Fact Check : बांग्लादेश का वीडियो भारत का बताकर गलत दावे के साथ किया जा रहा वायरल 

वायरल वीडियो का भारत का नहीं, बल्कि बांग्लादेश का है। ईद के मौके पर बांग्लादेश में युवकों का एक ग्रुप डीजे बजाकर लोगों को परेशान कर रहा था। जिसके बाद  तौहीदी जनता के समर्थकों ने युवकों को मारकर वहां से भगा दिया था।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा था कि कुछ हिंदू युवकों का एक ग्रुप मस्जिद के सामने डीजे पर हनुमान चालीसा बजा रहे थे। फिर कुछ मुस्लिम युवकों ने उन्हें लाठी-डंडों से जमकर पीटा। वीडियो में देखा जा सकता है कि लड़कों का एक ग्रुप ट्रक पर डीजे लेकर खड़ा है। फिर कुछ ही देर में कुछ लोग आकर उन्हें डंडे से पीटने लगते हैं।  विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का भारत का नहीं, बल्कि बांग्लादेश का है। ईद के मौके पर बांग्लादेश में युवकों का एक ग्रुप डीजे बजाकर लोगों को परेशान कर रहा था, जिसके बाद तौहीदी जनता के समर्थकों ने युवकों को मारकर वहां से भगा दिया था। 

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक Akram Khan यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “पांच मुस्लिम ने एक सौ हिंदुओ को मस्जिद के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने का तरीका सिखाया।”

फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को हूबहू लिखा गया है। इस पोस्ट के आर्काइव वर्जन को यहां देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 95992 99372 पर कई यूजर्स ने इस वीडियो को साझा करते हुए इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।

पड़ताल –

वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल किया। इस टूल की मदद से हमने वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट बांग्लादेशी न्यूज चैनल No1 News Bd के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 5 मई 2022 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, ईद के मौके पर बांग्लादेश में युवकों का एक ग्रुप डीजे बजाकर लोगों को परेशान कर रहा था। जिसके बाद तौहीदी जनता (Touhidi Janata) के समर्थकों ने युवकों को मारकर वहां से भगा दिया था। बांग्लादेशी न्यूज चैनल sm bd news ने भी इस रिपोर्ट को अपलोड किया था।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ा एक वीडियो 06 मई 2022 को, बांग्लादेश के मौलाना नज़रुल इस्लाम सिराजी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। कैप्शन में दी गई जानकारी के मुताबिक, ईद के मौके पर बांग्लादेश में कुछ लोग डीजे बजाकर अश्लील समारोह करने की कोशिश कर रहे थे। तौहीदी जनता ग्रुप ऐसे ही लोगों को रोकने का काम कर रही थी। सर्च के दौरान हमें बांग्लादेशी न्यूज वेबसाइट पर कई रिपोर्ट्स मिली। इसके मुताबिक, बांग्लादेश के विभिन्न स्थानों में कई युवाओं को ईद समारोह के दौरान डीजे पर लाउड गाने बजाने और अश्लील समारोह करने के लिए गिरफ्तार भी किया गया था। 

कुछ दिनों पहले यह वीडियो कर्नाटक में हुई घटना के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल था, तो कर्नाटक राज्य पुलिस की फैक्ट-चेक टीम ने एक लेख प्रकाशित करते हुए स्पष्ट किया गया था कि वीडियो बांग्लादेश का है। इसका भारत से कोई संबंध नहीं है।

अधिक जानकारी के लिए बांग्लादेश के पत्रकार सदिकुर रहमान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। वीडियो भारत का नहीं, बल्कि बांग्लादेश का है। इस तरीके से ट्रक में डीजे बजाना बांग्लादेश में मना है। फिर भी कुछ लोगों ने इस तरह की हरकत की, जिस पर कुछ मौलानाओं ने उनके साथ मारपीट की। 

विश्वास न्यूज ने जांच के आखिरी चरण में उस प्रोफाइल की पृष्ठभूमि की जांच की, जिसने वायरल पोस्ट को साझा किया था। हमने पाया कि यूजर को चार हजार पांच सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। Akram Khan  उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष: वायरल वीडियो का भारत का नहीं, बल्कि बांग्लादेश का है। ईद के मौके पर बांग्लादेश में युवकों का एक ग्रुप डीजे बजाकर लोगों को परेशान कर रहा था। जिसके बाद  तौहीदी जनता के समर्थकों ने युवकों को मारकर वहां से भगा दिया था।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट