नई दिल्ली (विश्वास टीम)। कांग्रेस में सोशल मीडिया और डिजिटल कम्युनिकेशन की जिम्मेदारी संभाल रही दिव्या स्पंदना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए हिटलर की फोटोशॉप वाली तस्वीर ट्वीट किया है। दिव्या ने नाजी नेता हिटलर की दो तस्वीरें ट्वीट की हैं, जिसमें एक बच्चे के साथ दोनों नेताओं के समान व्यवहार को दर्शाते हुए गुमराह करने वाला दावा किया गया है। दिव्या स्पंदना ने यह ट्वीट करते हुए कहा, ‘What are your thoughts?’ यानी (इस तस्वीर को देखकर) आपके मन में क्या विचार आते हैं?
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह पोस्ट फर्जी साबित होती है। फोटोशॉप की मदद से नाजी नेता और जर्मनी के पूर्व तानाशाह हिटलर की तस्वीर में छेड़छाड़ कर इस पोस्ट को वायरल करने की कोशिश की गई, ताकि बच्चे के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नाजी नेता हिटलर के समान व्यवहार को दिखाया जा सके।
वायरल पोस्ट में नाजी नेता और जर्मनी के दिवंगत तानाशाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बच्चे के साथ तस्वीर है। दिव्या स्पंदना ने यह पोस्ट 28 अप्रैल 2019 को रात 11.47 मिनट पर पोस्ट किया है। पड़ताल किए जाने तक इस तस्वीर को ट्विटर 5100 लोग पसंद कर चुके हैं, जबकि इसे 1500 बार रिट्वीट किया जा चुका है।
यह पहला मौका नहीं है, जब ऐसी तस्वीर वायरल हुई है। गुजरात के विवादित और पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट ने 24 जुलाई 2018 को यही तस्वीर ‘Spot the difference.’ कैप्शन के साथ ट्वीट किया था।
तस्वीर की सत्यता को जांचने के लिए हमने गूगल रिवर्स इमेज की मदद ली, जिसमें ‘standingnexttohitler’ ब्लॉग का लिंक मिला। इसमें हिटलर की वह ऑरिजिनल तस्वीर मिली। ब्लॉग के मुताबिक हिटलल बर्गॉफ में एक छोटी बच्ची के साथ नजर आ रहे हैं, जो उनका घर और मुख्यालय दोनों हुआ करता था।
ऐसे ही एक अन्य लिंक में हिटलर के अन्य दुर्लभ फोटो को देखा जा सकता है। यहां फोटो पर लिखे कैप्शन को साफ देखा जा सकता है। हिटलर के अल्पाइन हेडक्वार्टर के बाहर यह तस्वीर ली गई थी।
Image Credit-कॉपीराइट-Exclusivepiximedia (Hitler’s Alpine Headquarters)
न्यूज सर्च में भी हमें यही तस्वीर मिली। ब्रिटेन के टैबलॉएड ”द सन” में इसी तस्वीर को समान कैप्शन के साथ देखा जा सकता है।
हिटलर की तस्वीर की सच्चाई जांचने के बाद हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर की सत्यता को जांचा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जिस तस्वीर को शेयर किया गया, वह उनके 2014 के सितंबर महीने में हुए जापान दौरे की है। 31 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्योटो के तोजी और किंकाजू-जी (गोल्डन पैवेलियन) मंदिर गए थे।
जागरण पोस्ट के आर्टिकल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जापान यात्रा की तस्वीरों को देखा जा सकता है। उनकी इस यात्रा की अन्य तस्वीरें विदेश मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मौजूद हैं।
दोनों तस्वीर को गौर से देखने पर यह साफ पता चलता है कि फोटोशॉप की मदद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वास्तविक तस्वीर में दिख रहे उनके दोनों हाथों को हिटलर का हाथ बनाकर तस्वीर में जोड़ दिया गया।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में कांग्रेस की सोशल मीडिया ऑपरेशन संभालने वाली दिव्या स्पंदना का ट्वीट फर्जी साबित होता है।
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