नई दिल्ली (विश्वास टीम)। एक वीडियो वायरल हो रहा है , जिसमें प्रचारित किया गया था कि छतीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए थे, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज की थी। विश्वास टीम ने जाँच में इस वीडियो से संबंधित विवरण को झूठा पाया है ।
फेसबुक पर योगेंद्र नामक एक यूजर ने फरवरी 14 को एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें पुलिस को लोगों पर लाठीचार्ज करते देखा जा सकता है। इस वीडियो में स्टेज है, जिस पर कांग्रेस का एक बैनर लगा है। इस बैनर पे सोनिया और राहुल गाँधी के फोटो लगे हैं और लिखा है- ‘वक्त है बदलाव का .. जिला कांग्रेस कमिटी बिलासपुर’। इस वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है- “कांग्रेस मीटिंग में कांग्रेसी नेताओं ने लगाए नारे “पाकिस्तान जिंदाबाद” ठीक उसी पल उन कांग्रेसी नेताओं के बंदोबस्त में लगी पुलिस ने निभाया देशभक्ति का कर्तव्य। कांग्रेस मीटिंग में घुस कर सब कांग्रेसियों की कर दी धुलाई। अब जो भी भारतीय पाकिस्तान जिंदाबाद बोलेगा वो इसी तरह ठुकेगा – अब इस पुलिस के लिए भी बोल दीजिये जय हिंद।” असल में इस वीडियो को गलत संदर्भ में पोस्ट किया गया है। इस वीडियो के साथ लिखा डिस्क्रिप्शन गलत है। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि इन वर्करों ने पाकिस्तान ज़िंदाबाद कहा था।
Fact Check
इस वीडियो में बैनर पे बिलासपुर साफ लिखा देखा जा सकता है, इस आधार पर हमने इंटरनेट पर ‘बिलासपुर पुलिस लाठीचार्ज ‘ कीवर्ड्स के साथ सर्च किया। गूगल न्यूज़ पर हमें सितम्बर 19, 2018 को पोस्ट की गयी कई ख़बरें मिली जिसमें बताया गया था कि पुलिस ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बिलासपुर कार्यालय में घुस कर छापा मारा, क्योंकि कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ता तत्कालीन एक मंत्री के निवास पर कचरा फेंक आये थे। यह खबर Timesnow.com और दैनिक भास्कर में पोस्ट भी हुई थी और खबर के साथ ये वायरल हो रहा वीडियो भी लगा है।
हमने इस तथ्य की पुष्टि करने के लिए जागरण.कॉम के रायपुर ब्यूरो हेड से बात की और उन्होंने हमें बताया कि बिलासपुर में गंदगी को मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन करने के लिए तत्कालीन शहर विधायक व नगर प्रशासन मंत्री अमर अग्रवाल के बंगले पर पहुंच गए थे। वहां बंगले के परिसर में कूड़ा-करकट फेंका गया, इस पर पुलिस से तीखी बहस हुई। बहस के बीच ही पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। वहां से भाग कर कांग्रेसी बिलासपुर के कांग्रेस भवन में पहुंच गए और मीटिंग करने लगे। पीछे-पीछे पुलिस भी पहुंची और कांग्रेस भवन में घुस कर लाठियां चला दी। बाद में पुलिस अफसरों ने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महिला पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया था। वायरल हो रहा वीडियो भी इसी घटना का है। यूट्यूब पर ढूंढ़ने पर हमें यह पूरा वीडियो मिला ।
हमने योगेंद्र योगेंद्र नामक इस यूजर के प्रोफाइल का Stalkscan एनालिसिस किया और पाया कि यह एक पर्सनल प्रोफाइल है। इस यूजर के पोस्ट्स ज़्यादातर ख़ास विचारधारा से प्रेरित हैं। इस पोस्ट के कमेंट्स को पढ़ने पर हमने पाया कि एक व्यक्ति द्वारा इस पोस्ट की सच्चाई जानने की इच्छा पर योगेंद्र योगेंद्र ने लिखा है कि उन्हें भी इस पोस्ट की सच्चाई नहीं पता और यह पोस्ट उन्हें फॉरवर्ड किया गया था जिसे उन्होंने रिपोस्ट कर दिया।
निष्कर्ष: पड़ताल में हमने पाया कि 5 महीने पहले पुलिस द्वारा कांग्रेस वर्करों पर लाठीचार्ज पाकिस्तान ज़िंदाबाद कहने पर नहीं, बल्कि तत्कालीन एक मंत्री के घर में कचरा फेंकने की वजह से किया गया था। इस तरह यह पोस्ट गलत है।
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