Fact Check: JNU पहुंचीं दीपिका पादुकोण ने नहीं दिया कोई राजनीतिक बयान, फर्जी और मनगढ़ंत स्टेटमेंट हो रहा वायरल

JNU को लेकर दीपिका पादुकोण के नाम से वायरल हो रहा राजनीतिक बयान मनगढ़ंत और फर्जी है। दीपिका छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए JNU गई थीं लेकिन वहां पर उन्होंने कुछ भी बोला नहीं था।

Fact Check: JNU पहुंचीं दीपिका पादुकोण ने नहीं दिया कोई राजनीतिक बयान, फर्जी और मनगढ़ंत स्टेटमेंट हो रहा वायरल

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में जाने के बाद सोशल मीडिया पर फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के नाम से एक राजनीतिक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि उन्होंने मु्स्लिमों को निशाना बनाए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ”जिम्मेदार” बताया है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। दीपिका पादुकोण ने ऐसा कोई राजनीतिक बयान नहीं दिया, जिसका दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट?

फेसबुक यूजर सिनू गुज्जर (Sinu Gujjar) ने दीपिका पादुकोण की तस्वीर वाली इन्फोग्राफिक्स को शेयर करते हुए लिखा है, ”आज यह अभिनेत्री JNU मै कन्हैया कुमार के साथ प्रोटेस्ट करनें गयीं, ये ही असली देशद्रोही हैं, यह लोग खुद तो ईसाई धर्म अपना चुके हैं।”

दीपिका पादुकोण के हवाले से वायरल हो रहा फर्जी और मनगढ़ंत बयान

दीपिका की तस्वीर वाली इन्फ्रोग्राफिक्स पर उनके नाम के हवाले से एक बयान लिखा हुआ है, जिसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ‘JNU में जो भी हो रहा है उसके पिछे नरेंद्र मोदी का हाथ है। मै आज खुद JNU का दोरा करके आईं हूं। नरेंद्र मोदी एक साजिश के तहत मुसलमानों को टारगेट कर रहे हैं जय भीम।’

पड़ताल

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक JNU में हुई हिंसा के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन जारी है, जिसे समर्थन देने के लिए दीपिका पादुकोण 7 जनवरी को विश्वविद्यालय कैंपस पहुंची थीं। एएनआई के ट्विटर हैंडल पर छात्रों के बीच में मौजूद दीपिका पादुकोण को देखा जा सकता है।

दीपिका पादुकोण इस दौरान JNUSU की प्रेसिडेंट आइशी घोष से भी मुलाकात की, जो अन्य छात्रों के साथ मारपीट में घायल हुई हैं।

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक दीपिका पादुकोण JNU छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने गई थीं लेकिन उन्होंने इस दौरान कुछ बोला नहीं।

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक जब उनसे भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेज में छात्रों पर हुए हमले के बारे में पूछा गया तब उन्होंने कहा, ‘मुझे जो कहना था वह मैं दो साल पहले कह चुकी हूं, जब पदमावत रिलीज हो रही थी। जो मैं आज देख रही हूं, उससे मुझे तकलीफ होती है। मैं उम्मीद करती हूं कि यह न्यू नॉर्मल न बन जाए। कि कोई भी कुछ भी कह सकता है और फिर वह बच निकलता है।’

खबर के मुताबिक कैंपस में दीपिका करीब 10 मिनट तक रहीं और फिर वहां से निकल गईं।

विश्वास न्यूज से बातचीत में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के वाइस प्रेसिडेंट साकेत मून से बात की। मून ने बताया, ‘दीपिका पादुकोण करीब 7-10 मिनट तक छात्रों के बीच रही और फिर वहां से चली गईं। उन्होंने वहां कुछ भी नहीं बोला।’

विश्वास न्यूज ने इसे लेकर दीपिका पादुकोण के ऑफिस से संपर्क किया। दीपिका पादुकोण के ऑफिस ने इस वायरल पोस्ट का खंडन करते हुए कहा, ‘यह पूरी तरह से फर्जी बयान है। दीपिका पादुकोण ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है।’

निष्कर्ष: JNU को लेकर दीपिका पादुकोण के नाम से वायरल हो रहा राजनीतिक बयान मनगढ़ंत और फर्जी है। दीपिका छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए JNU गई थीं लेकिन वहां पर उन्होंने कुछ भी बोला नहीं था।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट