Fact Check: एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग को गिरफ्तार करने दिल्ली पुलिस नहीं गई स्वीडन, फ़र्ज़ी दावा हो रहा वायरल
विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल दावा झूठा निकला। दिल्ली पुलिस ने टूलकिट से जुडी FIR दर्ज की है। हालांकि, ग्रेटा थनबर्ग का नाम एफआईआर में नहीं है। वहीं, दिल्ली पुलिस द्वारा ग्रेटा थनबर्ग को गिरफ्तार किये जाने का दावा भी फ़र्ज़ी है।
- By: Umam Noor
- Published: Feb 11, 2021 at 03:56 PM
- Updated: Feb 11, 2021 at 08:15 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने जबसे हिंदुस्तान में चल रहे किसान प्रोटेस्ट से जुड़ा ट्वीट किया है, तबसे ही उनसे जुड़ी बहुत-सी फ़र्ज़ी ख़बरें भी वायरल होनी शुरू हो गई हैं। इसी तर्ज़ पर एक पोस्ट को शेयर करते हुए यूजर दावा कर रहे हैं कि दिल्ली पुलिस ग्रेटा थनबर्ग को गिरफ्तार करने के लिए स्वीडन पहुंच चुकी है और उन्हें अरेस्ट करके दिल्ली की कोर्ट में पेश किया जायेगा।
विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल दावा झूठा निकला। दिल्ली पुलिस ने टूलकिट से जुड़ी FIR दर्ज की है। हालांकि, ग्रेटा थनबर्ग का नाम एफआईआर में नहीं है। वहीं, दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये जाने का दावा भी फ़र्ज़ी है।
क्या है वायरल पोस्ट में ?
ट्विटर यूजर, ‘Tabrez Ahmad’ ने 5 फरवरी को एक ट्वीट करते हुए लिखा,’Breaking News: Delhi Police reached Sweden today and have arrested Greta Thunberg, she will soon be brought to India and our Judges will convict her of sedition as soon as possible! #IndiaAgainstPropaganda”.
पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहाँ देखें।
पड़ताल
3 फरवरी 2021 को किसान प्रोटेस्ट को सपोर्ट करते हुए स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट किया था। 4 फरवरी को ट्वीट करते हुए उसने एक टूलकिट शेयर की थी, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर काफी हंगामा भी हुआ।
4 फरवरी 2021 को दिल्ली पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल की तरफ से किया गया एक ट्वीट मिला। ‘ट्वीट में लिखा है, ‘दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पाए गए एक ‘टूलकिट डॉक्युमेंट’ का संज्ञान लिया है, जो 26 जनवरी की हिंसा के पीछे एक साजिश की ओर इशारा करता है।” इसी को फॉलो करते हुए दूसरे ट्वीट में लिखा है,”’टूलकिट डॉक्युमेंट’ के रचनाकारों के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज किया गया है; जांच की जा रही है।” ट्वीट में कहीं भी एफआईआर में ग्रेटा थनबर्ग के नाम का ज़िक्र नहीं मिला।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 4 फरवरी को अपडेट की गई खबर के मुताबिक, ”पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने ट्वीट कर सनसनी मचा दी है। खबरें आ रही थी कि दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। दिल्ली पुलिस ने ग्रेटा थनबर्ग पर एफआइआर दर्ज करने के मामले में बताया कि हमने फिलहाल किसी खास शख्स के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं की है। यह केस सिर्फ टूलकिट को बनाने वालों के खिलाफ है। दिल्ली पुलिस इस मामले में जांच कर रही है, क्योंकि यह जांच का विषय है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर प्रवीर रंजन ने दी।”
विश्वास न्यूज़ से बात करते हुए दिल्ली पुलिस के पीआरओ चिन्मय बिस्वाल ने बताया, ”यह दावा बिल्कुल फेक है, दिल्ली पुलिस ग्रेटा थनबर्ग को अरेस्ट करने स्वीडन नहीं पहुंची है। टूलकिट मामले में ग्रेटा थनबर्ग के नाम एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। मामले की जांच अभी चल रही है।”
फ़र्ज़ी ट्वीट करने वाले यूजर तबरेज़ अहमद की सोशल स्कैनिंग में हमने पाया कि यूजर को 3558 लोग फॉलो करते हैं। इसके अलावा अप्रैल 2019 में यह हैंडल बनाया गया है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में वायरल दावा झूठा निकला। दिल्ली पुलिस ने टूलकिट से जुडी FIR दर्ज की है। हालांकि, ग्रेटा थनबर्ग का नाम एफआईआर में नहीं है। वहीं, दिल्ली पुलिस द्वारा ग्रेटा थनबर्ग को गिरफ्तार किये जाने का दावा भी फ़र्ज़ी है।
- Claim Review : Delhi Police reached Sweden today and have arrested Greta Thunberg, she will soon be brought to India and our Judges will convict her of sedition as soon as possible
- Claimed By : Tabrez Ahmad
- Fact Check : झूठ
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