रेप की घटनाओं के विरोध में कांग्रेस नेता सचिन चौधरी के प्रदर्शन के वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। यह वीडियो दिसंबर 2019 का है, हाल का नहीं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति और एक बच्ची का वीडियो शेयर किया जा रहा है। इसमें बच्ची रो रही है और शख्स विरोध-प्रदर्शन करता दिख रहा है। वीडियो को शेयर कर कुछ सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि दिल्ली में 5 साल की मासूम से रेप के बाद उसके पिता उसे लेकर संसद भवन के पास गए और इसके लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि विरोध-प्रदर्शन करने वाले शख्स कांग्रेस नेता हैं। उन्होंने दिसंबर 2019 में देश में हुई बलात्कार की घटनाओं के विरोध में अपनी बेटी को साथ में लेकर विरोध-प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन के उस वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है।
फेसबुक यूजर ‘मि. भीमसेन राज‘ (आर्काइव लिंक) ने 3 मई को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,
“दिल्ली में 5 साल की मासूम बच्ची के साथ हुआ रेप।
बच्ची के पिता बच्चे को लेकर संसद भवन से लेकर चल और आरोप लगाया की मोइली की वजह से बच्ची का रेप हुआ”
ट्विटर यूजर ‘अहसान अंजुम‘ (आर्काइव लिंक) ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ ट्वीट किया है।
वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर 5 दिसंबर 2019 को वीडियो के बारे में न्यूज अपलोड की गई है। इसमें वायरल वीडियो को देखा जा सकता है। इसमें बताया गया है, “रेप के खिलाफ लोगों का प्रदर्शन जारी है। अपने बेटी को लेकर एक पिता पहुंचा है। ट्रैफिक पुलिस उनको हटा रही है। यह पिता का गुस्सा है कि इस देश में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। वह हाथ में बैनर लिए हुए है और बलात्कारियों को सख्त सजा देने की मांग कर रहा है। प्रदशर्नकारियों ने पीएमओ में घुसने की कोशिश की, इसलिए पुलिस को बल का प्रयोग करना पड़ रहा है।”
पत्रिका में भी 5 दिसंबर 2019 को इस बारे में खबर छपी है। इसमें लिखा है, “कांग्रेस नेता सचिन चौधरी देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रही रेप की वारदातों के विरोध में प्रदर्शन करने संसद के बाहर पहुंचे। उनके साथ उनकी बेटी भी थी। उनका यह वीडियो काफी वायरल हो रहा है। पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया है।”
इस बारे में हमने कांग्रेस नेता सचिन चौधरी से संपर्क कर उनको वायरल वीडियो भेजा। उन्होंने कहा, “यह वीडियो मेरा ही है। हैदराबाद में रेप केस के बाद उसके विरोध में यह प्रदर्शन हुआ था। यह 2019 का मामला है।“
वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर ‘मि. भीमसेन राज‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। 25 जनवरी को बने इस पेज के 157 फॉलोअर्स हैं और वह एक विचाराधारा से प्रभावित हैं। इस पर राजस्थान के लाडनूं का पता दिया गया है।
निष्कर्ष: रेप की घटनाओं के विरोध में कांग्रेस नेता सचिन चौधरी के प्रदर्शन के वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। यह वीडियो दिसंबर 2019 का है, हाल का नहीं।
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