Fact Check: समाजवादी पार्टी के नेता राजेश यादव का एडिटेड वीडियो गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
विश्वास न्यूज ने राजेश यादव के वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि यह दावा फर्जी है। वीडियो को एडिट कर दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है।
- By: Pragya Shukla
- Published: Feb 11, 2022 at 07:22 PM
- Updated: Feb 22, 2022 at 10:58 AM
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर 9 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में सपा का गमछा पहने हुए एक शख्स कहता हुआ नजर आ रहा है कि यूपी में ठाकुरों को ठकुट्टा, पंड़ित को पंड़िता कहा जाएगा और सब को दबा-दबा के मारने का काम समाजवादी सरकार करेगी। इस वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि सपा प्रत्याशी ने एक चुनावी रैली के दौरान यह बयान दिया है। समाजवादी पार्टी को वोट करने वाले ठाकुर और पंडित एक बार इस वीडियो को जरूर गौर से सुन लें। विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि यह दावा फर्जी है। वीडियो को एडिट कर दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर Akshay Kr Upadhyaya ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है कि समाजवादी सरकार आने के बाद ठाकुर को ठकुट्टा और पंडित को पंडिता कहा जायेगा ! सब को दबा दबा के मारने का काम समाजवादी। पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसके आकाईव्ड वर्जन को यहां देखा जा सकता है।
ट्विटर यूजर Suresh Rajput ने भी ऐसी ही पोस्ट के साथ इस दावे को अपने अकाउंट पर शेयर किया है। सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स इस पोस्ट से मिलते-जुलते दावे को शेयर कर रहे हैं।
पड़ताल –
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए InVID टूल का इस्तेमाल किया। वायरल वीडियो के कई ग्रैब्स इसके माध्यम से निकाले गए। इसके बाद इनकी मदद से गूगल रिवर्स सर्च टूल का इस्तेमाल करते हुए ओरिजनल सोर्स तक पहुंचने की कोशिश की गई। इस दौरान हमें 1 मिनट 25 सेकेंड का असली वीडियो अभिनय कुमार गुप्ता नामक एक पत्रकार के फेसबुक अकाउंट पर मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो में नजर आ रहे शख्स कटरा के पूर्व विधायक राजेश यादव हैं। असली वीडियो में उन्हें कहते हुए देखा जा सकता है कि बधुवाना और गढ़िया रंगीन के आसपास के बहुत लोग छुटभैया गुंड़ों से बहुत परेशान होंगे आप लोग। इस क्षेत्र में दो-दो पैसे के लफंगों ने इतना परेशान कर दिया है कुछ कार्यकर्ताओं को, कुछ लोगों को, क्षेत्र के लोगों को, लोगों का जीना हराम कर दिया है। हम आपको विश्वास दिलाना चाहते हैं कि जिस दिन भी समाजवादी पार्टी की सरकार होगी, सड़कों पर दौड़ा-दौड़ा कर मारने का काम समाजवादी पार्टी के लोग करेंगे। हम आप लोगों से साफ-साफ कहना चाहते हैं, हमने ना कभी गुंडागर्दी की है और ना गुंडागर्दी बर्दाशत की है। हमने कभी भी कांछी को कछेटा नहीं कहा, अहीर को अहीरता नहीं कहा, ठाकुर को ठाकुरता नहीं कहा, पंड़ित को पंडिता नहीं कहा, हर एक का अपना अलग सम्मान होता है।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर 9 फरवरी 2022 को प्रकाशित मिला। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के अनुसार, वीडियो वायरल होने के बाद राजेश यादव ने थाना सदर बाजार में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
अधिक जानकारी के लिए हमने राकेश यादव के पीए राफल यादव से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। असली वीडियो तकरीबन दो साल पुराना है, जिसे एडिट कर गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है। राकेश यादव द्वारा चुनाव अभियान में कभी किसी समुदाय का अपमान नहीं किया गया है। विपक्षी दल राकेश यादव के खिलाफ जानबूझकर इस तरह की साजिश कर रहे हैं। हमने 09 फरवरी 2022 को शाहजहांपुर पुलिस थाने और चुनाव आयोग में इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने हमारे साथ एफआईआर की कॉपी भी शेयर की।
पड़ताल के अंत में हमने दावे को शेयर करने वाले यूजर की विस्तार से सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि फेसबुक पर Akshay Kr Upadhyaya के 927 फ्रेंड्स हैं। यूजर फेसबुक पर जुलाई 2010 से सक्रिय है। Akshay Kr Upadhyaya बिहार के पटना शहर के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने राजेश यादव के वायरल वीडियो की जांच की और पाया कि यह दावा फर्जी है। वीडियो को एडिट कर दुष्प्रचार की मंशा से वायरल किया जा रहा है।
- Claim Review : समाज वादी सरकार आने के बाद ठाकुर को ठकुट्टा और पंडित को पंडिता कहा जायेगा ! सब को दबा दबा के मारने का काम समाजवादी... पूरा पढ़ने के लिए लिंक पर जाएं,
- Claimed By : Akshay Kr Upadhyaya
- Fact Check : झूठ
पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...