Fact Check : मध्य प्रदेश चुनाव से पहले गाय को लेकर दिया गया दिग्विजय सिंह का दो साल पुराना बयान भ्रामक दावे के वायरल

दिग्विजय सिंह का वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। उन्होंने एक कार्यक्रम में वीर सावरकर के नाम से भाजपा और संघ पर निशाना साधा था। उनके बयान के एक हिस्से को वायरल कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर कई फर्जी और भ्रामक पोस्ट वायरल हो रही हैं। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में इनकी सच्चाई सामने आ चुकी है। अब ​एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दिग्विजय सिंह को कहते हुए सुना जा सकता है कि गौमांस खाने में कोई खराबी नहीं है। इसे शेयर कर कुछ यूजर्स कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि दिग्विजय सिंह का वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। दरअसल, दिसंबर 2021 में उन्होंने कहा था कि वीर सावरकर ने अपनी किताब में भी लिखा है कि गाय खुद के मल में लोटती है और उसका गौमांस खाने में कोई खराबी नहीं है। उनके भाषण के वीडियो के एक हिस्से को वायरल कर दुष्प्रचार किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर ‘रंगबाज़ राव साहब‘ (आर्काइव लिंक) ने 11 नवंबर को 13 सेकंड का वीडियो पोस्ट रते हुए लिखा,

“दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान- गाय जो है ऐसा पशु है, जो खुद के मल में लोट लेती है वो कहां से हमारी माता हो सकती है और उसका गौ मांस खाने में कोई खराबी नहीं है।
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पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में सर्च किया। 26 दिसंबर 2021 को पत्रिका की वेबसाइट पर इस बारे में छपी खबर में लिखा है, “कांग्रेस के जनजागरण अभियान के प्रशिक्षण शिविर में दिग्विजय सिंह​ ने वीर सावरकर के बहाने भाजपा और संघ पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि वीर सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व से कोई संबंध नहीं है। गाय ऐसा पशु है, जो खुद के मल पर लोट लेती है, वो कहां से हमारी माता हो सकती है, और उसका गौमांस खाने में कोई खराबी नहीं है। उन्होंने कहा कि उस विचारधारा के साथ है, जो देश को बांटने में लगी है। यहां ऐसे भी हिंदू हैं, जो गौमांस खाते हैं और कहते हैं कि कहां लिखा है गौ मांस न खाया जाए। दिग्विजय के इस बयान के बाद भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि दिग्विजय कभी सावरकर के नाम से गलत बयान करते हैं तो कभी दूसरे महापुरुषों के नाम पर टिप्पणी करते हैं।”

दो साल पहले दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर भी छपी खबर में लिखा है कि दिग्विजय सिंह ने वीर सावरकर की किताब का हवाला देते विवादित बयान दिया। इसके सहारे उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर हमला बोला।

25 दिसंबर 2021 को एबीपी न्यूज के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर वायरल वीडियो को बड़ा वर्जन देखा जा सकता है। इसमें दिग्विजस सिंह कह रहे हैं, “यहां ऐसे भी हिंदू हैं… जो गोमांस खाते हैं… और कहते हैं कि कहां लिखा है कि गोमांस न खाया जाए… और अधिकांश हिंदू गोहत्या के खिलाफ है। स्वयं सावरकर ने खुद की किताब में लिखा है कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व के साथ कोई संबंध नहीं है….खुद उन्होंने लिखा है। उनकी किताब में साफ लिखा है कि हिंदू धर्म का हिंदुत्व से कोई नाता नहीं है। और यह भी लिखा है कि गाय जो है, ऐसा पशु है जो खुद के मल में लोट लेती है, वह कहां से हमारी माता हो सकती है?….और उसका गोमांस खाने में कोई खराबी नहीं है। ये सावरकर जी ने खुद से कहा है।”

26 दिसंबर 2021 को दिग्विजय सिंह के एक्स हैंडल से पोस्ट कर कहा गया कि वायरल वीडियो उनके भाषण का एक हिस्सा है, जिसे गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

इससे पहले भी यह पोस्ट वायरल हो चुकी है। तब विश्‍वास न्‍यूज ने मध्य प्रदेश कांग्रेस के तत्कालीन वर्किंग प्रेसिडेंट रामनिवास रावत से बात की थी। उन्होंने कहा था कि दिग्विजय सिंह ने साफ-साफ कहा था कि सावरकर ने खुद की किताब में ऐसा लिखा है। लोगों को उनका पूरा बयान सुनना चाहिए।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। दिल्ली में रहने वाले यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है।

निष्कर्ष: दिग्विजय सिंह का वायरल वीडियो करीब दो साल पुराना है। उन्होंने एक कार्यक्रम में वीर सावरकर के नाम से भाजपा और संघ पर निशाना साधा था। उनके बयान के एक हिस्से को वायरल कर भ्रामक दावा किया जा रहा है।

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