Fact Check: ओडिशा में हुए बस हादसे का पुराना वीडियो बीरभूम हिंसा के नाम पर फेक दावे से वायरल

पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा में 12 हिंदुओं के मारे जाने का दावा गलत और सांप्रदायिक दुष्प्रचार है। इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा वीडियो ओडिशा में एक बस के बिजली की तार के चपेट में आने से संबंधित हादसे का है, जिसे बंगाल की बीरभूम हिंसा के नाम पर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि तृणमूल नेता भादू शेख की हत्या के बाद हुई हिंसा में मुस्लिम भीड़ ने घर बंद कर हिंदुओं को जिंदा जला दिया, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा सांप्रदायिक दुष्प्रचार निकला, जिसे वैमनस्यता फैलाने के मकसद से भड़काऊ दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा में किसी हिंदू महिला व बच्चे के मारे जाने का दावा फेक है और इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा वीडियो ओडिशा में हुई पुराने हादसे का है, जब बिजली की तार की चपेट में बस के आने से 11 लोगों की मौत हो गई थी। इसी घटना के वीडियो को बीरभूम हिंसा के नाम पर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

ट्विटर यूजर ‘सन्तोष सुदर्शन राय कट्टर हिंदु’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”😠😡😠😡😠😡👊👊👊👊👊TMC नेता भादू शेख की मौत के बाद बवाल,
मुस्लिम भीड़ ने घर बंद कर हिन्दुओं ज़िंदा जलाया: अब तक 12 की मौत 👇👇👇👇👇।”

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

https://twitter.com/Prashan27429870/status/1506611480380121099

पड़ताल

वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के बीरभूम में तृणमूल नेता की हत्या के बाद हुई हिंसा में 12 हिंदुओं को जलाकर मार दिया गया। बीरभूम में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर अनगिनत यूजर्स ने बीरभूम हिंसा की घटना को सांप्रदायिक रंग देकर साझा किया था, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी।

हमने अपनी पड़ताल में पाया था कि घटना में किसी हिंदू महिला या बच्चे की मृत्यु नहीं हुई है, बल्कि मारे गए सभी मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। कोलकाता पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इस वायरल दावे का खंडन किया गया था।

विश्वास न्यूज की इस फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

अब तक की जांच से यह बात स्पष्ट हो चुकी है बीरभूम में हुई हिंसा में न तो किसी हिंदू महिला या बच्चे की मौत हुई और न ही घटना में 12 लोग मारे गए थे।

वायरल पोस्ट में दावे के साथ एक वीडियो को भी शेयर किया गया है, जिसे बीरभूम हिंसा का बताया जा रहा है। वीडियो में नजर आ रहा दृश्य विचलित करने वाला है, इसलिए पाठकों को इसे देखने के लिए उनके अपने विवेकाधिकार का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज

वायरल हो रहे वीडियो में एक बस के आस-पास सड़क पर झुलसे हुए शव नजर आ रहे हैं। वीडियो के की-फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें कनक न्यूज के वेरिफाइड यू-ट्यूब चैनल पर नौ फरवरी 2020 को अपलोड किया हुआ वीडियो मिला, जिसमें नजर आ रहा दृश्य वायरल वीडियो में नजर आ रहे विजुअल से मेल खाता है।

दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘ओडिशा के बेहरामपुर में एक बस के बिजली की तार के चपेट में आने से हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई।’

न्यूज सर्च में हमें कई अन्य पुरानी न्यूज रिपोर्ट्स मिली, जिसमें इस घटना का जिक्र है और उसमें इस्तेमाल की गई तस्वीर वायरल वीडियो में नजर आ रहे बस की है। न्यू इंडियिन एक्सप्रेस की वेबसाइट पर नौ फरवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, “ओडिशा के बेहरामपुर में एक बस के बिजली की तार की चपेट में आने से हुए हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई और कई गंभीर रूप से घायल हो गए।’ दैनिक जागरण की वेबसाइट पर भी नौ फरवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट में इस घटना का जिक्र है।

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर नौ फरवरी 2020 को प्रकाशित रिपोर्ट

विश्वास न्यूज ने इस मामले को लेकर बीरभूम जिले के पुलिस अधीक्षक नागेंद्रनाथ त्रिपाठी से संपर्क किया। उन्होंने कहा, ‘बीरभूम की घटना कहीं से भी सांप्रदायिक हिंसा से संबंधित नहीं है, क्योंकि मृतक और आरोपी एक ही समुदाय से संबंधित हैं।’

वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब दो सौ से अधिक लोग फॉलो करते हैं और यह प्रोफाइल विचारधारा विशेष से प्रेरित है।

निष्कर्ष: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा में 12 हिंदुओं के मारे जाने का दावा गलत और सांप्रदायिक दुष्प्रचार है। इस हिंसा में कुल आठ लोगों की मौत हुई थी और सभी मुस्लिम समुदाय से संबंधित थे। साथ ही इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा वीडियो ओडिशा में एक बस के बिजली की तार के चपेट में आने से संबंधित हादसे का है, जिसे बंगाल की बीरभूम हिंसा के नाम पर वायरल किया जा रहा है।

False
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