Fact Check: गोरखपुर में नहीं हुई बसपा समर्थक को जिंदा जलाने की घटना, गलत दावा हो रहा वायरल

गोरखपुर में बसपा समर्थक को जिंदा जलाने की कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस ने वायरल फोटो को बिहार के समस्तीपुर के खलील रिजवी का बताया है, जिसकी फरवरी 2022 में हत्या की गई थी। हालांकि, हमें खलील रिजवी की किसी भी खबर में यह फोटो नहीं मिली। इसलिए हम यह पुष्टि नहीं करते कि फोटो खलील रिजवी की है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। उत्तर प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट वायरल किया जा रहा है। इसमें एक अधजले शव के साथ में लिखा है कि आज गोरखपुर में एक बसपा समर्थक को जिंदा जला दिया गया। पुलिस जबरन मामला शांत करा रही है। इसका कसूर सिर्फ इतना था कि जब बीजेपी नेता ने पूछा कि वोट किसे दोगे तो दलित ने बोला, हम बीएसपी को देंगे। यह मामला गोरखपुर के नारायणपुर गांव का है। इसकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं दी गई है। इसकी निष्पक्ष जांच हो। विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। गोरखपुर पुलिस ने इस तरह की किसी भी घटना से इनकार किया है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‘सपा समर्थक राहुल सिंह’ (आर्काइव) ने 25 फरवरी को एक स्क्रीनशॉट पोस्ट किया। इसके साथ में लिखा है,
यह है भारतीय जनता पार्टी का असली चेहरा जिसमें दलितों और गरीबो के लिए तो कोई स्थान ही नहीं है और रही सुश्री मायावती जी जो दलितों की मसीहा बनती हैं वह इतनी बड़ी घटना पर चुप्पी साधे बैठी है क्योंकि उनको सिर्फ दलितों का वोट चाहिए!!
दोषियों के ऊपर तत्काल कार्यवाही हो!!

व्हाट्सऐप पर भी हमें यह फोटो समान दावे के साथ प्राप्त हुई है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने कीवर्ड से न्यूज सर्च की। इसमें 25 फरवरी 2022 को jagran में छपी खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, अधजले युवकी फोटो बिहार के समस्तीपुर की है। इसे गोरखपुर का बताकर वायरल किया जा रहा है। बिक्रम सिंह बादलपुर नाम से बनी ट्विटर आईडी से इसे पोस्ट किया गया है। एसएसपी के आदेश पर कैंट थाना प्रभारी ने ट्वीट करने वाले पर केस दर्ज कर लिया है।

@UPPViralCheck ने भी 24 फरवरी को ट्वीट करके इस घटना से इंकार करते हुए इसे बिहार की फोटो बताया है।

इस बारे में दैनिक जागरण गोरखपुर के क्राइम रिपोर्टर सतीश पांडे का कहना है कि इस तरह का कोई भी मामला गोरखपुर में नहीं हुआ है। पुलिस ने इस फोटो को बिहार के समस्तीपुर का बताया है।

इसके बाद हमने बिहार के समस्तीपुर में युवक की हत्या की खबर को सर्च किया। 23 फरवरी को आज तक में खबर छपी है कि बिहार के समस्तीपुर में कुछ दिन पहले जदयू के नेता मोहम्मद खलील रिजवी की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

19 फरवरी को jagran में छपी खबर के मुताबिक, खलील रिजवी का अपहरण करके उसकी हत्या कर दी गई है। शुक्रवार देर रात को कल्याणपुर थाना क्षेत्र में नदी के किनारे उनका अधजला शव बरामद हुआ है। 16 फरवरी को वह घर से निकले थे। इसके बाद बदमाशों ने उनको अगवा कर लिया था।

स्क्रीनशॉट को वायरल करने वाले फेसबुक यूजर ‘सपा समर्थक राहुल सिंह‘ की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। वह एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं।

निष्कर्ष: गोरखपुर में बसपा समर्थक को जिंदा जलाने की कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस ने वायरल फोटो को बिहार के समस्तीपुर के खलील रिजवी का बताया है, जिसकी फरवरी 2022 में हत्या की गई थी। हालांकि, हमें खलील रिजवी की किसी भी खबर में यह फोटो नहीं मिली। इसलिए हम यह पुष्टि नहीं करते कि फोटो खलील रिजवी की है।

False
Symbols that define nature of fake news
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