Fact Check : कांग्रेस के ‘डोनेट फॉर देश’ अभियान के नाम से वायरल हुआ एडिटेड क्यूआर कोड

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में कांग्रेस के ‘डोनेशन फॉर देश’ के नाम से क्यूआर कोड की वायरल तस्वीर को एडिटेड पाया है। असली क्यूआर कोड की तस्वीर पर सोनिया गांधी की इमेज नहीं, बल्कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ के पंजे की तस्वीर बनी हुई है। वायरल तस्वीर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कांग्रेस पार्टी ने लोगों के साथ डिजिटली जुड़ने और चंदा इकट्ठा करने के लिए ‘डोनेट फॉर देश’ अभियान की शुरुआत की है। इसी अभियान से जोड़ते हुए क्यूआर कोड की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। क्यूआर कोड पर सोनिया गांधी की तस्वीर बनी हुई है। इस तस्वीर को लोग कांग्रेस पर तंज कसते हुए शेयर कर दावा कर रहे हैं कि कांग्रेस ने यह क्यूआर कोड ‘डोनेट फॉर देश’  अभियान के लिए जारी किया है। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में वायरल तस्वीर को एडिटेड पाया है। असली क्यूआर कोड की तस्वीर पर सोनिया गांधी की इमेज नहीं, बल्कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ की तस्वीर बनी हुई है। वायरल तस्वीर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से एडिट कर तैयार किया गया है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर आदित्य प्रकाश सिंह ने 28  दिसंबर 2023 वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है,  “कल तक जो डिजिटल इंडिया का मजाक उड़ा रहे थे…वही लोग आज डिजिटल तरीके से भीख मांग रहे हैं।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। इस दौरान हमें असली तस्वीर कांग्रेस के आधिकारिक फेसबुक अकाउंट पर मिली। असली तस्वीर को 28 दिसंबर 2023 को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “महत्त्वपूर्ण सूचना ..आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थापना दिवस पर नागपुर की महारैली में कुर्सियों के पीछे एक बारकोड लगा है। उस बारकोड को स्कैन कर आप 138 रुपये, 1380 रुपये, 13800 रुपए, 138000 रुपये या उससे अधिक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को दान स्वरूप दे सकते हैं। इस रैली में आए सभी दानकर्ताओं में से चुने हुए पांच लोगों को Rahul Gandhi सर्टिफिकेट एवं रसीद प्रदान करेंगे। आइए, साथ मिलकर बदलाव का हिस्सा बनें। कांग्रेस को मजबूत करें, देश को मजबूत करें।” पोस्ट में मौजूद असली तस्वीर में देखा जा सकता है कि क्यूआर कोड पर सोनिया गांधी नहीं, बल्कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ की तस्वीर बनी हुई है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने कांग्रेस के अन्य सोशल मीडिया हैंडल को खंगालना शुरू किया। हमें कहीं पर वायरल तस्वीर से जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली। हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से वायरल तस्वीर से जुड़ी न्यूज सर्च करने की कोशिश की। लेकिन हमें दावे से जुड़ी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली। अगर सच में कांग्रेस ने इस तरह का कोई क्यूआर कोड जारी किया होता, तो इससे जुड़ी कोई न कोई न्यूज रिपोर्ट जरूर मौजूद होती। न्यूज सर्च में हमें इंडिया टीवी और इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट मिली। दोनों ही रिपोर्ट में उस क्यूआर कोड की तस्वीर का इस्तेमाल किया गया, जिसमें सोनिया गांधी का चेहरा नहीं दिख रहा है। 

जांच के दौरान हमें महाराष्ट्र में की गई कांग्रेस की रैली का एक वीडियो एएनआई के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर 28 दिसंबर को शेयर हुआ मिला। मौजूद जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस ने रैली में डोनेशन के लिए चेयर के पीछे क्यूआर कोड को लगाया था। वीडियो में देखा जा सकता है कि क्यूआर कोड की तस्वीर वायरल तस्वीर से काफी अलग है। 

वायरल पोस्ट पर गौर करने पर हमने पाया कि उस पर @memebhaimbbs लिखा हुआ है। इसके बारे में सर्च करने पर हमने पाया कि यह एक्स पर मौजूद एक हैंडल है, जो कि मीम्स शेयर करता है। इसी हैंडल से वायरल तस्वीर को 18 दिसंबर 2023 को शेयर किया गया था, जिसके बाद लोगों ने इसे सच समझकर शेयर करना शुरू कर दिया।

https://twitter.com/MemebhaiMBBS/status/1736694813800432024

अधिक जानकारी के लिए हमने यूपी कांग्रेस प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी संपर्क किया। उन्होंने वायरल दावे का खंडन करते हुए कहा, यह तस्वीर एडिटेड है। कांग्रेस ने इस तस्वीर को जारी नहीं किया है। असली तस्वीर पर कांग्रेस के चिन्ह हाथ की तस्वीर लगी हुई है।

अंत में हमने वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को करीब 5 सौ लोग फॉलो करते हैं।  

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में कांग्रेस के ‘डोनेशन फॉर देश’ के नाम से क्यूआर कोड की वायरल तस्वीर को एडिटेड पाया है। असली क्यूआर कोड की तस्वीर पर सोनिया गांधी की इमेज नहीं, बल्कि कांग्रेस के चुनाव चिन्ह हाथ के पंजे की तस्वीर बनी हुई है। वायरल तस्वीर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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