Fact Check: बांग्लादेश में हुए हिरण के शिकार का पुराना वीडियो काल्पनिक भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय के नाम से वायरल

बांग्लादेश के करीब सात साल पुराने वीडियो को भारत का बताकर शेयर किया जा रहा है। इसमें दिख रहे शख्स का नाम मोइनुद्दीन है, न कि अनिल उपाध्याय। अनिल उपाध्याय नाम का कोई भाजपा विधायक है ही नहीं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। 2.19 मिनट के वीडियो में एक शख्स को बंदूक से हिरण का शिकार करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को शेयर करके यूजर्स दावा कर रहे हैं कि भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय ने एक पार्क में हिरण का शिकार किया है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो बांग्लादेश का है। वीडियो में दिख रहे शख्स का नाम मोइनुद्दीन है, अनिल उपाध्याय नहीं। अनिल उपाध्याय नाम का कोई भाजपा विधायक भी नहीं है। यह एक काल्पनिक नाम है, जिसके नाम से कई फेक पोस्ट वायरल हुई हैं। विश्वास न्यूज की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

क्या है वायरल पोस्ट में

फेसबुक यूजर ‘नेहा आनंद‘ (आर्काइव लिंक) ने 26 जुलाई को वीडियो शेयर करते हुए लिखा,

सलमान खान अभी भी हिरणों के शिकार के लिए अदालतों का चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन बीजेपी के इस विधायक अनिल उपाध्याय एक पार्क में हिरण को गोली मारकर शिकार करना सीख रहे हैं। इसे वायरल करें और अदालत उसे सजा दे।राम भी शिकार करते थे हिरण का शायद

सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट।

पड़ताल

वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले गूगल के इनविड टूल की मदद से वीडियो के कुछ कीफ्रेम्स निकाले। उनको यांडेक्स रिवर्स इमेज से सर्च करने पर हमें 12 जुलाई 2015 को ‘द डेली स्टार‘ में छपी खबर का लिंक मिला। इसके मुताबिक, चटगांव में एक शख्स ने अपने अनधिकृत फार्म हाउस में एक हिरण को मारा है। आरोपी ने इसका वीडियो भी जारी किया है। 4 जुलाई को फेसबुक पर वीडियो को अपलोड किया गया है। मामला बढ़ने पर उस फार्म पर छापा मारकर 16 हिरणों को कब्जे में ले लिया गया। बांग्लादेशी मोइनुद्दीन ऑस्ट्रेलिया में रहता है।

सर्च करने पर हमें फेसबुक पर ‘मोइनुद्दीन‘ की प्रोफाइल मिली। इसमें 13 जुलाई 2015 को उसने एक पोस्ट की है, जिसमें लिखा है कि उन्होंने सभी संबंधित दस्तावेज डीएफओ वाइल्डलाइफ चटगांव को दिए हैं। वह ऑस्ट्रेलिया में करीब 30 साल से रह रहे हैं। वह वहां एक फार्म बना रहे हैं। उसमें 18 हिरण हैं। 26 जून 2015 को उन्होंने वहां एक हिरण को मारा था। अगर किसी को वीडियो देखकर कोई सदमा लगा है तो वह इसके लिए माफी मांगते हैं।

कुछ यूजर्स ने इस वीडियो को पोस्ट करके यूपी पुलिस को टैग किया है। इसके जवाब में यूपी पुलिस ने 26 जुलाई को ट्वीट कर वीडियो को बांग्लादेश का बताया है।

इसकी पुष्टि के लिए हमने बांग्लादेश के पत्रकार मोहम्मद अली माजिद से ट्विटर के जरिए संपर्क किया। उनके साथ हमने वायरल वीडियो को साझा किया। उनका कहना है, ‘यह बांग्लादेश का वीडियो है। वीडियो में शख्स बंगाली में बोल रहा है।

इसके बाद हमने भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय के बारे में सर्च किया। माई नेता वेबसाइट पर हमें अनिल उपाध्याय नाम का कोई भी भाजपा विधायक नहीं मिला।

यह वीडियो पहले भी वायरल हो चुका है। विश्वास न्यूज की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।

वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक पेज ‘नेहा आनंद‘ को हमने स्कैन किया। इसके मुताबिक, 22 जुलाई 2012 को बने इस पेज को 29 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: बांग्लादेश के करीब सात साल पुराने वीडियो को भारत का बताकर शेयर किया जा रहा है। इसमें दिख रहे शख्स का नाम मोइनुद्दीन है, न कि अनिल उपाध्याय। अनिल उपाध्याय नाम का कोई भाजपा विधायक है ही नहीं।

False
Symbols that define nature of fake news
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