Fact Check: राहुल गांधी ने नहीं की वैश्य समाज की तुलना चोरों से, न्यूजपेपर की फर्जी कटिंग हो रही शेयर

वैश्‍य समाज को लेकर राहुल गांधी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। न्‍यूजपेपर की फर्जी कटिंग शेयर कर गलत दावा किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्‍वास न्‍यूज)। राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के कथित बयान वाली खबर की न्यूजपेपर की एक कटिंग शेयर की जा रही है। इसमें लिखा है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बूंदी में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वैश्य समाज की तुलना चोरों से की है।    

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच में पाया कि वायरल हो रही न्यूजपेपर की कटिंग फर्जी है। राहुल गांधी इस समय कांग्रेस के अध्यक्ष नहीं हैं और न ही उन्होंने इस तरह का कोई बयान दिया है। इससे पहले 2019 में इस तरह का दावा करते हुए न्यूजपेपर की कटिंग केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नाम से वायरल हुई थी। विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वह पोस्ट भी फर्जी निकली थी। उस फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

क्या है वायरल पोस्ट

विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने न्यूजपेपर की कटिंग को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है। इसकी हेडिंग है,

“चोरी और मुनाफ़ाखोरी देश के बनियों की आदत : राहुल गांधी”

इसमें लिखा है, “राज्य ब्यूरो, राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने विवादास्पद बयान देते देश के बनिया समाज और व्यापारियों की तुलना चोरो से कर डाली। राजस्थान के बूंदी में आयोजित कांग्रेस की चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि चोरी करना तो देश के बनिया और व्यापारियों की आदत है. किसानों की बर्बादी का भी मुख्य कारण ये बनिया और व्यापारी वर्ग ही है जो सारा मुनाफा अपनी जेब में डाल जाते हैं। राजस्थान के बूंदी में हुई इस रैली में ज्यादातर प्रदेश के किसान मौजूद थे जिन्हें रिझाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष ने बनिया और व्यापारी वर्ग पर सीधा हमला बोला। कांग्रेस अध्यक्ष ने साथ ही कहा कि एक तो भाजपा सरकार किसानों को उनकी फसल का उचित रेट नहीं दे रही है ऊपर से ये बीच का व्यापारी वर्ग ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए बहुत सस्ते दामों पर किसानों से जबरदस्ती उनकी फसल खरीदता है और उसे आगे महंगे दामों पर बेचता हैं। मुनाफाखोरी करना इनकी आदत बन गई है। राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा सरकार ने नोटबंदी करके किसानों और आम देशवासियों की कमर तोड़ने का काम किया है और व्यापारी वर्ग भी किसानों के साथ धोखा कर रहा है VR..

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले न्यूजपेपर की कटिंग को ध्यान से देखा। इसमें राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष लिखा गया है, जबकि इस समय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे हैं। उन्होंने 26 अक्टूबर 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाली थी। मतलब यह हाल-फिलहाल का मामला नहीं है।      

इसके बाद हमने वायरल दावे की जांच के लिए कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया, लेकिन ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिससे वायरल दावे की पुष्टि हो सके। अगर ऐसा कोई बयान राहुल गांधी ने दिया होता तो मीडिया में जरूर आता।

सर्चिंग में हमें 1 अप्रैल 2019 की एक पोस्‍ट (आर्काइव लिंक) मिली, जिसमें वायरल न्‍यूजपेपर की कटिंग को शेयर किया गया है। फेसबुक यूजर ‘सुनील कुमार गुप्‍ता’ ने इसको शेयर करते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा था। इससे साफ होता है कि यह पहले भी सोशल मीडिया पर शेयर की जा चुकी है।  

जांच में हमें एक अन्‍य फेसबुक यूजर ‘सत्‍येंद्र मुरली‘ (आर्काइव लिंक) की पोस्‍ट मिली। इसे 4 अप्रैल 2019 को पोस्‍ट किया गया है। इसमें भी वायरल न्‍यूजपेपर की कटिंग वाले ही कंटेंट का इस्‍तेमाल किया गया है। हेडिंग भी एक जैसी हैं। बस इसमें दो बॉक्‍स एक्‍स्‍ट्रा हैं और राहुल गांधी की जगह अमित शाह की तस्‍वीर और नाम का इस्‍तेमाल किया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जब अमित शाह वाले दावे की जांच की थी, तो यह फर्जी निकली थी। अमित शाह ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया था।

पिछले लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने राजस्‍थान के बूंदी में जन संकल्‍प रैली की थी। उस समय वह कांग्रेस के अध्‍यक्ष थे। इंडियन नेशनल कांग्रेस के यूट्यूब चैनल पर 26 मार्च 2019 को इस रैली का वीडियो अपलोड किया गया है। पूरे वीडियो में देखा जा सकता है कि कहीं भी राहुल गांधी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है।

अधिक पुष्टि के लिए हमने राजस्‍थान कांग्रेस के प्रवक्‍ता स्‍वर्णिम चतुर्वेदी से संपर्क कर उनको वायरल कटिंग भेजी। उनका कहना है, “यह फर्जी है। राहुल गांधी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। इसमें विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान बूंदी में राहुल गांधी की जनसभा लिखी है, जबकि अभी तो कोई सभा हुई ही नहीं है। पिछले विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी ने बूंदी से करीब 70 किलोमीटर दूर जनसभा की थी। उन्‍होंने बूंदी में कोई जनसभा नहीं की थी। वह इस समय कांग्रेस अध्यक्ष भी नहीं हैं। उनकी छवि खराब करने के लिए यह फर्जी कटिंग फैलाई जा रही है।

निष्कर्ष: वैश्‍य समाज को लेकर राहुल गांधी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है। न्‍यूजपेपर की फर्जी कटिंग शेयर कर गलत दावा किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट