Fact Check: पीएम को काला झंडा दिखाने वाली कांग्रेसी नेता रीता यादव की गोली मारकर हत्या किए जाने का दावा गलत

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने वाली कांग्रेस नेता रीता यादव की उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में गोली मारकर हत्या किए जाने का दावा गलत है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने के बाद चर्चा में आई रीता यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रैली में काला झंडा दिखाने की वजह से गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। यह सही है कि रीता यादव पर हमला हुआ और बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी, लेकिन वह जिंदा और सही सलामत हैं।

क्या है वायरल?

ट्विटर यूजर ‘RANI’ ने वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”सुल्तानपुर रैली में पीएम मोदी को काला झंडा दिखाने वाली महिला रीता यादव की मार कर हत्या कर दी गई।Loudly crying face ये तो सिर्फ एक है ना जाने और कितनों का जान जायेगा।UPElections2022”

https://twitter.com/kisansamrthak/status/1478046326600335361

कई अन्य यूजर्स ने वायरल तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/PushplataYadev/status/1478052415412703237

पड़ताल

सर्च में हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर चार जनवरी 2022 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें रीता यादव पर हुए हमले का जिक्र है।

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘सुलतानपुर में निर्माणाधीन लखनऊ-वाराणसी फोरलेन के दियरा ओवरब्रिज के पास सोमवार की शाम बदमाशों ने कांग्रेस नेता रीता यादव को गोली मार दी। वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक सवार बदमाश असलहा लहराते हुए भाग निकले। दाहिने पैर में गोली लगने से घायल महिला नेता को सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।’

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर चार जनवरी को प्रकाशित रिपोर्ट

रिपोर्ट के मुताबिक, ‘रीता यादव 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने कूरेभार के अरवल कीरी करवत पहुंचे पीएम नरेन्द्र मोदी को काला झांडा दिखाकर चर्चा में आई थी। उस दौरान सुरक्षा कर्मियों ने रीता को पकड़कर भीड़ से अलग कर दिया था। सपा में खुद को उपेक्षित महसूस कर रही रीता ने पिछले दिनों अमेठी में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता हासिल कर ली थी। तब से वह जिले में सक्रिय राजनीति करने लगीं। लम्भुआ विधानसभा से वह टिकट की दावेदारी भी पेश कर रहीं है।’

किसी भी रिपोर्ट में उनकी मृत्यु का जिक्र नहीं है। इस मामले को लेकर विश्वास न्यूज ने सुलतानपुर जिले के सर्किल ऑफिसर सतीश चंद्र शुक्ल से संपर्क किया, जो घटनास्थल पर पहुंचने वाले अधिकारी थे। शुक्ल ने बताया, ‘रीता यादव को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और वह सही सलामत हैं। उनकी मृत्यु का दावा गलत है।’

शुक्ल ने कहा, ‘रीता यादव की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ने इस मामले में कुल चार आरोपियों को चिह्नित किया है और इनकी गिरफ्तारी की कोशिशें जारी हैं।’

वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब नौ हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काला झंडा दिखाने वाली कांग्रेस नेता रीता यादव की उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में गोली मारकर हत्या किए जाने का दावा गलत है।

False
Symbols that define nature of fake news
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