Fact Check : टीपू सुल्‍तान को श्रद्धांजलि देने की डीके शिवकुमार की 2019 की तस्‍वीर अब वायरल

डीके शिवकुमार की वायरल तस्‍वीर 2019 की है, जबकि उन्‍होंने 20 मई 2023 को कर्नाटक के डिप्‍टी सीएम की शपथ ली है। करीब चार साल पुरानी तस्‍वीर को कुछ लोग गलत और सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार की एक तस्‍वीर को वायरल करते हुए भड़काऊ और सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है। इस तस्‍वीर में डीके शिवकुमार को टीपू सुल्‍तान को श्रद्धांजलि देते हुए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इस तस्‍वीर को वायरल करते हुए दावा कर रहे हैं कि डीके शिवकुमार ने कर्नाटक के उपमुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले टीपू सुल्‍तान के मकबरे पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। पता चला कि डीके शिवकुमार की वायरल तस्‍वीर 2019 की है, जबकि उन्‍होंने 20 मई 2023 को कर्नाटक के डिप्‍टी सीएम की शपथ ली है। करीब चार साल पुरानी तस्‍वीर को कुछ लोग गलत और सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज ‘वंदे मातरम’ पर डीके शिवकुमार की पुरानी तस्‍वीर को 25 मई को पोस्‍ट करते हुए दावा किया गया, “कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार टीपू सुल्तान की समाधि पर गए और शपथ लेने से पहले उनका आशीर्वाद लिया और फिर उपमुख्यमंत्री बन गए …. कांग्रेस पार्टी इतना कुछ कर रही है जब हिंदू उन्हें वोट देते हैं इसका मतलब है कि वे गुलाम हैं. वे इसके लायक हैं…!!!”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां हुबहू लिख गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल फोटो की सच्‍चाई जानने के लिए सबसे पहले गूगल रिवर्स सर्च इमेज टूल का इस्‍तेमाल किया। इस टूल के माध्‍यम से असली तस्‍वीर खोजने का प्रयास किया गया। असली तस्‍वीर हमें टीपू सुल्‍तान के नाम पर बने एक फेसबुक पेज पर 8 नवंबर 2019 को अपलोड मिली। इस तस्‍वीर के साथ आयोजन की दूसरी तस्‍वीर भी मौजूद मिली। इसमें बताया गया कि डीके शिवकुमार ने टीपू सुल्‍तान को टिब्‍यूट दिया।

गूगल सर्च के दौरान विजयकर्नाटक डॉट कॉम पर मौजूद एक खबर मिली। 8 नवंबर 2019 को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि डीके शिवकुमार ने टीपू सुल्‍तान को श्रद्धांजलि देने गए। इसके अलावा वे कई मंदिरों पर भी गए थे। इस खबर में फेसबुक पोस्‍ट वाली एक तस्‍वीर का भी इस्‍तेमाल किया गया। यह खबर कन्‍नड़ भाषा में थी। इसका गूगल ट्रांसलेशन टूल की मदद से अनुवाद किया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए वायरल तस्‍वीर में नजर आ रही जगह के बारे में सर्च करना शुरू किया। गूगल सर्च के जरिए हमें पता चला कि यह वह जगह है, जहां टीपू सुल्‍तान की लड़ाई के दौरान अंग्रेजों की गोली लगने से मौत हुई थी। इसी स्‍थान पर टीपू सुल्‍तान का शव मिला था।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अंत में कन्नड़ दैनिक होसा दिगंथा के ग्रुप एडिटर विनायक भट से संपर्क किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल तस्‍वीर पुरानी है। हाल फिलहाल में ऐसी कोई खबर या तस्‍वीर सामने नहीं आई है।

अब बारी थी कि भ्रामक पोस्‍ट करने वाले यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की। फेसबुक पेज ‘वंदे मातरम’ को आठ हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह पेज भोपाल से संचालित होता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि डीके शिवकुमार 2019 में टीपू सुल्‍तान को श्रद्धांजलि देने उस स्‍थान पर गए थे, जहां अंग्रेजों से लड़ते हुए उनकी मौत होने के बाद उनका शव मिला था। 2019 की यात्रा के दौरान डीके शिवकुमार कई मंदिरों में भी गए थे।

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