विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 बचा हुआ खाना इकट्ठा नहीं करती है। वायरल मैसेज फर्जी है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर वायरल एक मैसेज में दावा किया जा रहा है इंडिया के लिए अच्छी खबर है। प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की है कि यदि आपके घर पर कोई समारोह/पार्टी है और जब आप देखते हैं कि बहुत सारा खाना बर्बाद हो सकता है, तो कृपया 1098 (केवल भारत में कहीं भी) – चाइल्ड हेल्पलाइन पर कॉल करने में संकोच न करें। वे आएंगे और खाना इकट्ठा करेंगे… कृपया इस संदेश को प्रसारित करें जो कई बच्चों को खिलाने में मदद कर सकता है। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में इस दावे को फर्जी पाया। 1098 चाइल्ड हेल्पलाइन बचा हुआ खाना नहीं इकट्ठा करता है। यह बच्चों के अधिकारों की रक्षा और उनकी मदद के लिए काम करने वाली संस्था का इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक पेज Mahila Morcha Ganaur Mandal ने 15 मई को अंग्रेजी में लिखे वायरल मैसेज का स्क्रीनशॉट शेयर किया और लिखा है : Please don’t break this chain।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर कई अन्य यूजर्स भी इस तस्वीर को मिलते-जुलते दावों के साथ शेयर कर रहे हैं। फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट के कंटेंट को हूबहू लिखा गया है। पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
हमने संबंधित कीवर्ड से खबरें ढूंढनी शुरू की क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से ऐसी कोई घोषणा की गई है। हमें पीएम मोदी की तरफ से की गई ऐसी कोई घोषणा नहीं मिली। पर हमें 16 जुलाई, 2018 को प्रकाशित बिजनेस स्टैंडर्ड पर एक आर्टिकल जरूर मिला। जिसमें सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज को लेकर चाइल्ड हेल्पलाइन की तरफ से एक स्पष्टीकरण जारी किया गया था। रिपोर्ट में बताया गया की चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 एक आपातकालीन हेल्पलाइन है, जो संकट में पड़े बच्चों को सहायता प्रदान करती है।
हमें ‘चाइल्डलाइन’ द्वारा उनके अकाउंट @CHILDLINE1098 पर एक ट्वीट भी मिला। 17 मार्च 2010 को किये गए इस ट्वीट में वायरल मैसेज को फर्जी बताया गया था।
17 मई, 2022 को PIB Fact Check का किया गया एक ट्वीट मिला, जिसमें इस मैसेज को लेकर किये जा रहे दावों को पूरी तरह से फर्जी बताया गया। ट्वीट को यहाँ देखें।
चाइल्डलाइन इंडिया से मेल के जरिये संपर्क किया। हेड रिसोर्स मोबिलाइजेशन एंड कम्युनिकेशंस, विकास पुथरन ने कहा यह एक फर्जी संदेश प्रसारित किया जा रहा है। यह सच नहीं है। उन्होंने हमारे साथ PIB Fact Check का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया।
पहले भी ये मैसेज अलग-अलग भाषा में वायरल हो चुका है,जिसकी जाँच विश्वास न्यूज़ ने की थी। आप जाँच को यहाँ पढ़ सकते हैं।
पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज़ ने उस फेसबुक पेज की सोशल स्कैनिंग की, जिसने वायरल मैसेज शेयर किया था। हमें पता चला कि इस पेज को 47 लोग फॉलो करते हैं। फेसबुक पर इस पेज को 29,जनवरी 2022 को बनाया गया था।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 बचा हुआ खाना इकट्ठा नहीं करती है। वायरल मैसेज फर्जी है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।