विश्वास न्यूज की पड़ताल में पीएम मोदी और प्रेमानंद महाराज का वीडियो एडिटेड निकला। ओडिशा रेल दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए हुई बैठक के वीडियो को अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें स्क्रीन पर संत प्रेमानंद महाराज का वीडियो चल रहा है,जबकि पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई और राजनेता एक कॉन्फ्रेंस रूम में बैठे हुए हैं। यूजर्स इस वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि सभी संत प्रेमानंद महाराज का प्रवचन सुन रहे हैं।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में दावा वायरल दावा फर्जी साबित हुआ। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो एडिटेड है। पीएम मोदी की मीटिंग के वीडियो और संत प्रेमानंद महाराज के एक क्लिप को जोड़कर वायरल वीडियो बनाया गया है।
फेसबुक पेज ‘माता जी’ ने 13 दिसंबर को वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “विडियो को पूरा सूने व देशहित में आगे से आगे शेयर करे और महाराज श्री के मुख से निकले वचनो पर ध्यान देने आवश्यकता है!
मोदीजी समेत सब सुन रहें है
जय श्री राम
#राधे_राधे”
वायरल पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखें।
वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें दावे से जुड़ी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल इमेज के जरिए सर्च किया। हमें पीएम मोदी की मीटिंग का यह वीडियो एएनआई के आधिकारिक एक्स हैंडल पर मिली। 3 जून 2023 को वीडियो पोस्ट (आर्काइव लिंक) करते हुए लिखा है,”#देखें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने #बालासोरट्रेन दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।”
वायरल वीडियो से जुड़ी अन्य न्यूज रिपोर्ट्स को यहां पढ़ें।
इससे पहले भी यह वीडियो अलग-अलग वीडियो क्लिप के साथ जोड़कर सोशल मीडिया में भिन्न-भिन्न मौकों पर वायरल होती रही है। इससे पहले यह तस्वीर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के नाम से वायरल हुई थी। उस समय दावा किया गया था कि पीएम मोदी कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज के प्रवचन सुन रहे हैं। पर विश्वास न्यूज की जांच में दावा फर्जी पाया गया था। जिसकी फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां पढ़ा जा सकता है।
इसी वीडियो को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की वीडियो के साथ जोड़ते हुए भी शेयर किया गया था। दावा किया गया था कि पीएम मोदी ने धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का माता के प्रसंग वाले रामकथा का वीडियो देखा और सुना। इस दावे की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।
यूजर्स ने इस वीडियो को रणजीत सिंह ढडरियां वाले के वीडियो क्लिप के साथ जोड़कर भी वायरल किया था। जिसकी पड़ताल हमने पंजाबी भाषा में की थी। आप उस फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां देख सकते हैं।
हमने पुष्टि के लिए बीजेपी के प्रवक्ता विजय सोनकर से संपर्क किया था। उन्होंने वायरल वीडियो को एडिट बताया था।
अंत में हमने एडिटेड वीडियो को शेयर कर वाले यूजर को स्कैन किया। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर दिल्ली का रहने वाला है। यूजर को फेसबुक पर 4 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में पीएम मोदी और प्रेमानंद महाराज का वीडियो एडिटेड निकला। ओडिशा रेल दुर्घटना के संबंध में स्थिति की समीक्षा के लिए हुई बैठक के वीडियो को अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
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