नई दिल्ली (विश्वास टीम)। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुए हत्याकांड को लेकर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में नजर आ रहा व्यक्ति ही वह आरोपी है, जिसने मुर्शिदाबाद में एक ही परिवार के तीन लोगों (पति, पत्नी और बच्चा) की हत्या की थी।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। जिस व्यक्ति की तस्वीर हत्या के आरोपी के तौर पर वायरल हो रही है, वह बांग्लादेश का है।
फेसबुक पर वायरल हो रहे पोस्ट में दावा किया गया है, ”यह वही हत्यारा है जो मुर्शिदाबाद में तीन निर्दोष पति पत्नी और बच्चों एक पेट में एक 6 माह के बच्चे की हत्या कर दी आज लोगों को माब लीचिंग नहीं दिख रहा है क्योंकि एक समुदाय इससे आहत होगा इस तरीके का जघन्य अपराध करने वाले व्यक्ति को कड़ी सजा मिलनी चाहिए अब अगर वह महान अवार्ड वापसी वाली गैंग जेएनयू वाली भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाल्लाह इंशाल्लाह हमें चाहिए आजादी और जिन को हिंदुस्तान में रहने पर घुटन महसूस हो रही थी अगर वह जिंदा हो तो एक शब्द इस पर भी बोल दे तब लगे इस वतन और इस वतन में रहने वाले हिंदुओं से भी उनको मोहब्बत है।”
यानी तस्वीर में सफेद कुर्ते में नजर आ रहा व्यक्ति मुर्शिदाबाद हत्याकांड का आरोपी है।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक ही परिवार के तीन व्यक्तियों (पति,पत्नी और बच्चा) की हत्या हुई है। कई न्यूज रिपोर्ट्स में बताया गया है कि जिस व्यक्ति और उसकी पत्नी एवं बच्चे की हत्या हुई, वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए थे।
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज करने पर हमें justnewsbd.com वेबसाइट पर छपी एक रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक बीसीएल (बांग्लादेशी छात्र लीग) के 11 लोगों को अबरार हत्याकांड में निष्कासित किया गया है। इस खबर में जिन तस्वीरों का इस्तेमाल किया गया है, उनमें से एक तस्वीर उस लड़के की है, जो सोशल मीडिया पर मुर्शिदाबाद हत्याकांड से जुड़े होने के दावे के साथ वायरल हो रही है।
गौरतलब है कि अबरार फहद बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के छात्र थे और छात्र लीग के सदस्यों ने इसलिए उनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी, क्योंकि उनके जमात-ए-इस्लामी की छात्र शाखा इस्लामी छात्र शिविर से जुड़े होने का शक था।
फहद की हत्या के बाद बांग्लादेश में छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि अलग विचार रखने की वजह से फहद की हत्या की गई।
इस खबर में मिली जानकारी के बाद जब हमने सर्च को आगे बढ़ाया तो हमें ढाका ट्रिब्यून में 8 अक्टूबर 2019 को छपी एक और खबर का लिंक मिला, जिसमें इस हत्याकांड के सभी आरोपी छात्रों की तस्वीर लगी हुई थी।
खबर के मुताबिक, इस हत्याकांड में अब तक 9 छात्रों को गिरफ्तार किया गया है। इस तस्वीर में हमें फिर से एक बार उसी लड़के की फोटो (बाईं तरफ से पहली तस्वीर) मिली, जिसे मुर्शिदाबाद हत्याकांड से जोड़ कर वायरल किया जा रहा है।
खबर के मुताबिक, यह तस्वीर मेहदी हसन रसेल की है। फेसबुक पर जब हमने मेहदी हसन रसेल को सर्च किया तो हमें उनकी प्रोफाइल मिली, जिसमें उन्होंने अपने पिता के साथ एक तस्वीर लगा रखी है, जो भारत में गलत दावे के साथ वायरल हो रही है।
10 जून 2019 को अपने पिता के साथ तस्वीर को शेयर करते हुए रसेल ने बांग्ला में लिखा है, ‘অনুপ্রেরণা…পিতা’। गूगल ट्रांसलेट के मुताबिक, इसका मतलब होता है- ‘प्रेरणा…पिता।’
फेसबुक प्रोफाइल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, रसेल बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के छात्र हैं और ढाका में रहते हैं।
विश्वास न्यूज ने मुर्शिदाबाद हत्याकांड में हुई अब तक की गिरफ्तारी और अन्य अपडेट के बारे में जानकारी लेने के लिए पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश से बात की। उन्होंने हत्याकांड से जुड़ी किसी भी जानकारी को देने से मना कर दिया। हालांकि, उन्होंने वायरल हो रही तस्वीर के बारे में कहा, ‘जो तस्वीर वायरल हो रही है, उसका इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है।’ उन्होंने बताया, ‘इस मामले में अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।’
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर मुर्शिदाबाद हत्याकांड के आरोपी के नाम पर जो तस्वीर वायरल हो रही है, वह बांग्लादेश यूनिवर्सिटी के एक छात्र मेहदी हसन रसेल और उनके पिता की है। रसेल को बांग्लादेश यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के एक अन्य छात्र की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
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