असम में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर 90 वोटर होने के बावजूद 171 वोट पड़ने का मामला सामने आया था। इसके बाद लापरवाही बरतने पर पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया था और उस मतदान केंद्र पर दोबारा चुनाव कराने का निर्देश दिया गया था। उस घटना को लोकसभा चुनाव का बताकर भ्रामक दावा किया जा रहा है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। लोकसभा चुनाव 2024 के दो चरणों में असम की 10 सीटों पर मतदान हो चुका है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि असम के दीमा हसाओ जिले में एक बूथ पर कुल वोटर 90 थे, जबकि ईवीएम में 171 वोट पड़े। इस मामले में पांच अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है। कुछ यूजर्स इसे ब्रेकिंग बताकर लोकसभा चुनाव से जोड़कर शेयर कर रहे हैं।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि असम के दीमा हसाओ जिले का यह मामला 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान का है। चुनाव अधिकारियों की लापरवाही से एक मतदान केंद्र के वोटर्स ने दूसरे केंद्र पर अपना वोट डाल दिया था। इसके बाद पांच अधिकारियों को सस्पेंड करने के साथ ही उस बूथ पर दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया गया था। इस मामले का लोकसभा चुनाव 2024 से कोई संबंध नहीं है।
विश्वास न्यूज के टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर यूजर ने इस एक्स हैंडल की पोस्ट का स्क्रीनशॉट भेजकर इसकी सच्चाई बताने का आग्रह किया। इसमें लिखा हुआ है,
“BREAKING: Follow असम के दीमा हसाओ जिले में एक बूथ पर थे सिर्फ 90 मतदाता, लेकिन EVM में वोट पड़े 171, चुनाव आयोग के 5 अफसर सस्पेंड”
एक्स यूजर Samajwadi Prahari ने 3 मई को इस तरह की पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर किया।
फेसबुक यूजर Chandra bhanu yadav (आर्काइव लिंक) ने भी इस दावे का पोस्ट किया है।
वायरल दावे की जांच के लिए हमने कीवर्ड से इस बारे में गूगल पर सर्च किया। 6 अप्रैल 2021 को न्यूज 18 की वेबसाइट पर समाचार एजेंसी भाषा के हवाले से छपी खबर में लिखा है कि दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर अजब-गजब मामला सामने आया है। खोथलीर एलपी स्कूल के 107 (ए) मतदान केंद्र पर 90 मतदाना पंजीकृत थे और कुल 171 मत पड़े। मामला सामने आने के बाद पांच चुनाव अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। यहां 1 अप्रैल को 74 फीसदी मतदान हुआ था। जिला निर्वाचन अधिकारी ने यहां फिर से मतदान कराने का प्रस्ताव दिया है। चुनाव आयोग ने इस मामले में सेक्टर ऑफिसर, पीठासीन अधिकारी, प्रथम मतदान अधिकारी, द्वितीय मतदान अधिकारी और तृतीय मतदान अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। एक अधिकारी ने कहा था कि ग्राम प्रधान अपनी वोटर लिस्ट लेकर आया था और यहां की लिस्ट को मानने से मना कर दिया था। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान की लिस्ट के अनुसार वोट डाला था।
5 अप्रैल 2021 को आजतक की वेबसाइट पर छपी खबर में लिखा है कि असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आया है। हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र पर सामने आई गड़बड़ी के मामले में पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था। यहां दोबारा मतदान कराने की बात चल रही है।
10 अप्रैल 2021 को आजतक की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार, भारतीय निर्वाचन आयोग ने असम की तीन विधानसभा क्षेत्रों के चार मतदान केंद्रों पर फिर से मतदान कराने का आदेश दिया है। यहां 20 अप्रैल को दोबारा मतदान होगा। इनमें हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र का 107A खोथलीर एलपी स्कूल भी है। यहां 90 वोटर थे, जबकि पड़े वोटों की संख्या उससे अधिक थी। दीमा हसाओ के जिला निर्वाचन अधिकारी का कहना था कि मुलदाम लोअर प्राइमरी स्कूल मतदान केंद्र के वोटरों के एक ग्रुप ने अपना वोट खोथलीर लोअर प्राइमरी स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर डाल दिया था। इस लापरवाही के कारण पांच मतदान अधिकारियों को सस्पेंड किया गया था।
इंडिया डॉट कॉम पर भी हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र के इस मतदान केंद्र पर दोबारा वोटिंग कराए जाने के आदेश की खबर को देखा जा सकता है।
इस बारे में हमने दीमा हसाओ जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी सिमंता कुमार दास से बात की। उनका कहना है, सोशल मीडिया पर गलत दावा वायरल हो रहा है। 2021 में विधानसभा चुनाव के दौरान हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र में ऐसा मामला सामने आया था, जिसके बाद वहां दोबारा चुनाव कराया गया था।
16 मार्च को भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, असम की कुल 14 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान होना है। 19 अप्रैल को प्रथम चरण में पांच और 26 अप्रैल को दूसरे चरण में पांच सीटों पर मतदान हो चुका है। तीसरे चरण में 7 मई को असम की चार सीटों पर मतदान होगा।
दैनिक जागरण की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट के अनुसार, दीमा हसाओ स्वायत्त जिला लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र में जनजातीय समूहों के लोग रहते हैं। यहां 26 अप्रैल को दूसरे चरण में मतदान हुआ था।
पुराने मामले को लोकसभा चुनाव से जोड़कर भ्रामक दावा करने वाले एक्स यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। एक राजनीतिक दल से प्रभावित यूजर के सात हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: असम में 2021 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान दीमा हसाओ जिले के हाफलोंग विधानसभा क्षेत्र के एक मतदान केंद्र पर 90 वोटर होने के बावजूद 171 वोट पड़ने का मामला सामने आया था। इसके बाद लापरवाही बरतने पर पांच अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया था और उस मतदान केंद्र पर दोबारा चुनाव कराने का निर्देश दिया गया था। उस घटना को लोकसभा चुनाव का बताकर भ्रामक दावा किया जा रहा है।
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