Fact Check: पाकिस्तान की जीत का ‘जश्न’ मनाने के मामले में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द किए जाने का दावा झूठा और मनगढंत

पाकिस्तान की जीत का ''जश्न'' मनाने के मामले में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द किए जाने का दावा बेबुनियाद और मनगढ़ंत है।

Fact Check: पाकिस्तान की जीत का ‘जश्न’ मनाने के मामले में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द किए जाने का दावा झूठा और मनगढंत

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए क्रिकेट मैच के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में मेडिकल की पढ़ाई करने वाली छात्राओं की है, जहां ”पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारा लगाने वाली 100 छात्राओं की डिग्रिया रद्द कर दी गई हैं।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। न केवल वायरल पोस्ट में किया गया दावा गलत है, बल्कि इसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर भी श्रीनगर के मेडिकल कॉलेज की नहीं है। वायरल हो रही तस्वीर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ स्थित फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज की है, जिसे गलत दावे के साथ भ्रामक संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर ‘Bajrang gaur’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाली श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 सुंदरियाँ अब डॉक्टर नही बन पाएँगी सरकार ने डिग्री रद्द कर दी…!!”

सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ वायरल पोस्ट

सोशल मीडिया पर कई अन्य यूजर्स ने इस तस्वीर को समान दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल पोस्ट में तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए इसे श्रीनगर मेडिकल कॉलेज का बताया गया है। गूगल रिवर्स इमेज सर्च में हमें यह तस्वीर bdc-tv.com की वेबसाइट पर 12 नवंबर 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट में लगी मिली।


bdc-tv.com की वेबसाइट पर 12 नवंबर 2017 को प्रकाशित रिपोर्ट में तस्वीर

अबू जफर के द्वारा लिखी गई रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के दाऊदपुर में स्थित फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज (सुबह की प्रार्थना के दौरान) की है।

कई अन्य वेबसाइट पर हमें यह समान रिपोर्ट इसी तस्वीर और समान बाइलाइन के साथ प्रकाशित मिली, जिससे इसके आजमगढ़ स्थित फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज का होने की पुष्टि होती है।

विश्वास न्यूज ने इस तस्वीर को लेकर पत्रकार अबू जफर से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, ‘यह तस्वीर आजमगढ़ के फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज की है। संबंधित रिपोर्ट (प्रकाशित होने के करीब तीन या चार दिन पहले) के लिए नवंबर 2017 में यह तस्वीर ली गई थी।’

अब तक की जांच से यह बात साबित होती है कि वायरल हो रही तस्वीर कश्मीर के किसी कॉलेज की नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ स्थित फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज की है।

इसके बाद हमने वायरल पोस्ट में किए दावे की पड़ताल की। दावा किया गया है, ”पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारा लगाने वाली श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्रियां रद्द कर दी गई हैं।

ऐसा होना अपने आप में एक बड़ी खबर होती, लेकिन न्यूज सर्च में हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें ऐसी किसी घटना का जिक्र हो। हालांकि, हमें ऐसी कई न्यूज रिपोर्ट्स जरूर मिलीं, जिसमें भारत के खिलाफ पाकिस्तान के मैच जीतने के बाद उसकी जीत का ”जश्न” मनाते छात्रों का वीडियो सामने आने के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से यूएपीए के तहत दो एफआईआर दर्ज किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से लिखी गई द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘संबंधित मामले में दो एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।’

द हिंदू की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट

कई अन्य रिपोर्ट्स में भी इसका जिक्र है। इस मामले में और अधिक जानकारी के लिए हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के कश्मीर के संवाददाता नवीन नवाज से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘जहां तक पुलिसिया कार्रवाई की बात है, तो इस मामले में उनकी तरफ से एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। एफआईआर अज्ञात लोगों के खिलाफ हुई है और अभी तक मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।’

छात्रों की डिग्रियां रद्द किए जाने के दावे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई सच्चाई नहीं है। पाकिस्तान की जीत का ”जश्न” मनाते दिख रहे छात्रों के वीडियो के सामने आने के बाद कॉलेज की तरफ से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया गया था और यह रिपोर्ट जमा भी हो चुकी है। हालांकि, इसे अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है और न ही कोई कार्रवाई की गई है। ऐसे में 100 छात्राओं की डिग्रियां रद्द किए जाने का दावा बेबुनियाद और तथ्यों से परे है।’

वायरल पोस्ट को शेयर करने वाले पेज को फेसबुक पर करीब 25 हजार लोग फॉलो करते हैं। यह प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित है।

निष्कर्ष: पाकिस्तान की जीत का ”जश्न” मनाने के मामले में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द किए जाने का दावा बेबुनियाद और मनगढ़ंत है। इस दावे के साथ साझा की जा रही तस्वीर भी श्रीनगर के किसी कॉलेज की नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ स्थित फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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