Fact Check: एसपीजी के कहने पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने बदली थी सीट, भ्रामक दावा वायरल

वर्ष 2011 में तत्‍कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास पर यूपीए की बैठक हुई थी। इसमें मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी गलती से एक-दूसरे की सीट पर बैठ गए थे। इसके बाद एसपीजी के कहने पर उन्‍होंने कुर्सी बदली।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी की एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। इसमें मनमोहन सिंह को अपनी कुर्सी से उठते हुए और सोनिया गांधी को कुर्सी पर बैठते हुए देखा जा सकता है। इसे शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस शासन में बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को उनकी कुर्सी से उठाकर किनारे बैठा दिया जाता था। 

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा वीडियो अधूरा है और भ्रामक दावे के साथ दुष्‍प्रचार की मंशा से वायरल किया जा र‍हा है। दरअसल, 2011 में यूपीए की बैठक के दौरान तत्‍कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी गलती से एक-दूसरे की कुर्सी पर बैठ गए थे। बाद में एसपीजी के कहने पर मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने कुर्सी बदली थी।  

क्‍या है वायरल पोस्‍ट

फेसबुक यूजर ‘हीरालाल यादव‘ (आर्काइव लिंक) ने 15 अप्रैल को वीडियो शेयर करते हुए लिखा,

“कोंग्रेस शासन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उनकी कुर्सी से , चालू मिटिंग के बिच में  उठाकर साइड बिठा दिया जाता था……  पीएम साहब बार – बार ऐसा अपमान कैसे सहते थे . कभी चूं भी नहीं की फिर भी कॉंग्रेस वाले लोकतंत्र को खतरे से बचाने की बात करते हैं…….???”

पड़ताल

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को लेकर किए जा रहे वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर हमें इससे संबंधित वीडियो न्‍यूज मिली। इसे 14 दिसंबर 2011 को अपलोड किया गया है। इसके अनुसार, “यूपीए बैठक के दौरान मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी की कुर्सी की अदला-बदली हो गई। मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी गलती से एक-दूसरे की कुर्सी पर बैठ गए थे। बाद में एसपीजी की दखल के बाद दोनों को कुर्सियों से उठना पड़ा। मनमोहन सिंह जिस कुर्सी को अपनी समझकर बैठे थे, वह सोनिया गांधी की थी। एसपीजी के कहने पर फिर वह अपनी कुर्सी पर बैठे। यूपीए की बैठक प्रधानमंत्री आवास पर हुई थी।” इसमें वायरल वीडियो क्लिप को भी देखा जा सकता है।

इंडियन एक्‍सप्रेस में 8 नवंबर 2019 को छपी आर्टिकल के अनुसार, एसपीजी एक विशिष्ट बल है, जिसे विशेष रूप से देश के प्रधानमंत्री, पूर्व पीएम और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए बनाया गया है। इसमें वर्तमान में करीब 3,000 जवान हैं। अगर गांधी परिवार एसपीजी सुरक्षा खो देता है, तो केवल पीएम मोदी ही एसपीजी सुरक्षा के दायरे में होंगे।

इस बारे में यपी कांग्रेस के प्रवक्‍ता अभिमन्‍यु त्‍यागी का कहना है, “कांग्रेस में सभी को सम्‍मान दिया जाता है। एसपीजी प्रोटोकॉल के तहत तय होता है कि पीएम को कहां बैठना है। पार्टी के खिलाफ दुष्‍प्रचार की मंशा से आधी-अधूरी जानकारी वायरल की जाती है।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर ‘हीरालाल यादव‘ की प्रोफाइल को हमने स्‍कैन किया। इसके मुताबिक, वह भिलाई में रहते हैं। यूजर के करीब 1300 फ्रेंड्स हैं और वह एक विचारधारा से प्रेरित है।

निष्कर्ष: वर्ष 2011 में तत्‍कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास पर यूपीए की बैठक हुई थी। इसमें मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी गलती से एक-दूसरे की सीट पर बैठ गए थे। इसके बाद एसपीजी के कहने पर उन्‍होंने कुर्सी बदली।

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