Fact Check : कश्‍मीर को लेकर केजरीवाल ने नहीं दिया यह बयान, अखबार की क्लिप से की गई है छेड़छाड़

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि अरविंद केजरीवाल ने कश्‍मीर को लेकर कोई विवादित बयान नहीं दिया। अखबार की मूल कटिंग से कई बार छेड़छाड़ करके वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। दिल्‍ली विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सोशल मीडिया में फर्जी खबरों की भी वैसे-वैसे भरमार देखने को मिल रही है। अखबार की एक फर्जी कटिंग को कुछ लोग दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधने के लिए इस्‍तेमाल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि कश्‍मीर पर भारत अपना हक छोड़ दे, कश्‍मीरी लोग आजादी चाहते हैं। विश्‍वास न्‍यूज ने जब इस कटिंग की जांच की तो यह फर्जी निकली। इससे पहले भी यह कटिंग कई बार वायरल हो चुकी है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर Shashi Dhyani ने 10 जनवरी 2020 को अखबार की एक फर्जी कटिंग को वायरल करते हुए दावा किया : ”JNU की असली सोच तो सर जी के दिमाक मे हर बक्त रहती है. अब इन्हे टुकडे टुकडे गैंग कहे या टुकडखोर गैंग”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले अरविंद केजरीवाल के नाम से वायरल कटिंग को ध्‍यान से देखा। हमें हेडिंग में ही कई गलतियां नजर आईं। जो कि अखबार में नहीं के बराबर देखने को मिलती है। इसके अलावा खबर के इंट्रो में हमें इस्‍लामाबाद और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ लिखा हुआ दिखा। मतलब साफ था कि पाकिस्‍तान के तत्‍कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से जुड़ी किसी पुरानी खबर को छेड़छाड़ करके अरविंद केजरीवाल के नाम पर फैलाया जा रहा है। वायरल खबर में कई जगह हमें केजरी लिखा हुआ नजर आया। कोई भी अखबार कभी भी किसी नेता के लिए ऐसा शब्‍द नहीं लिखता है।

सच्‍चाई जानने के लिए हमने वायरल न्‍यूज क्लिप को गूगल रिवर्स इमेज में डालकर सर्च किया। यहां हमें इससे जुड़ी कई पेपर कटिंग और पुराने Tweet मिले। इससे एक बात तो साफ हुई कि यह फर्जी खबर कई सालों से इंटरनेट पर फैल रही है।

यहां हमें Rishi Bagree(@rishibagree) के एक पुराने Tweet का प्रिंटशॉट मिला। 28 सितंबर, 2016 के इस Tweet में मौजूद न्‍यूज क्लिपिंग में खबर का फॉर्मेट वही थी, जो केजरीवाल वाली खबर में था। बस यहां हेडिंग बदली हुई थी और तस्‍वीर भी अलग थी। खबर के अंदर का कंटेंट सेम था। यह पोस्‍ट भी फर्जी थी।

इसके बाद हमने गूगल की मदद ली। google.com में हमने ”शरीफ ने कश्‍मीर पर बातचीत के लिए केजरी को न्‍योता दिया” टाइप करके सर्च किया। हमें कोई भी विश्‍वसनीय खबर नहीं मिली। इसके बाद हमने केजरी की जगह भारत टाइप करके ”शरीफ ने कश्‍मीर पर बातचीत के लिए भारत को न्‍योता दिया” सर्च किया।

पहला लिंक ही हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर मौजूद एक खबर का लिंक मिला। 5 फरवरी, 2014 को प्रकाशित इस खबर का कंटेंट वायरल हो रही है फर्जी न्‍यूज क्लिप से मिलता-जुलता था। जागरण में प्रकाशित खबर में ‘केजरी’ की जगह ‘भारत’ लिखा हुआ था।

वायरल हो रही गलत खबर का इंट्रो और कंटेंट की भाषा मूल खबर जैसी ही थी। इससे साफ था कि मूल खबर में नवाज शरीफ ने भारत को न्‍योता दिया था, जबकि किसी ने ‘भारत’ की जग‍ह ‘केजरी’ चिपका कर इसे वायरल कर दिया।

अब हमने इस अख़बार की क्लिप को लेकर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्डा से बात की। राघव ने विश्वास टीम के साथ बात करते हुए बताया कि यह वायरल अख़बार की क्लिप फ़र्ज़ी है। अरविंद केजरीवाल ने ऐसा कोई भी बयान नहीं दिया है। यह फर्जी चीजें विपक्ष के IT सेल के लोग अरविंद केजरीवाल को बदनाम करने के लिए कर रहे हैं।

पड़ताल के अंत में हमने उस यूजर की सोशल स्‍कैनिंग की, जिसने फर्जी न्‍यूज कटिंग को पोस्‍ट किया। हमें पता चला कि शशि ध्‍यानी नाम का यह यूजर देवप्रयाग का रहने वाला है। इस अकाउंट को दिसंबर 2016 में बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि अरविंद केजरीवाल ने कश्‍मीर को लेकर कोई विवादित बयान नहीं दिया। अखबार की मूल कटिंग से कई बार छेड़छाड़ करके वायरल किया जा रहा है।

False
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