Fact Check: पूर्व चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने नहीं दिया गुजरात व हिमाचल चुनाव में ईवीएम हैकिंग को लेकर ऐसा कोई बयान

पूर्व चुनाव आयुक्त टी एस कृष्णमूर्ति ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव में ईवीएम हैकिंग को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया था। सोशल मीडिया पर फर्जी खबर की कटिंग वायरल हो रही है।

Fact Check: पूर्व चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने नहीं दिया गुजरात व हिमाचल चुनाव में ईवीएम हैकिंग को लेकर ऐसा कोई बयान

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर न्यूज पेपर की कटिंग वायरल हो रही है। इसमें लिखा है कि पूर्व चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने बयान दिया है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव बीजेपी ने ईवीएम हैकिंग से जीता है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है। पूर्व चुनाव आयुक्त ने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‘रोहतक बबलू नरवाल‘ (आर्काइव लिंक) ने 9 अक्टूबर को न्यूजपेपर की इस कटिंग को पोस्ट किया है। इसकी हेडिंग है,

गुजरात और हिमाचल प्रदेश का चुनाव बीजेपी ने ईवीएम हेकिंग से जीता है— टी एस कृष्णमूर्ति

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इसे गूगल पर ओपन सर्च किया। इसमें हमें किसी भी विश्वसनीय वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे इस दावे की पुष्टि हो सके। इंग्लिश कीवर्ड से सर्च करने पर हमें चुनाव आयोग की वेबसाइट पर एक प्रेस रिलीज मिली। इसे 11 मार्च 2021 को अपलोड किया गया था। इसके अनुसार, चुनाव आयोग के संज्ञान में आया है कि कुछ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ईवीएम हैकिंग के बारे में एक पुरानी फर्जी खबर वायरल की जा रही है। 21 दिसंबर 2017 में दुर्भावनापूर्ण रूप से एक समाचार छपा, जिसमें दावा किया गया कि पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएस कृष्णमूर्ति ने कहा कि एक विशेष पार्टी ने ईवीएम हैक करके विधानसभा चुनाव जीता। इस गलत जानकारी को पहले खुद पूर्व सीईसी ने खारिज कर दिया था। यह खबर फिर से सोशल मीडिया पर कुछ असामाजिक तत्व वायरल कर रहे हैं। इस फर्जी खबर का खंडन करते हुए कृष्णमूर्ति ने एक बार फिर बयान जारी कर कहा है कि कुछ समय पहले एक हिंदी समाचार पत्र में छपी फर्जी खबर को फिर वायरल किया जा रहा है। मैं दोहराना चाहूंगा कि ईवीएम सबसे विश्वसनीय हैं और मुझे इसकी विश्वसनीयता के बारे में कोई संदेह नहीं है।

इसकी अधिक पुष्टि के लिए हमने चुनाव आयोग की प्रवक्ता शेफाली सरन से संपर्क किया। उन्होंने हमें एक ट्वीट भेजा। 11 अक्टूबर 2022 को किए गए इस ट्वीट में लिखा है कि यह खबर फेक है।

यह पोस्ट पहले भी वायरल हो चुकी है। विश्वास न्यूज की पूरी पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

फेक पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर ‘रोहतक बबलू नरवाल‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, वह रोहतक में रहते हैं और एक राजनीति दल से जुड़े हुए हैं।

निष्कर्ष: पूर्व चुनाव आयुक्त टी एस कृष्णमूर्ति ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश चुनाव में ईवीएम हैकिंग को लेकर ऐसा कोई बयान नहीं दिया था। सोशल मीडिया पर फर्जी खबर की कटिंग वायरल हो रही है।

False
Symbols that define nature of fake news
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