Fact Check : न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट को एडिट करके वायरल की गई फेक न्‍यूज

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में बांसवाड़ा के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। एक न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट को एडिट करके यह फर्जी खबर वायरल की गई।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया गया कि राजस्‍थान के बांसवाड़ा में वीडियो के एग्जाम में कम नंबर आने पर एक युवती ने अपने प्रेमी से ब्रेकअप कर लिया। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की पड़ताल की तो पता चला कि इसे सच मानकर कई सोशल मीडिया यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। पड़ताल में पता चला कि एक न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट को एडिट करके फर्जी खबर वायरल की गई है। इसका खंडन खुद चैनल की ओर से भी किया गया।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अंकित महर रायपुरा ने 29 दिसंबर को एक पोस्‍ट लिखते हुए दावा किया : ‘VDO परीक्षा के बाद के रुझान आने शुरू हो गए है….न जाने कितनों के सपने चकनाचूर होंगे..’

फेसबुक पोस्‍ट के साथ इस्‍तेमाल की गई ब्रेकिंग प्‍लेट में लिखा गया कि Banswara : VDO मे कम नंबर आने से हुआ ब्रेकअप, पुलिस वाले से हुआ रिश्‍ता तय। बांसवाड़ा जिले में VDO मे कम नंबर आने से 7 साल पुराना रिश्‍ता टूटा, प्रेमिका ने बताया कि VDO बनने पर शादी करने का किया था वादा पर प्रेमी के नंबर ही कम आने पर किया ब्रेक अप, अब प्रेमिका ने पुलिस वाले से शादी करने की बात कही।

फेसबुक पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है। इसे सच मानकर कई फेसबुक यूजर्स इसे वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आकाईव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च किया। संबंधित कीवर्ड टाइप करके सर्च करने पर हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जो वायरल पोस्‍ट के दावे की सत्‍यता की पुष्टि करती हो।

पड़ताल को और विस्‍तार से देते हुए हमने उस न्‍यूज चैनल के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालना शुरू किया गया, जिसकी ब्रेकिंग प्‍लेट का इस्‍तेमाल किया गया था। फर्स्‍ट इंडिया न्‍यूज के ट्विटर हैंडल पर 29 दिसंबर को एक ट्वीट मिला। इसमें लिखा गया कि फर्स्ट इंडिया डिजिटल की ब्रेकिंग न्यूज प्लेट को एडिट करके “VDO में कम नंबर आने से हुआ ब्रेकअप…” जैसी खबर वायरल की जा रही है…। इसमें लिखा गया कि वायरल हो रही खबर और पोस्‍ट से चैनल का कोई सरोकार नहीं है। फर्स्‍ट इंडिया की लीगल टीम इस मामले में जल्‍द से जल्‍द ठोस कदम उठाएगी।

जांच को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने फर्स्‍ट इंडिया न्‍यूज के एक सीनियर एडिटर से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें जानकारी दी कि उनके चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट का दुरुपयोग करते हुए बांसवाड़ा वाली फर्जी पोस्‍ट वायरल की गई। पड़ताल के दौरान विश्‍वास न्‍यूज ने फर्स्‍ट इंडिया न्‍यूज, बांसवाड़ा से जुड़े पत्रकार अनुपम दीक्षित से संपर्क किया। उन्‍होंने भी वायरल पोस्‍ट को फेक बताया।

पड़ताल के अंत में विश्‍वास न्‍यूज ने फेसबुक यूजर अंकित महर रायपुरा की सोशल स्‍कैनिंग की। जांच में पता चला कि यूजर जयपुर में रहता है। इस अकाउंट को जून 2011 को बनाया गया था। प्रोफाइल को 370 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में बांसवाड़ा के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। एक न्‍यूज चैनल की ब्रेकिंग प्‍लेट को एडिट करके यह फर्जी खबर वायरल की गई।

False
Symbols that define nature of fake news
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