Fact Check : ध्वजारोहण करते पीएम मोदी के एडिटेड वीडियो को गलत दावे के साथ किया जा रहा वायरल 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत और बेबुनियाद है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण हुआ था। जानबूझकर पीएम मोदी के एक निश्चित फ्रेम को एडिट कर इस तरीके से शेयर किया जा रहा है, ताकि लगे कि स्वतंत्रता दिवस के समारोह के मौके पर ध्वजारोहण नहीं हुआ था।

Fact Check : ध्वजारोहण करते पीएम मोदी के एडिटेड वीडियो को गलत दावे के साथ किया जा रहा वायरल 

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर झंडा नहीं फहराया गया। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत और बेबुनियाद है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण हुआ था। जानबूझकर पीएम मोदी के एक निश्चित फ्रेम को एडिट कर इस तरीके से शेयर किया जा रहा है, ताकि लगे कि स्वतंत्रता दिवस के समारोह के मौके पर ध्वजारोहण नहीं हुआ था।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ‘रमेश काकोडिया’ ने 17 अगस्त 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “तो इस साल लाल क़िले पर ध्वजारोहण हुआ ही नहीं ??? शुभ अशुभ का तो नहीं पता – अनुचित बहुत है. आप ख़ुद देख सकते हैं, झंडा खुला ही नहीं, फहराया ही नहीं गया। ये हमारे राष्ट्रीय सम्मान और लोकतंत्र के लिये शर्मनाक बात है।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

https://twitter.com/bmahabharat2/status/1693052830788247630

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने पीएम मोदी के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट को स्कैन किया। हमें स्वतंत्रता दिवस समारोह का एक वीडियो 15 अगस्त 2023 को अपलोड हुआ मिला। वीडियो में 1 मिनट पर देखा जा सकता है कि पीएम मोदी आकर झंडा फहराने की कोशिश करते हैं। तभी झंडा अटक जाता है और राष्ट्रगान चलने लगता है। फिर वो वहीं पर सलामी देते हुए सावधान की मुद्रा में खड़े हो जाते हैं। इसके बार कैमरा दूसरी तरफ घूम जाता है। वीडियो में 2 मिनट 27 सेकंड पर झंडे को लहराते हुए देखा जा सकता है। इसके बाद ये तो साफ होता है कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ध्वजारोहण हुआ था। 

पूरा वीडियो सर्च करने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें कलिंगा टीवी नामक एक ट्विटर अकाउंट पर 15 अगस्त को अपलोड हुआ वीडियो मिला। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि राष्ट्रगान खत्म होने के तुरंत बाद पीएम मोदी के पास खड़ी एक महिला ऑफिसर ने झंडे को फहराया। उसका साथ देने के लिए एक और महिला अफसर वहां पर आ जाती है। वीडियो में साफ तौर पर झंडे को लहराते और उससे फूल गिरते हुए देखा जा सकता है।

एएनआई के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर भी हमें ध्वजारोहण का पूरा वीडियो मिला। वीडियो को 15 अगस्त 2023 को अपलोड किया गया है। वीडियो में झंडा को लहराते हुए देखा जा सकता है।

अधिक जानकारी के लिए हमने इस समारोह को कवर करने वाले दैनिक जागरण दिल्ली के डिप्टी चीफ रिपोर्टर निहाल सिंह से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, वायरल दावा गलत है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराया गया था। राष्ट्रगान शुरू होने की वजह से पीएम मोदी ठीक से ध्वजारोहण नहीं कर पाए थे। राष्ट्रगान खत्म होते ही एक महिला अधिकारी ने आकर ध्वजारोहण किया था। थोड़ी देर हुई थी, लेकिन ध्वजारोहण हुआ था। 

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 5.1 हजार लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर मध्य प्रदेश का रहने वाला है। 

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत और बेबुनियाद है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण हुआ था। जानबूझकर पीएम मोदी के एक निश्चित फ्रेम को एडिट कर इस तरीके से शेयर किया जा रहा है, ताकि लगे कि स्वतंत्रता दिवस के समारोह के मौके पर ध्वजारोहण नहीं हुआ था।

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