Fact Check: सोशल मीडिया पर नहीं हैं मनमोहन, सोनिया, मुकेश अंबानी, NSA और पूर्व CJI गोगोई

देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, मुकेश अंबानी व नीता अंबानी और पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई फेसबुक और ट्विटर पर आधिकारिक रूप से मौजूद नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई के नाम से अक्सर किसी सम-सामयिक मुद्दे पर बयानों को शेयर किया जाता है। सोशल मीडिया यूजर्स इन बयानों को (जो अक्सर स्क्रीनशॉट के रूप में होते हैं) वास्तविक समझते हुए शेयर करना शुरू कर देते हैं।

वास्तविकता यह है कि ये सभी मशहूर हस्तियां फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया पर मौजूद ही नहीं है। ऐसे में इनके नाम से वायरल होने वाला ट्वीट या उसका स्क्रीशॉट एडिटिंग की मदद से तैयार किया गया होता है या इनके नाम पर चलने वाला कोई पैरोडी अकाउंट होता है, जिसे सामान्य सोशल मीडिया यूजर्स वास्तविक प्रोफाइल से किया गया पोस्ट समझकर शेयर करना शुरू कर देते हैं। सामान्य तौर पर ऐसी मशहूर हस्तियां किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आधिकारिक रूप से मौजूद होती हैं और उनका प्रोफाइल वेरिफाइड (मिसाल के तौर पर ट्विटर पर ब्लू टिक लगी प्रोफाइल) होता है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी

अर्थव्यवस्था से जुड़ी किसी बुरी खबर या खराब आर्थिक हालत से संबंधित खबरों के ट्रेंड होने के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम से कई बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने लगता है, जिसमें नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधा गया होता है। या कई बार ऐसे बयान भी वायरल होते हैं, जिसके जरिए मनमोहन सिंह यूपीए सरकार के दौरान अपने लिए गए फैसलों के बारे में बेबसी जाहिर करते हुए नजर आते हैं। ऐसे बयानों को वायरल कर यह बताने की कोशिश की जाती है कि सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए ऐसे कई फैसले लिए, जिसमें उनकी सहमति नहीं थी और अब स्वतंत्र रूप से वह सोशल मीडिया पर इसके बारे में लिखते रहते हैं।

विश्वास न्यूज यह स्पष्ट करना चाहता है कि मनमोहन सिंह या सोनिया गांधी ट्विटर पर मौजूद नहीं है और अगर वे इस सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आते हैं तो निश्चित तौर पर उनका अकाउंट वेरिफाइड होगा। कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के राष्ट्रीय संयोजक सरल पटेल भी इस बारे में ट्वीट कर स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं।

विश्वास न्यूज पर इससे संबंधित कई फेक दावे की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

मुकेश अंबानी और नीता अंबानी

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और उनकी पत्नी नीता अंबानी या उनके परिवार का कोई भी सदस्य फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद नहीं है। हालांकि, इसके बावजूद नीता अंबानी और मुकेश अंबानी के नाम से समय-समय पर सोशल मीडिया पोस्ट वायरल होता रहता है, जो एडिटिंग की मदद से तैयार किया गया पोस्ट होता है या फिर इनके नाम पर बने फैन पेज या पैरोडी प्रोफाइल से किया गया पोस्ट होता है।

विश्वास न्यूज पर इससे संबंधित कई फेक दावे की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

अजित डोभाल

देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी सोशल मीडिया पर मौजूद नहीं है। हालांकि, इसके बावजूद समय-समय पर उनके नाम से सोशल मीडिया पोस्ट वायरल होते रहता है, जो एडिटिंग की मदद से तैयार किया गया होता है या उनके नाम से चल रहे फेक हैंडल या पैरोडी पेज या फैन पेज की तरफ से किया गया पोस्ट होता है।

विश्वास न्यूज पर इससे संबंधित कई फेक दावे की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

रंजन गोगोई

इस कड़ी में चौथा और अहम नाम देश के पू्र्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का है। गोगोई राज्यसभा के सांसद भी हैं और वह भी सोशल मीडिया पर आधिकारिक रूप से मौजूद नहीं है।

विश्वास न्यूज पर इससे संबंधित कई फेक दावे की पड़ताल करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: हमारी जांच से यह स्पष्ट है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, मुकेश अंबानी व नीता अंबानी और पूर्व मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई फेसबुक और ट्विटर पर आधिकारिक रूप से मौजूद नहीं है। इन दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इनके नाम से वायरल हो रहा बयान या पोस्ट फेक होता है, जिसकी कोई विश्वसनीयता नहीं होती है। यह ध्यान रखना जरूरी है कि सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म पर ऐसे लोगों की मौजूदगी वेरिफाइड प्रोफाइल के साथ होती है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट