विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला है। वायरल वीडियो क्लिप को एडिट करके झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दरअसल सुखबीर सिंह बादल ने किसानों के बारे में यह बयान नहीं दिया। दूसरी क्लिप पुरानी है, जिसे इस वीडियो के साथ जोड़कर वायरल किया जा रहा है ।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। पंजाब में विधानसभा चुनाव की दस्तक के पहले सोशल मीडिया में एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो को अलग-अलग क्लिप को जोड़कर बनाया गया है। यूजर्स इसे वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि सुखबीर सिंह बादल ने किसानों को धमकी दी है।
विश्वास न्यूज ने दोनों क्लिप की विस्तार से जांच की। हमें पता चला कि सुखबीर सिंह बदल ने पहली क्लिप बयान किसानों के लिए नहीं, बल्कि आप और कांग्रेस के खिलाफ कहा था। जबकि वीडियो में मौजूद दूसर बयान पुराना है।
क्या हो रहा है वायरल ?
फेसबुक पेज Punjab Da Captain ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “हँकारे सुखबीर बादल ने किसानों को सरेआम दी धमकी !”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहाँ देख सकते हैं।
फेसबुक पर कई अन्य यूज़र्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
पड़ताल
शिरोमणि अकाली दल ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए गल पंजाब दी अभियान के तहत 100 दिन 100 हल्का अपनी मुहिम शुरू की है। इस अभियान के सिलसिले में सुखबीर सिंह बादल पंजाब के विभिन्न हलकों के दौरे पर हैं। पड़ताल की शुरुआत करते हुए विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को InVID टूल पर अपलोड किया और इसके कीफ्रेम निकाले। फिर इन कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज टूल में खोजना शुरू किया। हमें पीटीसी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला।
1 सितंबर को वीडियो अपलोड करते हुए लिखा था, ‘Gall Punjab Di’ मुहीम तहत Sukhbir Singh Badal की ओर से हलका साहनेवाल का दौरा। वीडियो के 32:16 मिनट से लेकर 33:39 तक में सुखबीर सिंह बादल को साफ़ बोलते हुए सुना जा सकता है, “आज शराब MLA बेचते हैं, रेता बेच के पैसा कमाते हैं, नशों से पैसा कमाते हैं, लूटने लगे हैं इन्हें पंजाब के प्रति कुछ नहीं, गरीब किसान प्रति कुछ नहीं, इन्हें अपनी सुध है। तभी घबराहट हो रखी है , ये जो घबराहट आप देख रहे हो कांग्रेस की, आम आदमी पार्टी की उन्हें पता चल गया पैरों के नीचे से ज़मीन गई। ये जो झंडे लेकर पचास – सौ लोग खड़े कर दिए, ये सारे कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के हैं। मैं हैरान हो फोटो लेकर दिखा दूँ ये सारे वही हैं, किसान जत्थेबंदी का मैं धन्यवाद करता हूँ । संयुक्त मोर्चे का भी, जिसने स्पष्ट तौर पर बयान दिया है कि वो सारे किसान विरोधी हैं, जो सेन्टर में बीजेपी सरकार के इशारों पर गाँव में भाई – भाई से लड़वाना चाहता है, ताकि किसानी मोर्चा नीचे चला जाये, कप्तान बीजेपी मोदी का चेला है। हम अमन शांति चाहते हैं , हम भाईचारा चाहते हैं, हम लड़ाई नहीं चाहते। अगर हम इशारा दे दें तो एक भी नहीं मिलेगा।”
एक ऐसा ही वीडियो हमें लाइव तेज चैनल पर 1 सितंबर को अपलोड मिला। हमने यह वीडियो पूरा सुना, यहां आप वायरल वीडियो क्लिप 19:07 से सुन सकते हैं। यहां पूरी वीडियो देख सकते हैं।
इस विवादास्पद मुद्दे पर हमें 4 सितंबर को News18 पंजाब के फेसबुक पेज पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला, जिसमें सुखबीर सिंह बादल द्वारा इस विवाद पर स्पष्टीकरण दिया गया है। सुखबीर सिंह बादल ने किसानों को धमकी देने वाली बात पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने किसानों के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है। उनका यह बयान कांग्रेस और आप के लिए था।
