Fact Check: EVM में कथित गड़बड़ी के सात साल पुराने वीडियो को फिर से किया जा रहा वायरल

मध्य प्रदेश के भिंड में करीब सात साल पहले ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगे थे। उस मामले के वीडियो को अब फिर से वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से जोड़कर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एबीपी न्यूज चैनल की एक वीडियो न्यूज को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि भिंड में ईवीएम में गड़बड़ी पाई गई है। वहां हाथी का बटन दबाने पर कमल की पर्ची निकल रही है। जिस तरह से हाल में यूजर्स ने इसे शेयर किया है, उससे ऐसा लग रहा है, जैसे यह अभी का मामला है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो अप्रैल 2017 का है। उस समय आरोप लगा था कि भिंड की तत्कालीन मुख्य चुनाव अधिकारी सलीना सिंह ने जिन मशीनों की जांच कराई, उनमें कोई भी बटन दबाने पर भाजपा की पर्ची निकल रही थी। इसके बाद भिंड के कलेक्टर और एसपी को हटा दिया गया था।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Ravindra markam (आर्काइव लिंक) ने 21 मार्च को वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा,

“भिंड में निकला ईवीएम मशीन में गड़बड़ी बटन दबाया हाथी पर पर्ची निकली कमल का यही है EVM मशीन की चलाकी जागो भाईयों जागो ईवीएम हटाओ देश बचाओ जोहर”

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 1 अप्रैल 2017 को अपलोड वीडियो न्यूज में वायरल न्यूज क्लिप को देखा जा सकता है। इसमें कहा गया है कि भिंड के अटेर में विधानसभा चुनाव होना है। आरोप है कि मध्य प्रदेश की मुख्य चुनाव अधिकारी सलीना सिंह वहां गई थी। जब वहां उन्होंने मशीन को चेक किया तो उसमें से दो बार बटन दबाने पर भाजपा की पर्ची निकली थी। इसके बाद विपक्ष ईवीएम से छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। मामला सामने आने के बाद भिंड के कलेक्टर और एसपी को हटाने का आदेश दिया गया है।

नईदुनिया की वेबसाइट पर 1 अप्रैल 2017 को छपी खबर के अनुसार, भिंड जिले की अटेर विधानसभा में होने वाले उपचुनाव से पहले परीक्षण के दौरान ईवीएम में कथित गड़बड़ी का मामला सामने आया है। इस मामले में भिंड के कलेक्टर और एसपी समेत 12 से अधिक अधिकारियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सलीना सिंह ने ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को खारिज किया है। उन्‍होंने कहा कि दो बार बटन दबाने पर एक बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की पर्ची निकली थी।

नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर भी 2 अप्रैल 2017 को इस खबर को देखा जा सकता है।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले यह दावा वायरल हो चुका है। उस समय विश्वास न्यूज ने नईदुनिया में भिंड के ब्यूरो चीफ अब्बास अहमद से बात की थी। उन्होंने इसे 2017 का मामला बताया था।

वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर मध्य प्रदेश के कनेरी से संबंधित है। उसके करीब 4 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: मध्य प्रदेश के भिंड में करीब सात साल पहले ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगे थे। उस मामले के वीडियो को अब फिर से वायरल किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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