रेस के सेक्रेटरी और मीडिया कोऑर्डिनेटर प्रणव झा ने विश्वास न्यूज से बातचीत में कहा, “आज के सूचना क्रांति के दौर में सच आसानी से पता लगाया जा सकता है। कोई भी व्यक्ति आसानी से द बोस्टन ग्लोबल अख़बार के डिजिटल एडिशन पर 13 सितंबर 2001 के 13 वें पन्ने पर इस खबर की जाँच कर सकता है। परंतु ये खबर मिलेगी नहीं, क्योंकि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं, इसलिए ऐसी खबर भी नहीं छपी। सवाल है, तो क्या ये इमेज झूठा है ? तो जवाब है कि 100 फ़ीसदी झूठा है, क्योंकि ये डिजिटल क्रिएटेड फेक इमेज है। फॉन्ट और डिज़ाइन भी मूल द बोस्टन ग्लोबल अख़बार के डिज़ाइन से मेल नहीं खाते।”
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की गई। फेसबुक यूजर सुनील कुमार बिहार के आरा के रहने वाले हैं। पेशे से वकील सुनील कुमार के 883 फ्रेंड हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि राहुल गांधी को लेकर वायरल की जा रही क्लिप फर्जी है। इसे एक वेबसाइट के जरिए तैयार किया गया है। इसमें सच्चाई नहीं है।
- Claim Review : When Rahul Gandhi was arrested back in Boston for drugs
- Claimed By : फेसबुक यूजर सुनील कुमार
- Fact Check : झूठ
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