आपको बता दें कि सुखबीर सिंह बादल के इस कथित बयान के बाद संयुक्त किसान मोर्चा भड़क गया है और उन्होंने कहा कि अगर सुखबीर सिंह बादल इतने किसान हितैषी हैं तो अपनी रैलियां बंद कर दें, इस विरोध के बाद सुखबीर सिंह बादल ने 5 दिनों के लिए अपनी रैलियां स्थगित कर दी हैं। उन्होंने कहा, किसान नेता उन्हें जहां चाहें बुला सकते हैं और सवाल पूछ सकते हैं। उनका पूरा नेतृत्व आने के लिए तैयार है। इसके बाद वे फिर से अपना कार्यक्रम शुरू करेंगे।
इस मामले में अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण के साहनेवाल रिपोर्टर लकी घुमैत से बात की। उन्होंने हमें बताया कि यह दावा पूरी तरह झूठा था। उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल ने यह बात कही थी कि अगर हम एक इशारा दें दें तो यह कोई नहीं मिलेंगे, लेकिन उन्होंने यह बात किसानों से नहीं, बल्कि आप और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से कही थी। इस वीडियो को एडिट करके झूठे दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।
इसके बाद हमने वायरल हो रही दूसरी वीडियो की जांच की। इस वीडियो के स्क्रीनशॉट को यांडेक्स टूल में डाला और इससे जुड़े कई परिणाम हमारे सामने निकल गए। जब हमने इस वीडियो के बारे में सर्च किया तो हमें यह वीडियो Punjab News नाम के यूट्यूब channel पर 19 नवंबर 2016 को अपलोड मिला। वीडियो के साथ लिखा गया था- किसान यूनियन पर सुखबीर बादल का विवादित बयान। वीडियो में रिपोर्टर द्वारा यह कहे जाने पर कि किसानों के कर्ज़े और सुसाइड ज्यादा बड़े मुद्दे हैं चार परसेंट पानी से, किसान यूनियन का यह कहना है, इस सवाल पर सुखबीर सिंह बादल को कहते हुए सुना जा सकता है कि किसान यूनियन किसान नहीं, नक्सालाइट हैं। वीडियो में आगे उन्हें कहते सुना जा सकता है कि में सिर्फ — उनकी बात कर रहा हूं, बाकी दूसरे तो ठीक हैं हमारे। वीडियो 0 :02 सेकंड से लेकर 0 :27 सुना जा सकता है।
और सर्च करने पर हमें इसी से मिलता-जुलता एक वीडियो पंजाब केसरी टीवी पर 18 नवंबर 2016 को अपलोड मिला। वीडियो के साथ लिखा गया था : पी.एम. मोदी के आगे नहीं उठाएंगे SYL का मुद्दा: सुखबीर” वीडियो में सुखबीर बादल के साथ वही लोग हैं, जो वायरल वीडियो में नज़र आ रहे हैं।
हमने यह वीडियो संगरूर के रिपोर्टर मनदीप चरखवाल के साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया की यह वीडियो काफी पुराना है। जब वो किसी प्रोग्राम के लिए संगरूर पहुंचे थे। तब उन्होंने ये बात कही थी। यह वीडियो हाल का नहीं है, पुरानी वीडियो को वायरल किया जा रहा है।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने फेसबुक पर भी सर्च किया। एक फेसबुक पेज ShankhNaad पर 14 अप्रैल 2021 को शेयर किया यह वीडियो मिला। वीडियो के साथ लिखा गया था “OLD video…Sukhbir Badal calling Kisan Union as Naxalites”
हमारी अब तक की पड़ताल से यह साफ़ हुआ कि यह वीडियो पुराना है।
पड़ताल के अंत में हमने इस वीडियो क्लिप को शेयर करने वाले यूजर की जाँच की। जाँच से पता चला कि इस पेज के 977, 685 फॉलोअर्स हैं और इसे 23 फरवरी 2016 को बनाया गया था।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा भ्रामक निकला है। वायरल वीडियो क्लिप को एडिट करके झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। दरअसल सुखबीर सिंह बादल ने किसानों के बारे में यह बयान नहीं दिया। दूसरी क्लिप पुरानी है, जिसे इस वीडियो के साथ जोड़कर वायरल किया जा रहा है ।
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