Fact Check: दिल्ली में हुई ट्रैक्टर रैली में शामिल नहीं हुए थे कफील खान, गिरफ्तारी को लेकर वायरल हो रहा झूठा दावा

डॉक्टर कफील खान के राजस्थान के गांव में शूट किए गए वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। डॉक्टर कफील न तो गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने आए थे और न ही उन्हें पकड़ा गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर ट्रैक्टर पर बैठे एक्टिविस्ट डॉक्टर कफील खान की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर को शेयर कर यूजर दावा कर रहे हैं कि कफील खान किसान बनकर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में हिस्सा लेने आ रहे थे और उन्हें पकड़ लिया गया। विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला है। डॉक्टर कफील खान ने जयपुर से किसानों के समर्थन में एक वीडियो ट्वीट किया था। उसी के स्क्रीनशॉट को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल

विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर डॉक्टर कफील खान को लेकर की गई एक फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट मिला है। कीवर्ड से सर्च करने पर हमें यह पोस्ट फेसबुक पर भी मिल गई। BJ Gahlot नाम के फेसबुक यूजर की इस पोस्ट में ये दावा किया गया है कि डॉक्टर कफील खान दिल्ली में ट्रैक्टर लेकर परेड के लिए आ रहे थे और इन्हें धर लिया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां नीचे देखा सकता है।

हमें यह दावा ट्विटर और फेसबुक पर काफी वायरल मिला। ढेरों यूजर डॉक्टर कफील खान की इस तस्वीर को कमोबेश एक जैसे दावों के साथ शेयर कर रहे हैं।

ट्विटर पर वायरल दावा

फेसबुक पर वायरल दावा

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने सबसे पहले सोशल एक्टिविस्ट डॉक्टर कफील खान से जुड़े इस दावे को इंटरनेट पर सर्च किया। हमें ऐसी कोई प्रामाणिक रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस दावे की पुष्टि करती हो कि डॉक्टर कफील खान 26 जनवरी को दिल्ली में हुई ट्रैक्टर रैली में हिस्सा लेने आ रहे थे और उन्हें पकड़ा गया।

विश्वास न्यूज ने आगे की पड़ताल के लिए डॉक्टर कफील खान के सोशल मीडिया हैंडल्स को खंगाला। अगर कफील खान इस तरह की किसी गतिविधि में पकड़े गए होते तो उनके सोशल मीडिया हैंडल्स पर इससे जुड़ी जानकारी जरूर शेयर की गई होती। विश्वास न्यूज को डॉक्टर कफील खान के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 26 जनवरी 2021 को ट्वीट किया गया एक वीडियो मिला। इस वीडियो में डॉक्टर कफील खान ट्रैक्टर पर बैठे दिखाई दे रहे हैं। इस ट्वीट में डॉक्टर कफील ने लिखा है, ‘चलो आज ट्रैक्टर चलना सीखते  हैं Smiling face with smiling eyes
किसान भाइयों ने अबतक ज़बरदस्त धैर्य और अनुशासन का परिचय दिया है। शर्त बस यही शांति और अनुशासन बनायें रखना है।’ इस ट्वीट को यहां नीचे देखा जा सकता है।

https://twitter.com/drkafeelkhan/status/1353920433775538176

इस वीडियो में डॉक्टर कफील खान पगड़ी पहने भी दिख रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर इसी वीडियो से निकाली गई है। इस वीडियो में डॉक्टर कफील ट्रैक्टर चलाने का बेसिक बताते नजर आ रहे हैं।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे के संबंध में सीधे डॉक्टर कफील खान से संपर्क किया। कफील खान ने इस दावे को फर्जी बताया। उन्होंने बताया कि वह एक महीने से दिल्ली गए ही नहीं हैं। डॉक्टर कफील ने बताया कि वायरल तस्वीर उनके वीडियो से निकाली गई है, जिसे 25 जनवरी को राजस्थान के लंगरीयवास (Lanhareeywas) गांव में बनाया गया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने 25 जनवरी 2021 को मनरेगा में काम करने वाली महिला मजदूरों से मुलाकात कर उनकी समस्या जानी थी। इसी मुलाकात के बाद ट्रैक्टर वाला वीडियो शूट हुआ था। डॉक्टर कफील खान ने हमारे साथ महिला मजदूरों से मुलाकात की कुछ तस्वीरें भी शेयर कीं, जिन्हें नीचे देखा जा सकता है।

इन तस्वीरों में डॉक्टर कफील खान का पहनावा वही है, जो वीडियो में उन्होंने पहन रखा है। डॉक्टर कफील ने हमें यह भी बताया कि उन्होंने गणतंत्र दिवस पर जयपुर के जोतवारा स्थित शाहीन एकेडमी में ध्वजारोहण भी किया। उन्होंने इस कार्यक्रम की तस्वीरें भी हमारे साथ साझा कीं।

विश्वास न्यूज ने इस मामले को और भी स्पष्ट करने के लिए लंगरीयवास गांव के उप सरपंच रोहित से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि डॉक्टर कफील उनके गांव आए थे और ट्रैक्टर पर शूट वीडियो वहीं का है। विश्वास न्यूज ने शाहीन एकेडमी जोतवारा के आरिफ खान से भी संपर्क किया। उन्होंने भी पुष्टि करते हुए बताया कि डॉक्टर कफील गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी को इंस्टीट्यूट पर आए थे और ध्वजारोहण किया था। उन्होंने भी हमारे साथ इस कार्यक्रम की तस्वीरें साझा कीं।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर BJ Gahlot की प्रोफाइल को स्कैन किया। इस प्रोफाइल को अक्टूबर 2014 में बनाया गया है।

निष्कर्ष: डॉक्टर कफील खान के राजस्थान के गांव में शूट किए गए वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। डॉक्टर कफील न तो गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हुई ट्रैक्टर परेड में हिस्सा लेने आए थे और न ही उन्हें पकड़ा गया है।

False
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