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Fact Check: रैली में पीएम मोदी के “अपशब्द” बोले जाने का दावा FAKE, वायरल वीडियो ऑल्टर्ड और एडिटेड है

लोकसभा चुनाव के दौरान एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "अपशब्द" बोले जाने का दावा फेक है और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो एडिटेड है। ऑरिजिनल वीडियो 2019 में गुजरात के पाटन में हुई रैली का है, जिसे संबोधित करते हुए मोदी ने पानी की समस्या और उसके समाधान का जिक्र करते हुए नई सरकार में अलग से जल मंत्रालय के गठन का वादा किया था।

  • By: Abhishek Parashar
  • Published: May 25, 2024 at 04:55 PM
  • Updated: May 26, 2024 at 11:08 AM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव के छठे चरण के मतदान के साथ ही देश के अन्य हिस्सों में सातवें चरण के मतदान को लेकर चुनाव प्रचार चल रहा है। इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने एक चुनावी कार्यक्रम में संबोधन के दौरान कथित तौर पर अपशब्द का इस्तेमाल किया।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इसे फेक और चुनावी दुष्प्रचार पाया और साथ ही इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो एडिटेड है, जिसमें भाषण के एक निश्चित टाइमफ्रेम वाले क्लिप को एडिट कर एक लूप का निर्माण कर दिया गया है, जिसे सुनने से अपशब्द का भ्रम पैदा होता है। ऑरिजिनल भाषण 21 अप्रैल 2019 का है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के पाटन में पानी की समस्या और उसके समाधान को लेकर बात करते हुए बांध निर्माण और देश में नए जल मंत्रालय के गठन की बात की थी।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘जनक्रांति हापुड़’ ने वायरल वीडियो क्लिप (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “‘पर्पसफुली’ इतनी शालीन भाषा मंच से बोलता है, या ससुरा महज संयोग है? 🤦‍♂️🤣🤣🤣 #boycutt_bjp #Loksabhaelections2024 #अंधभक्तमुक्तभारत.”

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट।

एक्स यूजर ‘आचार्य कन्फ्यूशियस’ ने वायरल वीडियो को समान दावे के साथ शेयर (आर्काइव लिंक) किया था, जिसे अब डिलीट किया जा चुका है।

पड़ताल

वायरल वीडियो क्लिप कुछ सेकेंड का है, जिस पर ‘द क्विंट’ का लोगो लगा हुआ है। वायरल वीडियो क्लिप के की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ‘द क्विंट’ के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किया हुआ मिला। दी गई जानकारी के मुताबिक, यह गुजरात के पाटन में हुई 2019 की रैली का है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया था।

43.11/47.26 से 43.40/47.26 के फ्रेम में उस हिस्से को सुना जा सकता है, जो वायरल क्लिप में शामिल है।

इसके बाद हमने की-वर्ड सर्च की मदद ली और हमें यह वीडियो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर मिला, जिसके मुताबिक, यह 21 अप्रैल 2019 को गुजरात के पाटन में हुई जनसभा का है।

इस वीडियो क्लिप में 48.43/53.58 से 49.26/53.58 के बीच उस अंश को सुना जा सकता है, जिसे वायरल क्लिप में शामिल किया गया है।

चूंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह भाषण गुजराती भाषा में हैं, इसलिए संबंधित अंश के अनुवाद के लिए हमने हमारे सहयोगी गुजराती जागरण की टीम से मदद ली। गुजराती जागरण की तरफ से हमें मोदी के इस भाषण के अंश का गुजराती और हिंदी टेक्स्ट मुहैया कराया गया, जो इस प्रकार है:

“મોદીએ કહ્યું હતું કે આ વખતે અમારી નવી સરકાર બનશે 23મી તારીખે સાંજે 23મી મે ચૂંટણીના પરિણામ આવશે. સરકાર બનશે પાણીની અલગ મંત્રાલય હશે અને આખા દેશમાં લોકો એમ કહેશે ભવિષ્યમાં લડાઈઓ પાણીની થશે એલાભાઈ બધા કહો છો પાણીની લડાઈ થવાની છે તો અમે અત્યારથી પાણી પહેલા પાળ કેમ ન બાંધીએ. અમારે તો ગુજરાત વાળાઓને શિખવાડ્યું છે કે પાણી પહેલા પાળ બાંધો.”

मोदी ने कहा कि इस बार हमारी नई सरकार 23 मई की शाम को बनेगी और चुनाव के नतीजे आएंगे। सरकार बनेगी, अलग जल मंत्रालय होगा और देशभर में लोग कहते हैं कि भविष्य में पानी को लेकर युद्ध होंगे…अरे भाई सब कह रहे हैं की पानी को लेकर युद्ध होगा तो हम अबसे पानी से पहले बांध क्यूं न बांधे….हमने गुजरात के लोगों को पानी से पहले बांध बनाना सिखाया है।”

प्रधानमंत्री का यह भाषण बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल (आर्काइव लिंक) पर भी उपलब्ध है, जिसमें 43.40 के फ्रेम से उनके इस भाषण के हिस्से को सुना जा सकता है।

स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में पानी की समस्या और समाधान के बारे में बात कर रहे थे। वायरल वीडियो क्लिप को लेकर गुजराती जागरण के एसोसिएट एडिटर जीवन कपूरिया ने बताया, “ऑरिजिनल वीडियो क्लिप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पानी की समस्या और उसके समाधान को लेकर बात कर रहे हैं। इसमें कहीं से भी किसी तरह के अपशब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है।”

वायरल हो रहा वीडियो क्लिप एडिटेड है, जिसमें भाषण के एक निश्चित टाइमफ्रेम वाले क्लिप को एडिट कर एक लूप (समान वीडियो क्लिप को बार-बार कॉपी पेस्ट कर) का निर्माण कर दिया गया है, जिसे सुनने से अपशब्द का भ्रम पैदा होता है।

वायरल वीडियो क्लिप को फेक दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब एक हजार लोग फॉलो करते हैं। चुनाव से संबंधित अन्य भ्रामक व फेक दावों की जांच करती फैक्ट चेक रिपोर्ट को विश्वास न्यूज के चुनावी सेक्शन में पढ़ा जा सकता है।

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के तहत अब तक पांच चरणों का मतदान (आर्काइव लिंक) हो चुका है और छठे चरण के लिए मतदान 25 मई को हो रहा है, जिसमें सात राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की कुल 57 सीटों पर वोटिंग जारी है। वहीं, सातवें और अंतिम चरण का मतदान एक जून को होगा।

https://Twitter.com/ECISVEEP/status/1768999969850060911

निष्कर्ष: लोकसभा चुनाव के दौरान एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “अपशब्द” बोले जाने का दावा फेक है और इस दावे के साथ वायरल हो रहा वीडियो एडिटेड है। ऑरिजिनल वीडियो 2019 में गुजरात के पाटन में हुई रैली का है, जिसे संबोधित करते हुए मोदी ने पानी की समस्या और उसके समाधान का जिक्र करते हुए नई सरकार में अलग से जल मंत्रालय के गठन का वादा किया था।

  • Claim Review : चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपशब्द का इस्तेमाल किया।
  • Claimed By : FB User-जनक्रांति हापुड़
  • Fact Check : झूठ
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