Fact Check : दलित चिंतक कांचा इलैया की तस्‍वीर JNU स्‍टूडेंट के नाम पर वायरल

Fact Check : दलित चिंतक कांचा इलैया की तस्‍वीर JNU स्‍टूडेंट के नाम पर वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में फीस बढ़ोत्तरी के खिलाफ आंदोलन के बीच सोशल मीडिया में फर्जी खबरों की बाढ़ आई हुई है। फेसबुक और ट्विटर पर एक बुगुर्ज व्‍यक्ति की तस्‍वीरों को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह शख्‍स जेएनयू का स्‍टूडेंट है। विश्‍वास न्‍यूज ने जब इस दावे की पड़ताल की तो हमें पता चला कि वायरल पोस्‍ट पूरी तरह फर्जी है। पोस्‍ट में जिस शख्‍स को जेएनयू का छात्र बताया जा रहा है, दरअसल वह दलित चिंतक कांचा इलैया हैं। इलैया की तस्‍वीर के साथ फर्जी दावे को वायरल किया जा रहा है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर ललित राजपाल‎ ने ETC. Positive Living नाम के एक ग्रुप में 22 नवंबर को एक बुजुर्ग व्‍यक्ति की तस्‍वीर को अपलोड करते हुए दावा किया : Delhi Police stopped this man from entering JNU, saying: “There is a riot going on inside the campus. Parents and guardians cannot visit.” The man replied: “But I’m a JNU student.” #JNUShamed

जेएनयू से जुड़ी यह फर्जी पोस्‍ट ट्विटर पर भी वायरल हो रही है।

पड़ताल

वायरल पोस्‍ट की सच्‍चाई दुनिया के सामने लाने के लिए सबसे पहले हमने वायरल इमेज को Yandex में सर्च किया। हमें वहां से पता चला कि तस्‍वीर लेखक और चिंतक कांचा इलैया की है।

इसके बाद हमने विकिपीडिया पर जाकर कांचा इलैया के बारे में जानकारी जुटाई। कांचा इलैया एक जाने-माने दलित चिंतक हैं। इनका जन्‍म 5 अक्‍टूबर 1952 को वारंगल में हुआ था। उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस में एमए और एफफिल किया हुआ है। इनके बारे में ज्‍यादा जानकारी आप यहां पढ़ सकते हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने कांचा इलैया से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि वायरल तस्‍वीर मेरी ही है। कुछ लोग जेएनयू के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए इस तस्‍वीर का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। मैंने कभी भी जेएनयू से पढ़ाई नहीं की है। मेरी सभी पढ़ाई उस्मानिया यूनिवर्सिटी से हुई है।

पड़ताल के अगले चरण में हम उस फेसबुक अकाउंट पर गए, जिसने फर्जी पोस्‍ट अपलोड की थी। हमें पता लगा कि ललित राजपाल का फेसबुक यूजर नवंबर 2010 से सक्रिय है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट का दावा फर्जी निकला। दलित चिंतक कांचा इलैया की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करके झूठ फैलाया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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