विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह वीडियो क्लिप ऑल्टर्ड है, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से उसके संदर्भ से अलग कर वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने इंटरव्यू का छोटा वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। वीडियो क्लिप को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने खुद ये बात मानी है कि वो पढ़े-लिखे नहीं हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह वीडियो क्लिप ऑल्टर्ड है, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से उसके संदर्भ से अलग कर वायरल किया जा रहा है। असली वीडियो में पीएम मोदी को अपनी शिक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी देते हुए सुना जा सकता हैं। असली वीडियो में उन्होंने बताया है कि मैंने बीए और एमए दिल्ली यूनिवर्सिटी से किया है। मुझे नई चीजें सीखने का काफी शौक था। इसलिए मैंने संघ के एक अधिकारी के कहने पर अपनी पढ़ाई पूरी की थी।
फेसबुक यूजर अनिल सिवाच ने 14 मार्च 2023 को वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर किया है। यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, जब हमें पता चला शर्म के मारे हालत खराब हो गई हमारा परिधान मंत्री राजा बाबू जैसा है।”
ट्विटर पर भी यूजर्स इस वीडियो को इसी दावे के साथ शेयर कर रहे हैं।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो का एक लंबा वर्जन Samina Khan नामक एक यूट्यूब अकाउंट पर अपलोड हुआ मिला। वीडियो को 1 मार्च 2013 को शेयर किया गया है। दी गई जानकारी के मुताबिक, राजीव शुक्ला ने साल 2001 में पीएम मोदी का एक इंटरव्यू लिया था। यह वीडियो उसी इंटरव्यू का एक हिस्सा है।
असली वीडियो में 20:06 मिनट पर राजीव शुक्ला पीएम मोदी से सवाल करते हैं कि आपको कंप्यूटर और लैपटॉप पर काम करने का काफी शौक है, जबकि बीजेपी में ऐसे बहुत कम लोग हैं, जिन्हें टेक्नोलॉजी का ज्ञान हो। इस पर जवाब देते हुए पीएम मोदी कहते हैं, “मैं कोई पढ़ा-लिखा व्यक्ति नहीं, लेकिन परमात्मा की कृपा है और उसके कारण शायद मुझे नई-नई चीजें जानना या सीखने का बड़ा शौक था। 17 की उम्र में घर छोड़ दिया, स्कूली शिक्षा के बाद मैं निकल गया, तब से लेकर आज तक मैं भटक रहा हूँ, नयी चीजें पाने के लिए।”
पीएम मोदी के इस जवाब के बाद राजीव शुक्ला उनसे पूछते हैं कि आप कितना पढ़े हुए हैं। इसके जवाब में पीएम मोदी कहते हैं, “हमारे संघ के एक अधिकारी के आग्रह पर मैंने एक्सटर्नल एग्जाम देना शुरू किया। दिल्ली यूनिवर्सिटी से एक्सटर्नल एग्जाम देकर बीए और एमए किया। मैंने कभी कॉलेज का दरवाजा नहीं देखा, लेकिन मैं यूनिवर्सिटी में पहला आया। मुझे टेक्नोलॉजी में काफी दिलचस्पी है, जब ये शास्त्र मेरे सामने आया मैं इसका पोटेंशियल समझ गया। फिर मेरा मन इसमें लगता गया।
पड़ताल के दौरान हमें cwvideomaker नामक एक अन्य यूट्यूब चैनल पर इस इंटरव्यू का लंबा वर्जन मिला। वीडियो को 1 जून 2013 को अपलोड किया गया है। दी गई जानकारी के मुताबिक वीडियो राजीव शुक्ला के राजीव शुक्ला के शो रूबरू के एक इंटरव्यू का है। यहां पर भी वीडियो को लेकर यही जानकारी दी गई है। वीडियो को एडिट कर गलत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है। दुष्प्रचार की मंशा से असली वीडियो से राजीव शुक्ला के सवालों को काट दिया गया और वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
अधिक जानकारी के लिए हमने बीजेपी के प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। यह वीडियो एडिटेड है। पीएम मोदी की छवि को खराब करने के लिए पुराने इंटरव्यू के वीडियो को गलत तरीके से एडिट कर शेयर किया जा रहा है।”
आखिर में विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर अनिल सिवाच की प्रोफाइल की स्कैनिंग की। यूजर के फेसबुक पर 4,997 मित्र और 7,212 फॉलोअर्स हैं। प्रोफाइल को स्कैन करने के बाद हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, यूजर हरियाणा का रहने वाला है। यूजर जुलाई 2012 से फेसबुक पर सक्रिय है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह वीडियो क्लिप ऑल्टर्ड है, जिसे दुष्प्रचार की मंशा से उसके संदर्भ से अलग कर वायरल किया जा रहा है।
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