विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नाम से वायरल ट्वीट का स्क्रीनशॉट फर्जी है। अरविंद केजरीवाल ने साल 2012 में इस तरह का कोई ट्वीट नहीं किया था। वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तीसरी बार समन भेजकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शराब घोटाले मामले में पूछताछ के लिए बुलाया है। इसी से जोड़ते हुए सोशल मीडिया पर सीएम केजरीवाल के नाम से एक कथित एक्स (पूर्व में ट्विटर) की पोस्ट का स्क्रीनशॉट तेजी वायरल हो रहा है। स्क्रीनशॉट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि साल 2012 में केजरीवाल ने ट्वीट कर ईडी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के नोटिस के बाद भी पेश न होने पर नेताओं की आलोचना की थी।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल ट्वीट का स्क्रीनशॉट फर्जी है। अरविंद केजरीवाल ने साल 2012 में इस तरह का कोई ट्वीट नहीं किया था। वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है।
फेसबुक यूजर अनुज शर्मा ने 23 दिसंबर 2023 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “मैं अरविन्द केजरीवाल जी से 100% सहमत हूँ।”
वायरल स्क्रीनशॉट पर अंग्रेजी में लिखा हुआ है, “एक देशभक्त भारतीय होने के नाते मेरा सिर तब शर्म से झुक जाता है, जब हमारे भ्रष्ट नेता जांच एजेंसियों की ओर से कई बार समन भेजने के बाद भी ईडी और सीबीआई के सामने पेश नहीं होते, जबकि आरोप लगते ही उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए था।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने सबसे पहले अरविंद केजरीवाल के आधिकारिक एक्स अकाउंट को खंगालना शुरू किया। हमें ऐसी कोई पोस्ट वहां पर नहीं मिली। हमने एक्स के एडवांस सर्च टूल का इस्तेमाल करते हुए साल 2012 की सभी पोस्ट को खंगाला। हमें वहां पर भी ऐसी कोई पोस्ट नहीं मिली। हमने इससे जुड़ी न्यूज रिपोर्ट भी सर्च करने की कोशिश की। लेकिन, हमें इससे जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट भी नहीं मिली।
साल 2012 की पोस्ट को खंगालते हुए हमने गौर किया कि सीएम केजरीवाल ने काफी छोटी पोस्ट (ट्वीट) शेयर की हुई है। ज्यादातर पोस्ट के कैरेक्टर 140 हैं, जबकि वायरल पोस्ट के कैरेक्टर 257 हैं। इसी आधार पर हमने सर्च करना शुरू किया। हमने एक्स की वेबसाइट को खंगालना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी जानकारी प्रोडक्ट सेक्शन में मिली। यहां पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, साल 2017 तक एक्स पर पोस्ट करने के लिए सिर्फ 140 कैरेक्टर का ही इस्तेमाल किया जा सकता था, जिसे साल 2017 में बढ़ाकर 280 किया गया।
सर्च के दौरान हमें दावे से जुड़ी एक पोस्ट आप दिल्ली के सोशल मीडिया प्रमुख अमनप्रीत सिंह उप्पल के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिली। उन्होंने 22 दिसंबर 2023 को वायरल पोस्ट के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए इसे फेक बताया है। उन्होंने स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “Fake Tweet और जुमला राजनीति के ऊपर भी कुछ सोच लिया करो भाजपाईयो।”
अधिक जानकारी के लिए हमने आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ से संपर्क किया। उन्होंने वायरल स्क्रीनशॉट को फेक बताते हुए कहा, “सीएम केजरीवाल की छवि को खराब करने के लिए इस तरह के फेक स्क्रीनशॉट को विपक्षी पार्टियां शेयर कर रही हैं।”
वायरल पोस्ट को लेकर हमने आम आदमी पार्टी की खबरों को देखने वाले दिल्ली दैनिक जागरण के प्रमुख संवाददाता वीके शुक्ला से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल ट्वीट फेक है। यह काफी समय से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आम आदमी पार्टी की तरफ से भी इसका खंडन किया जा चुका है।”
अंत में हमने वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर को 785 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नाम से वायरल ट्वीट का स्क्रीनशॉट फर्जी है। अरविंद केजरीवाल ने साल 2012 में इस तरह का कोई ट्वीट नहीं किया था। वायरल ट्वीट के स्क्रीनशॉट को एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया गया है।
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