Fact Check: पीएम मोदी के आने पर रकाबगंज गुरुद्वारे से नहीं हटाया गया था कालीन, वायरल दावा झूठा है

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर जहाँ की है वहां कालीन मौजूद था मगर प्रधानमंत्री मोदी स्वेच्छा से कालीन पर न चलकर फर्श पर चलके गुरुद्वारे के अंदर गए थे। गुरुद्वारा रकाबगंज ने भी इस दावे का खंडन किया है।

नई दिल्ली (Vishvas News)। प्रधानमंत्री मोदी ने 20 दिसंबर की सुबह दिल्ली में गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब का दौरा किया था और गुरु तेग बहादुर जी को श्रद्धांजलि दी थी। पीएम मोदी का यह दौरा पहले से निर्धारित नही था। कई न्यूज़ एजेंसियों ने इस दौरे को लेकर कुछ तस्वीरें भी शेयर की थी। इनमें से एक तस्वीर में उन्हें नंगे पैर मार्बल के फर्श पर चलता देखा जा सकता है। अब कुछ सोशल मीडिया यूजर इस तस्वीर को शेयर करके दावा कर रहे हैं कि गुरुद्वारा रकाबगंज समिति ने पीएम मोदी की यात्रा से पहले कालीन को हटा दिया, ताकि उन्हें ठंडे फर्श पर चलना पड़े।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर जहाँ की है, वहां कालीन मौजूद था मगर प्रधानमंत्री मोदी स्वेच्छा से कालीन पर न चलकर फर्श पर चलके गुरुद्वारे के अंदर गए थे। गुरुद्वारा रकाबगंज ने भी इस दावे का खंडन किया है।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक पर वायरल इस पोस्ट के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा है, “Gurudwara Rakabganj Committee removed the Carpet for PM Modi’s visit to make him walk on cold floor! He was never humiliated so much like this before!” जिसका हिंदी अनुवाद होता है, “गुरुद्वारा रकाबगंज समिति ने पीएम मोदी की यात्रा के लिए कालीन को हटा दिया, ताकि उन्हें ठंडे फर्श पर चलना पड़े। वे पहले कभी इस तरह अपमानित नहीं हुए होंगे।”

फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने पड़ताल के लिए इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के दौरान हमें यह तस्वीर न्यूज़ एजेंसी ANI के एक ट्वीट में मिली।

हमें न्यूज़ एजेंसी ANI पर पीएम मोदी की इस विजिट का एक वीडियो भी मिला। इस वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि प्रधानमंत्री गुरूद्वारे में घुसने के लिए जहां चल रहे थे, वहीँ एक कालीन भी बिछा हुआ था। मगर प्रधानमंत्री मोदी स्वेच्छा से कालीन पर न चलकर फर्श पर चलके गुरुद्वारे के अंदर गए थे।

वीडियो के स्क्रीनशॉट और वायरल फोटो की तुलना करने पर भी साफ़ देखा जा सकता है कि जहाँ प्रधानमंत्री मोदी चल रहे थे, वहां कालीन मौजूद था।

इस मामले में पुष्टि के लिए हमने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी में कॉल किया। हमें बताया गया कि यह दावा गलत है और पीएम मोदी के आने की किसी को कोई खबर नहीं थी। वहां से हमें रकाबगंज गुरुद्वारे के एडमिन मैनेजर गुरदीप सिंह का नंबर मिला। गुरदीप सिंह ने हमें बताया, “यह आरोप गलत है। गुरुद्वारे के अंदर जाने के रास्ते में एक कालीन बिछा है, जिसके दोनों तरफ काफी खाली जगह है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी खाली जगह पर चल कर गुरुद्वारे के अंदर गए थे।”

इस पोस्ट को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर Virendra Srivastava नाम के फेसबुक यूजर ने शेयर किया था। प्रोफाइल के अनुसार, यूजर मुंबई के रहने वाले हैं। इस यूजर के 4,103 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा सही नहीं है। यह तस्वीर जहाँ की है वहां कालीन मौजूद था मगर प्रधानमंत्री मोदी स्वेच्छा से कालीन पर न चलकर फर्श पर चलके गुरुद्वारे के अंदर गए थे। गुरुद्वारा रकाबगंज ने भी इस दावे का खंडन किया है।

False
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