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Fact Check: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के नाम से फर्जी लेटर वायरल

विश्वास न्यूज की पड़ताल में दिलीप घोष को लेकर किया जा रहा ये दावा झूठा निकला है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर एडिटेड और फर्जी चिट्ठी वायरल की जा रही है। बीजेपी ने इसका खंडन किया है और इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से भी की है।

  • By: ameesh rai
  • Published: Apr 1, 2021 at 06:49 PM

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के बीच इससे जुड़े तमाम दावे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। ऐसा ही एक दावा पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को लेकर वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स एक कथित चिट्ठी शेयर कर रहे हैं। दावे के मुताबिक, इसे पश्चिम बंगाल में पहले चरण की वोटिंग के बाद दिलीप घोष की तरफ से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखी गई चिट्ठी बताया जा रहा है।

विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा झूठा निकला है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर एडिटेड और फर्जी चिट्ठी वायरल की जा रही है। बीजेपी ने इसका खंडन किया है और इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से भी की है।

क्या हो रहा है वायरल

Sad Dam Hossain नाम के फेसबुक यूजर ने 29 मार्च 2021 को एक लेटर शेयर करते हुए अंग्रेजी में लिखा है, ‘दिलीप घोष के मुताबिक टीएमसी फर्स्ट फेज में स्वीप कर जाएगी।’ इस पोस्ट के साथ शेयर किए गए लेटर में पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को संबोधित करते हुए दिखाया गया है। इस कथित लेटर के मुताबिक, दिलीप घोष ने जेपी नड्डा को बताया है कि पार्टी के इंटरनल सर्वे के मुताबिक, बीजेपी पश्चिम बंगाल में पहले चरण में 2-4 सीट पाती ही दिख रही है।

इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।

पड़ताल

पश्चिम बंगाल, असम समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के दौरान इनसे जुड़े कई दावों की पड़ताल विश्वास न्यूज कर चुका है। दिलीप घोष को लेकर किए जा रहे इस वायरल दावे की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने इसे इंटरनेट पर ढूंढने की कोशिश की। अगर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सार्वजनिक तौर पर ऐसा कोई लेटर सेंट्रल लीडरशिप को लिखा होता, तो प्रामाणिक मीडिया हाउस इसकी कवरेज जरूर करते।

विश्वास न्यूज को ऐसी कोई प्रामाणिक रिपोर्ट नहीं मिली, जो इस रिपोर्ट के दावे की पुष्टि करती हो। इसके उलट विश्वास न्यूज को टाइम्स ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर एक अप्रैल 2021 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली, जिसमें विधानसभा चुनावों के दौरान फर्जी सर्वे और नेताओं के झूठे लेटर वायरल होने का जिक्र किया गया है। इसमें दिलीप घोष के नाम से फर्जी लेटर वायरल होने के मामले का भी जिक्र है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल्स से लोगों को इस बारे में बताया भी है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर विस्तार से देखा जा सकता है।

इस रिपोर्ट से मिले क्लू के आधार पर हमने दिलीप घोष के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को खंगाला। हमें उनके आधिकारिक हैंडल पर एक रिट्वीट मिला। दिलीप घोष के ट्विटर हैंडल से Office of Dilip Ghosh नाम के हैंडल के एक ट्वीट को रिट्वीट किया गया है। इस ट्वीट में वायरल लेटर भी शामिल है। इस ट्वीट में वायरल लेटर को फेक बताते हुए जानकारी दी गई है कि बंगाल बीजेपी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है। इस ट्वीट को यहां नीचे देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल लेटर को बंगाल बीजेपी उपाध्यक्ष राज कमल पाठक संग भी साझा किया। उन्होंने हमें बताया कि उनकी जानकारी के मुताबिक, ये लेटर फर्जी है।

विश्वास न्यूज ने इस वायरल लेटर को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Sad Dam Hossain की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर बरासत, पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं और फैक्ट चेक किए जाने तक इस प्रोफाइल के 2644 फॉलोअर्स थे।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में दिलीप घोष को लेकर किया जा रहा ये दावा झूठा निकला है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर एडिटेड और फर्जी चिट्ठी वायरल की जा रही है। बीजेपी ने इसका खंडन किया है और इस मामले की शिकायत चुनाव आयोग से भी की है।

  • Claim Review : पश्चिम बंगाल में पहले चरण की वोटिंग के बाद दिलीप घोष की तरफ से बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को चिट्ठी लिख बताया गया कि टीएमसी को बढ़त है।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर Sad Dam Hossain
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