विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में दोबारा चुनाव होने का वायरल दावा गलत है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से अभी तक ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। लोगों को गुमराह करने के लिए लाइक और व्यूज पाने के लिए इस वीडियो को बनाया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में 38 हजार ईवीएम मशीन फर्जी पाई गई हैं, जिसकी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर से चुनाव कराने का फैसला लिया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से अभी तक ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। लोगों को गुमराह करने के लिए लाइक और व्यूज पाने के लिए इस वीडियो को बनाया गया है।
फेसबुक यूजर ‘लाइव न्यूज’ ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “अचानक कोर्ट ने लिया तगड़ा एक्शन राजस्थान व मध्य प्रदेश में दोबारा होगा चुनाव पकड़ाई EVM फर्जी।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
एक अन्य ‘पी इंजी सूरज सिंह’ फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “अभी अभी 38 हजार EVM साबित हुए फर्जी राजस्थान MP में एक बार फिर होगा चुनाव मोदी सरकार सकते में देखिये”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च करना शुरू किया। इस संबंध में हमें कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली। एबी पी न्यूज की वेबसाइट पर 6 दिसंबर 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “भाजपा गैर-विधायक को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में मुख्यमंत्री बनाने पर विचार कर रही है।”
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। हमें वहां पर दोबारा चुनाव कराए जाने को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली, बल्कि वेबसाइट पर हालिया चुनाव के नतीजों के बारे में बताया गया है। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं जबकि तेलंगाना में कांग्रेस को और मिजोरम में जोरम पीपुल्स मूवमेंट (zpm) को सर्वाधिक सीटें मिली हैं।
लाइव हिंदुस्तान की वेबसाइट पर 7 दिसंबर 2023 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “दोबारा चुनाव होने के दावे का केंद्र सरकार की तरफ से खंडन किया गया है।”
अशोक गहलोत, भूपेश सिंह बघेल और कमलनाथ के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालने पर हमने पाया कि उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर अपनी हार को स्वीकार करते हुए नई सरकार को शुभकामनाएं दी हैं।
अधिक जानकारी के लिए हमने चुनाव आयोग के पीआर टीम के एक अधिकारी राजेंद्र मीना से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है।
अंत में हमने वायरल पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर इसी तरह के फेक पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को 1.4 हजार लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि तीन राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में दोबारा चुनाव होने का वायरल दावा गलत है। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से अभी तक ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। लोगों को गुमराह करने के लिए लाइक और व्यूज पाने के लिए इस वीडियो को बनाया गया है।
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