विश्वास न्यूज ने वायरल क्लिप के साथ किए जा रहे दावे की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल जब एक प्रेस कॉफ्रेंस में कमलनाथ से अतीक अहमद की हत्या को लेकर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर जवाब दिया था। लेकिन उनके पूरे वीडियो में से अधूरे हिस्से को एडिट करके वायरल किया गया।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के बयान की 18 सेकंड की एक वीडियो क्लिप को वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि उन्होंने यूपी के माफिया अतीक अहमद की मौत पर दुख जताया है। विश्वास न्यूज ने वायरल क्लिप के साथ किए जा रहे दावे की जांच की। यह भ्रामक साबित हुआ। दरअसल जब एक प्रेस कॉफ्रेंस में कमलनाथ से अतीक अहमद की हत्या को लेकर प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने यूपी की कानून व्यवस्था को लेकर जवाब दिया था। लेकिन उनके पूरे वीडियो में से अधूरे हिस्से को एडिट करके वायरल किया गया।
फेसबुक यूजर विष्णु डांगी ने 18 सेकंड की एक क्लिप को अपलोड करते हुए लिखा, “ये हाल हैं हमारे राज्य मध्यप्रदेश में। कांग्रेस राजनेताओ कि मानसिकता और उनकी सोच को देखिये कैसे खुलेआम माफियाओ का समर्थन कर रहे हैं इनकी सरकार होती तो ना जाने अब तक क्या करवा देते। पूर्व कांग्रेस मुख्यमंत्री कमलनाथ बोल रहे हैं कि यु.पी. में माफियाओ के साथ गलत हो रहा हैं इनका काम ही देश में अराजकता फैलाना हैं और अपनी सरकार लाना हैं चाहे वो कैसे ही आये,भले ही देश जल जाये अपना वोट बैंक खुश होना चाइये। अतीक अहमद पर 100 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं। और उसके पूरे परिवार पर कुल 160 केस दर्ज हैं। कोर्ट के जज भी अतीक अहमद के डर के कारण केस सुनने से मना कर देते थे और अतीक अहमद आजाद घूमता था।”
वायरल क्लिप के ऊपर लिखा गया : “अतिक अहमद मर गया बहुत दुख की बात है : कांग्रेस नेता कमलनाथ”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
कांग्रेस नेता कमलनाथ की वायरल वीडियो क्लिप की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले ‘मध्य प्रदेश कांग्रेस’ के फेसबुक पेज को स्कैन किया। पेज पर 16 अप्रैल को एक वीडियो मिला। चार मिनट से ज्यादा की अवधि के इस वीडियो में वायरल क्लिप को देखा जा सकता है। वीडियो में पत्रकार को कमलनाथ से अतीक अहमद की हत्या पर प्रश्न पूछते हुए देखा जा सकता है। कमलनाथ को यह बोलते हुए देखा जा सकता है, “बड़े दुख की बात है। आज ये खुले रूप से जो मर्डर हो रहे हैं, ये क्या इशारा करते हैं कि हमारी कानून व्यवस्था क्या है। क्या राजनीति हो रही है अब उत्तर प्रदेश में और अपने देश में। साफ मर्डर हो रहे है। एक दिन किसी का होता है, एक दिन किसी के भाई का होता है। ये क्या संकेत है? ये आप सबको सोचने की बात है, केवल मुझे सोचने की बात नहीं है। पूरे समाज को सोचने की बात है कि कहां अपना देश और कहां उत्तर प्रदेश घसीटा जा रहा है। ये घटना अगर उत्तर प्रदेश में हुई है जो सबसे बड़ा प्रदेश है, बड़े दुर्भाग्य की बात है। इसमें मैं समझता हूं सुप्रीम कोर्ट के जज इस मामले का खुद संज्ञान लें और इसकी कड़ी जांच होनी चाहिए।”
कीवर्ड सर्च के दौरान एमपी तक के यूट्यूब चैनल पर वायरल क्लिप का पूरा वर्जन मिला। इसे 16 अप्रैल को अपलोड किया गया। 32 सेकंड के बाद कमलनाथ के पूरे बयान को देखा जा सकता है।
कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने विश्वास न्यूज न्यूज को बताया कि कमलनाथ ने वही बात की है जो यूपी सरकार कर रही है। यूपी सरकार ने खुद अतीक अहमद हत्याकांड पर जांच बैठाई है। कमलनाथ के वीडियो को आधा अधूरा काट के झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष आनंद जाट से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि कमलनाथ का वीडियो अधूरा है। पूरे वीडियो को देखने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। कमलनाथ ने यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए यह बात कही थी।
पड़ताल के अंत में भ्रामक पोस्ट करने वाले फेसबुक यूजर की जांच की गई। पता चला कि फेसबुक यूजर विष्णु डांगी मध्य प्रदेश का रहने वाला है। इसके अकाउंट पर पॉलिटिकल पोस्ट ज्यादा मिलीं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट में किया गया दावा और वीडियो भ्रामक साबित हुआ। कमलनाथ ने अतीक अहमद की हत्या पर दुख नहीं जताया था। बल्कि उन्होंने यूपी की कानूनी व्यवस्था को लेकर दुख वाली बात कही थी। उनके बयान के अधूरे हिस्से को गलत ढंग से वायरल किया जा रहा है।
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