Fact Check: 2011 रिपब्लिक-डे परेड में शामिल बिहार की झांकी को यूपी का बताकर किया जा रहा भ्रामक दावा

कोलाज की पहली फोटो बिहार की झांकी की है, जिसे 2011 की रिपब्लिक-डे परेड में शामिल किया गया था। इसका उत्तर प्रदेश की सपा सरकार से कोई संबंध नहीं है। हां, दूसरी फोटो 2021 में गणतंत्र दिवस पर हुई परेड की झांकी की है। इसे यूपी की योगी सरकार की तरफ से पेश किया गया था।

Fact Check: 2011 रिपब्लिक-डे परेड में शामिल बिहार की झांकी को यूपी का बताकर किया जा रहा भ्रामक दावा

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। यूपी चुनाव 2022 से पहले गणतंत्र दिवस के दिन सोशल मीडिया यूजर्स दो फोटो के कोलाज को शेयर कर रहे हैं। इसमें पहली फोटो में मजार या दरगाह को दिखाया गया है, जबकि दूसरी फोटो में मंदिर और ऋषि को दर्शाया गया है। दावा किया जा रहा है कि पहली फोटो समाजवादी सरकार द्वारा रिपब्लिक-डे परेड में पेश की गई झांकी है। इसमें देवबंद को दिखाया गया है। वहीं, दूसरी फोटो गणतंत्र दिवस की परेड में योगी सरकार द्वारा पेश की गई झांकी की है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में दावे को भ्रामक पाया। कोलाज की पहली फोटो वर्ष 2011 की रिपब्लिक-डे परेड में शामिल बिहार की झांकी की है, न कि उत्तर प्रदेश की। हालांकि, कोलाज की दूसरी फोटो वर्ष 2021 की रिपब्लिक-डे परेड में शामिल यूपी की झांकी की है मतलब योगी सरकार के समय की।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक पेज ‘स्वराज भारत’ पर 26 जनवरी 2022 को इस कोलाज को पोस्ट करते हुए लिखा गया,
समाजवादी राज में देवबंद को उत्तर प्रदेश की झांकी के तौर पर राजपथ पर पेश किया जाता था
वह देवबंद जो सऊदी अरब की हनफी विचारधारा का प्रतिनिधित्व करता है उस हनफ़ी विचारधारा को अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश की विचारधारा बताकर राजपथ पर पेश करते रहे
वहीं योगीराज में राजपथ पर गणतंत्र दिवस में उत्तर प्रदेश की क्या झांकी होती थी वह देखिये
बस हम यही चाहते हैं कि यही बदलाव कायम रहे अब फिर से यूपी में जिहादी वादी लोग सत्ता में ना आने पाए

फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने इस कोलाज को मिलते-जुलते दावे के साथ पोस्ट किया है।

पड़ताल

वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने ​गूगल रिवर्स इमेज टूल से पहली फोटो को सर्च किया। इसमें हमें news18 में 26 फरवरी 2015 को प्रकाशित फोटो गैलरी का लिंक मिला। इसमें हमें यह फोटो मिल गई। फोटो का कैप्शन लिखा है, A tableau from Bihar state depicts a Muslim man praying. The Sufi shrine of Maner in Patna was depicted in the tableau of Bihar, which is better known for its Buddhist pilgrim sites. As the tune of Amir Khusro’s Sufi verse ‘Chhap tilak sab chhini re’ played in the background, the float showed the shrine of 17th century saint Makhdoom Shah Daulat at Maner. (बिहार राज्य की झांकी में मुस्लिम व्यक्ति को दुआ करते हुए दिखाया गया है। पटना के मनेर में स्थित सूफी दरगाह को बिहार की झांकी में दर्शाया गया था। खास बात यह है कि यह अपने बौद्ध तीर्थ स्थलों के लिए ज्यादा जाना जाता है। बैकग्राउंड में अमीर खुसरो की ‘छाप तिलक सब छीनी रे’ की धुन बज रही थी। इसमें मनेर स्थित 17वीं सदी के पीर मखदूम शाह दौलत की मजार दिखाई गई।)

इसके बाद हमने कीवर्ड से इसको सर्च किया तो यूट्यूब चैनल Prasar Bharati Archives पर 25 जनवरी 2021 को अपलोड किया गया वीडियो मिला। इसका टाइटल है, Republic Day Parade 26th January 2011 | Part – 2। डिस्क्रिप्शन में लिखा है कि यह सन् 2011 की रिपब्लिक-डे परेड थी। इसका आयोजन 26 जनवरी 1950 से हर साल राजपथ पर किया जाता है। वीडियो में 34 मिनट के बाद वीडियो में हमें वायरल तस्वीर जैसी फुटेज भी मिल गई। इसमें बताया जा रहा है कि पंजाब के बाद अब बिहार की झांकी आ रही है। यह पटना स्थित मनेर शरीफ है, जो एक ऐतिहासिक स्थल है।

26 जनवरी 2011 को आज तक में छपी रिपोर्ट के अनुसार, 62वें गणतंत्र दिवस परेड में बिहार की झांकी ‘बिहार की सूफी परंपरा’ थीम पर आधारित रही। इसमें मनेर स्थित ‘मखदूम याहिया मनेरी’ की मजार मनियार पठान को दिखाया गया है।

इस बारे में दैनिक जागरण बिहार के राज्य ब्यूरो प्रमुख अरविंद शर्मा का कहना है, वायरल फोटो मनेर की दरगाह से मिल रही है। 10-11 साल पहले केंद्र की झांकी में इसे शामिल किया गया था। इसका उत्तर प्रदेश से कोई संबंध नहीं है।

अब बात करते हैं कोलाज की दूसरी फोटो की। उसको गूगल रिवर्स इमेज टूल से सर्च करने पर हमें jagran की खबर का लिंक मिला। 28 जनवरी 2021 को प्र​काशित खबर में यह फोटो मिल गई। खबर के अनुसार, इस साल हुई गणतंत्र दिवस परेड में उत्तर प्रदेश की झांकी ने प्रथम स्थान पाया है। यूपी की झांकी में राम मंदिर के मॉडल को दर्शाया गया था।

कोलाज को भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक पेज ‘स्वराज भारत’ को हमने स्कैन किया। 20 मई 2020 को बना यह पेज एक विचारधारा से प्रेरित है। इसे 28 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: कोलाज की पहली फोटो बिहार की झांकी की है, जिसे 2011 की रिपब्लिक-डे परेड में शामिल किया गया था। इसका उत्तर प्रदेश की सपा सरकार से कोई संबंध नहीं है। हां, दूसरी फोटो 2021 में गणतंत्र दिवस पर हुई परेड की झांकी की है। इसे यूपी की योगी सरकार की तरफ से पेश किया गया था।

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