Fact Check: यूपी पंचायत चुनाव की तारीख और आरक्षण सूची को लेकर वायरल हो रही फर्जी ग्राफिक्स प्लेट

विश्वास न्यूज की पड़ताल में आगामी यूपी पंचायत चुनावों को लेकर किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ है। आजतक न्यूज चैनल के नाम पर फर्जी ग्राफिक्स प्लेट वायरल की जा रही है। यूपी पंचायत चुनाव को लेकर दाखिल की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अभी 26 मार्च 2021 को सुनवाई करेगा। फैक्ट चेक किए जाने तक वायरल दावे जैसा कोई फैसला सुप्रीम कोर्ट ने नहीं सुनाया है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनावों को लेकर एक दावा वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स एक कथित न्यूज ग्राफिक्स प्लेट शेयर कर रहे हैं, जिसपर लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पंचायत चुनावों की आरक्षण सूची पर हाई कोर्ट का फैसला पलट दिया है और नई आरक्षण सूची रद्द हो गई है। इस वायरल ग्राफिक्स प्लेट पर दावा किया गया है कि यूपी पंचायत चुनाव अब एक मई से होंगे।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा गलत साबित हुआ है। आजतक न्यूज चैनल के नाम पर फर्जी ग्राफिक्स प्लेट वायरल की जा रही है। यूपी पंचायत चुनाव को लेकर दाखिल की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अभी 26 मार्च 2021 को सुनवाई करेगा। फैक्ट चेक किए जाने तक वायरल दावे जैसा कोई फैसला सुप्रीम कोर्ट ने नहीं सुनाया है।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी ये दावा फैक्ट चेक के लिए मिला है। एक यूजर ने हमारे साथ एक न्यूज ग्राफिक्स प्लेट शेयर की है, जिसपर आजतक लिखा हुआ है। कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यही ग्राफिक्स प्लेट फेसबुक पर भी वायरल मिली है। Manoj Yadav नाम के फेसबुक यूजर ने 23 मार्च 2021 को यूपी पंचायत चुनावों को लेकर दावे करने वाली इस वायरल ग्राफिक्स प्लेट को पोस्ट किया है।

इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले इंटनेट पर ओपन सर्च कर यह जानना चाहा कि उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित पंचायत चुनावों के लिए कोई नया अपडेट आया है या नहीं। हमें हमारे सहयोगी दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 23 मार्च 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट का शीर्षक है, ‘यूपी पंचायत चुनाव का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को दी गई चुनौती।’ इस रिपोर्ट में लिखा है, ‘उत्तर प्रदेश का पंचायत चुनाव मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर इलाहाबाद हाईकोर्ट के गत 15 मार्च के आदेश को चुनौती दी गई है। उस आदेश में हाईकोर्ट ने 16 सितंबर 2015 के शासनादेश की आरक्षण नीति के मुताबिक पंचायत चुनाव कराने का आदेश दिया है।’

हमें 24 मार्च 2021 को लाइव हिंदुस्तान की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपी पंचायत चुनाव में जारी आरक्षण लिस्ट के मामले में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका पर शुक्रवार (26 मार्च 2021) को सुनवाई होगी। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने कुछ दिन पहले आरक्षण सूची पर रोक लगाते हुए 2015 के आधार पर सीटों पर आरक्षण लागू करने का आदेश दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक यूपी सरकार ने इस फैसले को मान लिया और 2015 को ही आधार मनाकर अंतरिम आरक्षण सूची भी जारी कर दी है। अभी इस आरक्षण सूची को लेकर सामने आई आपत्तियों के निस्तारण का काम चल रहा है और अंतिम आरक्षण सूची 26 मार्च को जारी की जाएगी और इसी दिन सुप्रीम कोर्ट याचिका पर सुनवाई भी करेगा।

विश्वास न्यूज को ऐसी कोई प्रामाणिक मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जो वायरल ग्राफिक्स प्लेट में किए जा रहे दावों की पुष्टि करती हो। सुप्रीम कोर्ट ने अगर यूपी पंचायत चुनावों को लेकर कोई फैसला सुनाया होता, तो ये बड़ी खबर होती और प्रामाणिक मीडिया हाउस इसे रिपोर्ट जरूर करते। विश्वास न्यूज ने इस संबंध में हमारे सहयोगी दैनिक जागरण की लीगल ब्यूरो हेड माला दीक्षित से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि सुप्रीम कोर्ट अभी यूपी पंचायत चुनावों से जुड़ी याचिका पर 26 मार्च को सुनवाई करेगा।

विश्वास न्यूज ने वायरल ग्राफिक्स प्लेट को भी गौर से देखा। इस ग्राफिक्स प्लेट पर आजतक का लोगो लगा हुआ है। हमने आजतक चैनल के आधिकारिक ग्राफिक्स प्लेट से इसकी तुलना की। हमें फॉन्ट और स्टाइल शीट में काफी फर्क नजर आया। आजतक के ओरिजिनल ग्राफिक्स प्लेट का फॉन्ट और लोगो इत्यादि वायरल ग्राफिक्स प्लेट से बिल्कुल अलग है। इसे यहां नीचे देखा जा सकता है। हमने वायरल ग्राफिक्स प्लेट को आजतक की संपादकीय टीम के साथ काम करने वाले प्रोड्यूसर संग भी शेयर किया। उन्होंने भी पुष्टि करते हुए बताया कि यह ग्राफिक्स प्लेट आजतक चैनल की नहीं है।

वायरल ग्राफिक्स प्लेट (ऊपर) और ओरिजनल ग्राफिक्स प्लेट (नीचे) में फर्क साफ देखा सकता है।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को फेसबुक पर शेयर करने वाले यूजर Manoj Yadav की प्रोफाइल को स्कैन किया। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक यूजर सूरत, गुजरात में रहते हैं और एक पार्टी विशेष की विचारधारा से प्रभावित नजर आ रहे हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में आगामी यूपी पंचायत चुनावों को लेकर किया जा रहा दावा गलत साबित हुआ है। आजतक न्यूज चैनल के नाम पर फर्जी ग्राफिक्स प्लेट वायरल की जा रही है। यूपी पंचायत चुनाव को लेकर दाखिल की गई याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अभी 26 मार्च 2021 को सुनवाई करेगा। फैक्ट चेक किए जाने तक वायरल दावे जैसा कोई फैसला सुप्रीम कोर्ट ने नहीं सुनाया है।

False
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