Fact Check: कोविड के नए वेरिएंट के कारण उत्तर प्रदेश में नहीं हुई आपात कैबिनेट मीटिंग, कोई नया नियम नहीं हुआ लागू, वायरल दावा फर्जी है

कोविड के नए वेरिएंट के कारण यूपी में आपात बैठक होने व नए नियम लागू होने का मैसेज फर्जी है। अभी इस तरह का कोई भी फैसला नहीं लिया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। वॉट्सऐप समेत फेसबुक पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रोन (OMICRON) के कारण यूपी में एक आपातकालीन बैठक हुई है। मुख्यमंत्री द्वारा ली गई कैबिनेट की मीटिंग में चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री मौजूद रहे। इसमें प्रदेश में किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है।

दावा किया गया कि स्कूल 50 फीसदी क्षमता के साथ खुलेंगे और बच्चे 6 में से 3 दिन स्कूल में पढ़ने जाएंगे। स्कूलों और कॉलेजों में फिर से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। बिना मास्क वालों पर चालान की कार्रवाई होगी। साथ ही निजी संस्थानों में वैक्सीन के दोनों डोज लगे होने पर ही प्रवेश मिलेगा। दावा किया गया कि कल से यह नई व्यवस्था लागू होगी।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावे को फर्जी पाया। कोविड के नए वेरिएंट को लेकर इस तरह की कोई आपात बैठक नहीं हुई है और न ही ऐसा कोई फैसला लिया गया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

वॉट्सऐप पर प्राप्त पोस्ट में लिखा है,
UP ब्रेकिंग- कोविड के नए वेरियंट के कारण आपातकाल मीटिंग में हुए महत्वपूर्ण निर्णय, मुख्यमंत्री ने ली कैबिनेट की मीटिंग, चिकित्सा और स्वास्थ्य मंत्री रहे मौजूद।

कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला

स्कूल 100 फीसद तादाद की जगह 50% तादाद के साथ ही संचालित होंगे

स्कूल ऑन लाईन क्लास बंद नहीं करेंगे, ऑन लाईन क्लास जारी रहेंगी

कल से लागू होगी नई व्यवस्था नए वेरिएंट B.1.1.1.529 को OMICRON नाम दिया गया है,

वायरस वापस आ गया है, इस बार अधिक ऊर्जा, रणनीति और छलावरण के साथ।
इस बार हमें खांसी नहीं होगी, बुखार नहीं होगा, जोड़ों का दर्द नहीं होगा, बस कमजोरी होगी,
भूख न लगना और कोविड निमोनिया होगा!
बेशक, मृत्यु दर अधिक है, चरम पर पहुंचने में कम समय लगता है। कभी-कभी कोई लक्षण नहीं… आइए सावधान रहें…

यह सीधे फेफड़ों को प्रभावित करता है, जिसका अर्थ है कि अवधि कम हो जाती है।

बहुत से रोगियों को बिना बुखार के देखा है, लेकिन एक एक्स-रे रिपोर्ट में मध्यम छाती का निमोनिया दिखाई देता है!

COVID19 के लिए अक्सर नेज़ल स्वैब नकारात्मक होता है!

वायरस सीधे फेफड़ों में फैलता है जिससे वायरल निमोनिया के कारण तीव्र श्वसन संकट होता है! यह बताता है कि यह तीव्र और अधिक घातक क्यों हो गया है !!!

सावधान रहें, भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें, फेस मास्क पहनें, बार-बार हाथ धोएं।

लहरें पहले से ज्यादा घातक। इसलिए हमें बहुत सावधान रहना होगा और हर सावधानी बरतनी होगी।

इस जानकारी को अपने पास न रखें, इसे अपने परिवार और दोस्तों के साथ साझा करें।
कृपया ध्यान रखें और सुरक्षित रहें!

इस तरह का दावा फेसबुक पेज ‘FTR News’ और ‘The Bhopali Page’ पर भी मिला। 29 नवंबर को ‘The Bhopali Page’ पर की गई इस पोस्ट में बस ‘UP ब्रेकिंग’ की जगह ‘भोपाल ब्रेकिंग’ लिखा हुआ है। बाकी सब मैटर वायरल पोस्ट जैसा ही है।

पड़ताल

हमने इसे कीवर्ड से सर्च किया तो basicshikshak में 2 दिसंबर को छपी रिपोर्ट मिली। इसमें वायरल पोस्ट की हूबहू कॉपी छापी गई थी। हालांकि, इसके अलावा हमें कोई भी ऐसी रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे यह साबित हो कि ऐसी कोई बैठक हुई है।

हमने यूपी सीएम ऑफिस का ट्विटर अकाउंट देखा। उसमें हमें कोविड के नए वेरिएंट को लेकर आपात बैठक की कोई पोस्ट नहीं मिली। हां, एक दिसंबर को किए गए एक ट्वीट में यह लिखा मिला, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की। उन्होंने बैठक में दूसरे देशों व प्रदेशों से उत्तर प्रदेश आए प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना जांच कराने के निर्देश दिए हैं।

इसकी और पुष्टि के लिए हमने यूपी सीएम के मीडिया एडवाइजर एवं उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता शलभमणि त्रिपाठी से संपर्क किया। उनका कहना है, इस तरह की कोई भी मीटिंग नहीं हुई है। वायरल पोस्ट फर्जी है।

मास्क नहीं पहनने पर चालान कटने की बात पर हमने सहारनपुर एसपी सिटी राजेश कुमार से बात की। उनका कहना है, अभी मास्क को लेकर कोई चालान नहीं किया जा रहा है। लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक किया जा रहा है। बाकी शासन से जैसे आदेश आएंगे, उसका पालन किया जाएगा।

भोपाल में भी इस तरह की कोई भी बैठक के बारे में हमने न्यूज सर्च की। हमें आज तक की खबर का लिंक मिला। 30 नवंबर 2021 को प्रकाशित खबर के मुताबिक, मध्य प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई थी। उसमें उन्होंने कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने और लापरवाही नहीं बरतने का निर्देश दिया था।

निष्कर्ष: कोविड के नए वेरिएंट के कारण यूपी में आपात बैठक होने व नए नियम लागू होने का मैसेज फर्जी है। अभी इस तरह का कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। हालांकि, कोविड के नए वेरिएंट को लेकर सावधानी बरतनी जरूरी है।

False
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